बेंगलुरु । जनता दल सेक्युलर से निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हुआ है। पिछले महीने इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हुए जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसे लेकर विशेष जांच दल (SIT) ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की इजाजत मांगी थी। मालूम हो कि कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले प्रज्वल रेवन्ना के कई वीडियो सामने आए, जिनमें वह महिलाओं के साथ यौन दुर्व्यवहार करता नजर आया। मालूम हो कि प्रज्वल रेवन्ना हासन लोकसभा सीट से जेडीएस-बीजेपी के संयुक्त उम्मीदवार है।
इस बीच, बेंगलुरु की अदालत ने यौन उत्पीड़न के मामले में जेडीएस विधायक एचडी रेवन्ना को दी गई अंतरिम अग्रिम जमानत 20 मई तक के लिए बढ़ा दी। रेवन्ना और उनके बेटे व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ 28 अप्रैल को हासन जिले के होलेनरसीपुर टाउन पुलिस थाने में घरेलू सहायिका के यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। ऐसा बताया जाता है कि प्रज्वल 27 अप्रैल को जर्मनी रवाना हो गए थे और वह अभी भी इस मामले में पेश नहीं हुए हैं। शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि 66 वर्षीय विधायक के घर पर पिता-पुत्र ने उसका यौन शोषण किया था। प्रज्वल के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों और संबंधित मामलों की जांच कर रहे SIT ने पूर्व मंत्री को हिरासत में दिए जाने की अपील की थी।
अश्लील वीडियो मामले की जांच CBI को सौंपने की मांग
वहीं, कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने मांग किया कि अश्लील वीडियो मामले की जांच सीबीआई को सौंपना चाहिए। प्रमुख लोगों की भागीदारी पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए विजयेंद्र ने पीड़ितों के लिए न्याय की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कई प्रमुख हस्तियों को फंसाया जा रहा है। मैं राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं कि पीड़ितों को न्याय मिले। मुझे लगता है कि केवल सीबीआई को जांच सौंपकर न्याय प्राप्त किया जा सकता है। यह राज्य सरकार से मेरी अपील है। इससे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री व जनता दल सेक्युलर के प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने अपने पोते व हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि एचडी रेवन्ना के खिलाफ मामला रचा गया है।