भोपाल
MP में अब कोरोना की रफ्तार तो धीमी होने लगी है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासत की रफ्तार तेज हो गई। एक दिन पहले भाजपा के मंत्रियों और विधायकों के कमलनाथ के खिलाफ भोपाल क्राइम ब्रांच में FIR कराने पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। सोमवार दोपहर कांग्रेस नेताओं ने क्राइम ब्रांच भोपाल पहुंचकर एएसपी राजेश संह भदौरिया को कमलनाथ के बयान के आधार के सबूत सौंपे।
इसमें भोपाल के विश्राम घाट और कब्रिस्तान में कोविड प्रोटोकाॅल से किए गए अंतिम संस्कार को आधार बनाया गया। इसमें कहा गया कि भोपाल में ही 7 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और पीसी शर्मा ने इसी आधार पर एएसपी भदौरिया से तत्काल FIR वापस करने की मांग की है। इस दौरान विधायक एनपी प्रजापति, विधायक आरिफ मसूद और महामंत्री पीसीसी राजीव सिंह भी मौजूद रहे।
पीसी शर्मा ने कहा कि मौत के आंकड़े कमलनाथ ने नहीं बनाए। यह हकीकत मध्यप्रदेश के विश्राम घाट और कब्रिस्तान के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। भोपाल के चार प्रमुख विश्राम घाट पर ही 4 हजार 122 शवों को कोविड प्रोटोकाॅल में अंतिम संस्कार किए गए, जबकि कब्रिस्तान की संख्या मिलाकर अकेले भोपाल में ही मौत का यह आंकड़ा 7 हजार के करीब है।
इसी तरह प्रदेश भर की स्थिति है। सरकार के आंकड़ों की मानें तो सिर्फ भोपाल में एक हजार से भी कम कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ ने खुद से कुछ नहीं कहा। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। उन्होंने हवाला देते हुए कहा कि यह आंकड़े साबित करने के लिए काफी हैं कि प्रदेश में कोरोना से मौतों की संख्या क्या होगी।
इसलिए आंकड़ों की बाजीगरी
मध्यप्रदेश में कोरोना संदिग्धों के शवों का भी कोरोना प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किया गया है। हालांकि प्रशासन ने रिकॉर्ड में कोरोना पॉजिटिव की मौतों की संख्या को ही लिया है, इसलिए आंकड़ों में यह अंतर है। प्रशासन ने कोरोना संदिग्धों के आंकड़े कहीं भी सार्वजनिक नहीं किए हैं। हालांकि यह पता नहीं कि कोविड प्रोटोकाॅल के तहत किए अंतिम संस्कार किए गए कितने लोगों की बाद में कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
श्मशान और कब्रिस्तान के आंकड़े
शमशान व कब्रिस्तान से प्राप्त आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं। जैसे- भदभदा विश्रामघाट में 2402, सुभाष नगर विश्रामघाट में 1222, बैरगढ़ विश्रामघाट में 68, झदा कब्रिस्तान में 352 व बड़ा बॉग कब्रिस्तान में 550 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है। इस तरह, यदि भोपाल शहर का यह हाल है, तो प्रदेश का क्या होगा? जबकि सिर्फ भोपाल में ही 4394 मृत्यु हुई हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भोपाल में भाजपा सरकार 895 मृत्यु बता रही है। प्रदेश में कोरोना से करीब 7,394 मौतों के आंकड़े शासन द्वारा पेश किए जा रहे हैं, जबकि सिर्फ भोपाल शहर में कोविड व नॉन कोविड से 7000 लोगों की मृत्यु हुई है।