लोकसभा चुनाव 2024 के रण के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में एक बार फिर शिकायत की गई है। मध्य प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा ये शिकायत दर्ज कराई गई है। शर्मा ने इलेक्शन कमीशन से कांग्रेस नेता पर संविधान के अवमानना की कार्रवाई करने की मांग की है।
अपनी ओर से की गई लिखित शिकायत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि ‘भिंड संसदीय क्षेत्र में आयोजित सभा के दौरान राहुल गांधी ने न सिर्फ देश के संविधान का अपमान किया, बल्कि लोगों को भ्रमित कर, उकसाकर हिंसा और अराजकता पैलाने का भी प्रयास किया है। उन्होंने अपनी सभा के दौरान हाथ में भारतीय संविधान की प्रति लेकर लहराते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री, अमित शाह ने और उनके अलग-अलग सांसद ने मन बना लिया है कि अगर वो चुनाव जीते तो इस किताब को फाड़कर फेंक देंगे। बीजेपी चाहती है कि ये किताब (संविधान) फेंक दिया जाए और देश को 20-25 उद्योगपति चलाएं। बीजेपी के नेताओं ने साफ कहा है, अमित शाह ने कहा है, बड़े-बड़े नेताओं ने कहा है कि अगर चुनाव जीते तो कॉन्स्टीट्यूशन बदला जाएगा।’
‘राहुल गांधी के बयान से बढ़ी ये आशंकाएं’
वीडी शर्मा ने आगे कहा कि राहुल गांधी की ये बातें पूरी तरह से निराधार, झूठी और तथ्यहीन हैं। उनका ये भाषण ‘द प्रिवेंशन ऑफ इन्सल्ट्स टू नेशनल ऑनर एक्ट 1971’ की धारा 2 के अनुसार अपराध है। साथ ही इस तरह के भाषण से राहुल गांधी ने उपस्थित जनसमुदाय और देश की जनता को भड़काने, गुमराह करने, अराजकता फैलाने की कोशिश की है। इससे जनता सोच सकती है कि अगर संविधान रद्द होता है तो उनको जो लाभ मिल रहे हैं, वे बंद हो जाएंगे। साथ ही अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग में असंतोष पैदा हो सकता है और संविधान रद्द होने की आशंका से इन वर्गों के लोग अपने आरक्षण के लिए धरना-प्रदर्शन पर उतारू हो सकते हैं।राहुल गांधी ने कही ये बात
आपको बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी मध्य प्रदेश की भिंड लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे थे। यहां जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संविधान की किताब हाथ में लेते हुए कहा कि ये जनता की आत्मा है। आपको जो भी मिला है वह इस संविधान से ही मिला है, लेकिन भाजपा चाहती है कि संविधान की किताब फेंक दी जाए और देश को 20-25 लोग ही चलाएं, जो बीजेपी के नेता खुलकर कह रहे हैं कि अगर वे चुनाव जीत गए तो संविधान और लोकतंत्र को खत्म कर देंगे। लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।