दिव्या गुप्ता
आज अदाणी डूब रहे है… कल अनिल अंबानी डूब गए थे ..माल्या से लेकर नीरव मोदी जैसे बड़े सेठ हंमे लूटकर भाग चुके है.. कल अम्बानी भी डूब जाए तो आश्चर्य मत कीजियेगा!
क्योकि यह सब सेठ लोग कोई एंटरप्रिन्योर नही बस उनके कंधे पर सफलता सीढ़ी चलने वाले साहूकार है जिन्हें जन्म से राजनीति ,बाजार और पैसे को मेंनिप्युलेशन की पैतरेबाजी सिखाई जाती है और पैतरेबाजी ज्यादा लंबी चलती नही है.
इसलिए अदाणी साहिब, आप तो बिलकुल बे कसूर हो जी.
क्या आपने सोचा कि हम कभी गूगल, फेसबुक या टिवटर जैसे प्लेटफॉर्म क्यो नही बना पाए ?? क्यो हम स्पॉटीफाई जैसा स्ट्रीमिंग सर्विस नही बना पाए?
क्यो हम नए प्रोडक्ट के नाम पर केवल विदेशी प्रोडक्ट की फूहड़ नकल बनाते जा रहे है ?
अब यह मत बोलना की इस देश मे प्रतिभा की कमी है क्योंकि यही प्रतिभाएं बाहर झंडे गाड़ रही है तो फिर किस चीज की कमी है .क्यो हमारे देश मे कोई प्रतिभावान युवा सड़क से उठकर सबसे बड़ा सेठ नही बन पाता है.
इस देश मे कमी है एक सिस्टम की.. एक ऐसे रोबस्ट सपोर्ट सिस्टम की …जो सबको समान अवसर प्रदान करे.. एक ऐसे बैंकिग और फाइनेस सिस्टम की.. जो केवल लोगो की प्रतिभा देखकर लोन दे न कि उनके धर्म जात या हैसियत देखकर .
स्टार्टअप के नाम पर जो नोटंकी 2014 से चल रही है उसका सबसे बुरा उदाहरण पेटीएम है जो बाजार में औंधे मुंह गिरा हुआ है औऱ उसका सारा वर्कफोर्स विदेश जा रहा है
अदाणी, अंबानी ने ऐसा क्या किया है जो उन्हें जल, जंगल और जमीन का फ्री एक्सेस दे दिया गया है.. क्या हमारे युवा इनसे किसी मांमले से कम है क्या ?
आज पूरे देश के युवाओं को चाहिए कि वो इन घोर पूंजीवादी ताकतों का पुरजोर विरोध करे क्योकि यह सेठ लोग न केवल उनका भविष्य बर्बाद कर रहे है यह पूरे भारत का भविष्य दांव पर लगा रहे है इसलिए अब जो भी कुछ करना है आपको ही करना है सरकार के भरोसे मत बैठिए क्योकि वो खुद सेठ के भरोसे बैठी है.