राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ‘बुलडोजर न्याय’ को गलत बताते हुए कहा है कि किसी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री के पास भी ये ताकत नहीं है कि किसी का घर बुलडोजर से गिरवा दें। अशोक गहलोत ने कहा- आप बिना किसी छानबीन के किसी का घर कैसे गिरवा सकते हैं? आपको पास ऐसा करने का क्या अधिकार है? अपने घर को ताश को पत्तों की तरह धराशाही होते देख किसी मासूम के दिमाग में क्या कुछ चलता होगा? बिना बीजेपी का नाम लिए अशोक गहलोत ने कहा कि- वो बोलते हैं करौली हिंसा मामले में पुलिस ने बेगुनाह लोगों को गिरफ्तार किया। तो क्या राजस्थान सरकार उनके घर गिरवा दे क्योंकि वो गिरफ्तार हो गए हैं?
सीएम अशोक गहलोत ने टीवी चैनल पर घर गिरता देख चिल्लाते गरीब लोगों की वीडियो पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि- बिना जांच के गरीब आदमी का घर गिरवा दिया। उन्होंने कहा कुछ सरकारों पर नियम को ताक पर रखकर कानून अपने हाथों में लेने का आरोप। सीएम गहलोत ने कहा कि कानून को अपना काम करने देना चाहिए ना कि आपको खुद कानून अपने हाथ में ले लेना चाहिए।
बिना किसी पार्टी का नाम लिए अशोक गहलोत ने कहा कि सरकारें अपने फायदे के लिए कानूनी ताकतों और केंद्रीय एजेंसियों जैसे प्रवर्तन निदेशायल (ED) और आयकर विभाग का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश को युवाओं को समझान होगा कि देश किस दिशा में जा रहा है। उन्होंने कहा अगर हम अब भी नहीं समझे तो इसकी भारी कीमत हमें चुकानी होगी।