उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है। कयास है कि चुनाव से पहले पार्टी में बड़ा उलटफेर हो सकता है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह ने रविवार को योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट फेरबदल की अटकलों के बीच यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। हालांकि, सिंह ने इसे ‘शिष्टाचार भेंट’ बताया।सूत्रों के अनुसार राधामोहन सिंह ने मुलाकात के दौरान राज्यपाल को एक लिफाफा दिया। प्रदेश प्रभारी ने जो लिफाफा राज्यपाल को दिया है, उसमें क्या है? ये सवाल बना हुआ है। क्या उसमें मंत्रिमंडल में फेरबदल से जुड़ी कोई बात है या कुछ और, इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
राज्यपाल के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बोलते हुए राधा मोहन सिंह सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “मैं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को लंबे समय से जानता हूं और उनसे मुलाकात कई समय से मुलाकात नहीं हुई। आखिरकार, आज मैं उनसे शिष्टाचार के रूप में मिला, खासकर जब से वह उस राज्य की राज्यपाल हैं, जिसका मैं प्रभारी हूं।”
राजभवन का दौरा करने से पहले सिंह ने राज्य के बीजेपी प्रमुख स्वतंत्र देव और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से मुलाकात की, जिससे अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की रणनीति पर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई।
सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने पिछले महीने राज्य के नेताओं से तीन दिन मुलाकात की थी, जिसके बाद दोनों नेताओं ने योगी आदित्यनाथ को सबसे मेहनती और कुशल मुख्यमंत्री बताते हुए उनका समर्थन किया था। यह पूछे जाने पर कि क्या कैबिनेट फेरबदल पर चर्चा हुई। सिंह ने कहा, ” कुछ उपजाऊ दिमाग हैं जो अपनी खेती करते रहते हैं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी सरकार बहुत लोकप्रिय है। राधा मोहन सिंह दिन में यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात करेंगे। इस बीच, स्वतंत्र देव ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार में सात रिक्त पदों को उचित समय पर भरा जाएगा।
403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रमुख दलों में बीजेपी के 309, सपा-49, बीएसपी-18 और कांग्रेस-7 के विधायक हैं। बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में होने हैं।