नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि खड़गे न केवल पार्टी अध्यक्ष के रूप में, बल्कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी विपक्षी दलों के साथ जुड़ेंगे। ऐसे में अगर खड़गे दो पद संभालते हैं तो यह कांग्रेस की ‘एक व्यक्ति, एक पद’ पॉलिसी के उलट होगा।
दूसरी तरफ, राहुल गांधी संसद के शीतकालीन सत्र में शामिल नहीं होंगे। यह फैसला दिल्ली में कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी ( CSC) की बैठक में लिया गया। बता दें कि इसी साल सितंबर में कांग्रेस अध्यक्ष के नॉमिनेशन के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ पॉलिसी को सख्ती से लागू करने की बात कही थी।
तब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, लेकिन वे मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ना चाहते थे। राहुल ने उस समय गहलोत को सलाह देते हुए कहा था- ‘वन मैन-वन पोस्ट’ को लेकर वे आशा करते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के मद्देनजर उदयपुर में लिया गया संकल्प कायम रखा जाएगा।
रविवार को खड़गे की अध्यक्षता में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।
खड़गे की अध्यक्षता में स्टीयरिंग कमेटी की पहली बैठक
रविवार को दिल्ली के AICC हेडक्वार्टर में CSC की बैठक हुई। पार्टी प्रेसिडेंट बनने के बाद खड़गे की यह पहली स्टीयरिंग कमेटी की बैठक थी। अपनी पहली बैठक में उन्होंने कहा- मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है।
अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीद पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे। बैठक में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजस्थान के CM अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल, केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता से दिया था इस्तीफा
खड़गे ने कांग्रेस प्रमुख के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह कम से कम 7 दिसंबर को शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के लिए इस भूमिका में बने रह सकते हैं।