इस्राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर भारतीय एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने तेल अवीव की अपनी सभी उड़ानों को 30 अप्रैल तक रोक दिया है। एयर इंडिया ने एक पोस्ट कर इस फैसले की जानकारी दी है।
एयर इंडिया ने अपने पोस्ट में कहा कि मध्यपूर्व की स्थिति को देखते हुए तेल अवीव से आने-जाने वाली उड़ानों को हमने 30 अप्रैल 2024 तक निलंबित कर दिया है। स्थिति पर हमारी नजर है। हम अपने उन यात्रियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं, जो पहले ही तेल अवीव आने-जाने के लिए बुकिंग कर चुके हैं। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विदेश मंत्रालय भी जारी कर चुका है एडवाइजरी
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने भी ईरान और इस्राइल के लिए यात्रा सलाह जारी की थी। विदेश मंत्रालय ने भारतीयों को सलाह दी है कि अगली सूचना तक ईरान और इस्राइल की यात्रा न करें। विदेश मंत्रालय ने उन सभी भारतीयों से भी अनुरोध किया है, जो वर्तमान में ईरान और इस्राइल में रह रहे हैं। मंत्रालय ने कहा है कि इन देशों में रह रहे भारतीय तुरंत दूतावास से संपर्क करें और अपना पंजीकरण कराएं। मंत्रालय ने अनुरोध किया है कि वे अपनी सुरक्षा को लेकर सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को कम लोगों के साथ ही साझा करें। इसके अलावा, भारत ने अपने यहां के मजदूरों को इस्राइल भेजने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। अप्रैल-मई में छह हजार निर्माण मजदूरों को इस्राइल भेजने की योजना थी।
इस्राइल ने ईरान पर किया हमला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को इस्राइल ने ईरान पर मिसाइलों से हमला किया है। अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से अमेरिकी मीडिया ने यह जानकारी दी है। ईरान के एयरपोर्ट पर तेज धमाके की आवाज सुनी गई। ईरान की फारस न्यूज एजेंसी ने भी दावा किया है कि ईरान के शहर इस्फहान के एयरपोर्ट में धमाके की आवाज सुनी गई है। हालांकि विस्फोट की वजह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। गौरतलब है कि ईरान के कई परमाणु ठिकाने इस्फहान प्रांत में ही स्थित हैं, जिनमें ईरान में यूरेनियम संवर्धन का प्रमुख केंद्र भी यहीं पर मौजूद है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के हवाई क्षेत्र में कई फ्लाइट्स के मार्ग बदले गए हैं।
बीते दिनों ईरान ने बोला था इस्राइल पर हमला
बीते दिनों ईरान ने इस्राइल पर 300 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला किया था। हालांकि ये मिसाइलें और ड्रोन्स इस्राइल की हवाई सुरक्षा को नहीं भेद पाईं थी। दरअसल, ईरान के दमिश्क स्थित दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरान की सेना के दो शीर्ष कमांडर्स समेत सात लोगों की मौत हुई थी। ईरान ने इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया था। इसी हमले के जवाब में ईरान ने इस्राइल पर हमला किया था। हमले के बाद ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर इस्राइल ने उन पर हमला किया तो वे और ताकत के साथ पलटवार करेंगे।