भोपाल: मध्य प्रदेश में मंत्रियों को विभाग मिल गया है। राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद सूची जारी हो गई है। सारे महत्वपूर्ण मंत्रालय सीएम मोहन यादव के पास ही हैं। कहा जा रहा है कि बीजेपी के कद्दावर नेताओं को मोहन कैबिनेट में वैसा भाव नहीं मिला है। सरकार की पूरी कंट्रोल सीएम मोहन यादव के पास ही रहेगा। गृह और सामान्य प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विभाग उन्हीं के पास है। उनकी कैबिनेट में बीजेपी के दो कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद सिंह पटेल हैं। कैलाश विजयवर्गीय को नगरीय विकास और प्रहलाद सिंह पटेल को ग्रामीण विकास विभाग मिला है।
काम के हिसाब से देखें तो दोनों ही विभाग बहुत महत्वपूर्ण हैं। शिवराज सरकार में नगरीय विकास की कमान उनके करीबी भूपेंद्र सिंह के पास थी। शहर के विकास का जिम्मा इसी विभाग पर होता है। अभी भोपाल और इंदौर में मेट्रो का काम चल रहा है। वहीं, बीजेपी ने अपनी घोषणा पत्र में ग्वालियर और जबलपुर में मेट्रो चलाने की घोषणा की है। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के काम भी शहरी क्षेत्रों में चल रहे हैं। इन कामों को गति देने की जिम्मेदारी मोहन सरकार में कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी गई है।
वहीं, कार्य के हिसाब से यह विभाग तो बड़ा है लेकिन शांत रहकर काम करने वाला है। इसमें ताकत जैसी कोई बात नहीं है। हालांकि शहर को संवारने की जिम्मेदारी पूरी तरह से इसी विभाग पर होता है। कैलाश विजयवर्गीय पूर्व में यह विभाग संभाल भी चुके हैं। साथ ही वह इंदौर में मेयर भी रह चुके हैं। ऐसे में उनके लिए इस विभाग में काम करना आसान होगा। जानकारों का कहना है कि इस विभाग की जिम्मेदारी संभालते हुए उनका सरकारी मशीनरी पर उतना नियंत्रण नहीं होगा।
प्रहलाद सिंह पटेल को ग्रामीण विकास मिला
इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को मोहन यादव की सरकार में ग्रामीण विकास विभाग मिला है। ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत गांवों का विकास आता है। इस विभाग के जरिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से संचालित योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाता है। इसमें ग्रामीण सड़कों से लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना तक शामिल है। इस विभाग का भी बड़ा बजट होता है। साथ ही गांवों तक विकास योजनाओं को पहुंचाने की बड़ी जिम्मेदारी होती है।
प्रहलाद सिंह पटेल को जो मंत्रालय मिला है, उसके काम काफी महत्वपूर्ण हैं। हालांकि सरकार में ज्यादा हस्तक्षेप नहीं रहेंगे। ऐसे में उनकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। पहले चर्चाएं थीं कि उन्हें गृह जैसे ताकतवर मंत्रालय मिल सकते हैं।
सीएम के पास ही पूरा कंट्रोल
विभागों के बंटवारे के बाद यह साफ हो गया है कि सीएम मोहन यादव के पास ही सरकार का पूरा कंट्रोल रहेगा। सारे महत्वपूर्ण मंत्रालय सीएम मोहन यादव ने अपने ही पास रखे हैं। गृह, जेल, सामान्य प्रशासन और जनसंपर्क मंत्रालय मोहन यादव के पास ही हैं। इससे साफ है कि पूरा नियंत्रण सीएम के पास ही रहेगा। शिवराज सरकार में गृह मंत्रालय नरोत्तम मिश्रा के पास था। इस बार वह चुनाव हार गए हैं।