मध्य प्रदेश से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के नए चीफ सेक्रेटरी के रूप में 1989 बैंच आईएएस अफसर अनुराग जैन को नियुक्त किया गया है, जो प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव होंगे।
बता दे कि अनुराग जैन कई जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं। साथ ही PMO में भी जॉइंट सेक्रेटरी रह चुके हैं। उन्हें 2023 में प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चूका है।जानकारी के मुताबिक अनुराग जैन के नाम पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मुहर लगाते हुए सहमति जताई है। आपको बता दें कि मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल आज सोमवार, यानि 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है। अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाने से किसी भी अफसर को सुपर सीड नहीं किया जाएगा।
उनकी नियुक्ति का आधार उनका अनुभव और सीनियोरिटी है। हालांकि वे सीएम डॉ मोहन यादव की पसंद भी हैं। अनुराग जैन को सीएस बनाने की चर्चा नौ महीने पहले भी हुई थी, जब सीएम डॉ. मोहन यादव से दिल्ली स्थित एमपी भवन में उनकी मुलाकात हुई थी। माना जा रहा था कि वे जल्द ही एमपी लौट सकते हैं।
अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की चर्चा थी, लेकिन केंद्र ने उन्हें नहीं छोड़ा। बता दें, अनुराग जैन के साथ राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे।
केंद्र में रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री की कमान
10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान दी गई है। जैन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं।
यही वजह है कि 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए। अनुराग जैन ने दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया है।