एस पी मित्तल, अजमेर
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजस्थान भर में ही सरकारी स्तर पर योग के कार्यक्रम हुए। समारोह के मंच पर जो बैनर लगाया गया उस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के फोटो ही अंकित थे। अजमेर का जिला स्तरीय समारोह जवाहर स्कूल में हुआ। इस समारोह में क्षेत्रीय विधायक वासुदेव देवनानी, श्रीमती अनिता भदेल, मेयर ब्रजलता हाड़ा आदि उपस्थित रहे। विधायक देवनानी ने समारोह के बैनर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो नहीं लगाए जाने पर नाराजगी प्रकट की। देवनानी ने कहा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस करवाने में पीएम मोदी की ही भूमिका रही है। इस बार भी 21 जून को पीएम मोदी 180 देशों के प्रतिनिधियों के साथ यूएनओ में योग कर रहे हैं। योग के क्षेत्र में जिस शख्स का इतना योगदान है, उसका फोटो भी राजस्थान सरकार लगाने से गुरेज कर रही है। देवनानी ने कहा कि समारोह में पीएम मोदी का फोटो न लगाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी दूषित मानसिकता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि गहलोत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पीएम मोदी के प्रयासों से ही भारत की सनातन संस्कृति से जुड़े योग को आज दुनिया भर में अपनाया है। जो लोग प्रतिदिन योग करते हैं उनका शरीर स्वस्थ रहता है। पीएम मोदी के प्रयासों से ही आज घर घर में योग होने लगा है। अब तो एलोपैथिक के चिकित्सक भी मरीजों को योग करने का सुझाव देते हैं। अच्छा होता कि राज्य सरकार अपने समारोह में पीएम मोदी को सम्मान देती।
दरगाह के बाहर स्वागत:
राधा और श्रीकृष्ण की युगल मूर्ति के प्रतीक स्वयं श्री जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा 20 जून को अजमेर में धूमधाम से निकाली गई। गंज घाटी स्थित जगदीश मंदिर से रवाना हुई यह रथ यात्रा जब ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर पहुंची तो दरगाह से जुड़े मुस्लिम प्रतिनिधियों पूरी अकीदत के साथ स्वागत किया। मुस्लिम एकता मंच के प्रतिनिधि नवाब हिदायतुल्ला ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का स्वागत दरगाह के बाहर कई वर्षों से होता आ रहा है। हमने भी इसी परंपरा को निभाया है। उन्होंने कहा कि ख्वाजा साहब की दरगाह दुनिया भर में सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल है। दरगाह के बाहर भगवान जगन्नाथ का स्वागत सद्भावना के माहौल को और मजबूत करता है। स्वागत करने वालों में पीर नफिया मियां चिश्ती, गफ्फार काजमी, सैय्यद अतमस, हाजी फैयाज, काजी मुनव्वर अली, मोहम्मद इकबाल, सैय्यद अनवर चिश्ती, सैयद दुर्रेज मदनी, हक नवाज चिश्ती, सलीम बना, सैयद फैजले जमीन चिश्ती, सामी उस्मानी, अहसान मिर्जा, जुल्फिकार जीशन चिश्ती, गुलाजारी व सलमान खान आदि शामिल रहे। रथ यात्रा की आयोजक संस्था श्री अग्रवाल पंचायत मारवाड़ी धड़ा के प्रतिनिधि नरेंद्र डिडवानिया, संजय कंदोई, दिनेश परनामी आदि ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान जगन्नाथ नगर भ्रमण करते हुए जनकपुरी में अपनी मौसी के घर आते हैं। हमने भी इसी मान्यता के अनुरूप भगवान जगन्नाथ को नगर भ्रमण करवाया और फिर गंज स्थित जनकपुरी में प्रतिमाओं को स्थापित किया है। अब जनकपुरी में आगामी 28 जून तक धार्मिक कार्यक्रम होंगे। 28 जून को पुन: भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा को जगदीश पुरी मंदिर में स्थापित किया जाएगा। इन सात दिनों में जनकपुरी में प्रतिदिन धार्मिक कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रमों के पश्चात प्रसाद का वितरण भी होगा।
रामदेव मंदिर को खतरा:
अजमेर के निकटवर्ती खरेखड़ी गांव स्थित ऐतिहासिक और प्राचीन बाबा रामदेव मंदिर को खतरा हो गया है। मंदिर की प्रबंध समिति से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष काबरा ने बताया कि हाल ही की बरसात से मंदिर की दीवार गिर गई है। चूंकि यह मंदिर पहाड़ी पर बना हुआ है, इसलिए मंदिर भवन को भी खतरा हो गया है। अब जन सहयोग से मंदिर को बचाने का काम किया जा रहा है। काबरा ने जिला प्रशासन से भी आग्रह किया है कि मंदिर को सुरक्षित रखने में सहयोग किया जाए। मौजूदा समय में मंदिर खतरनाक स्थिति में है। मंदिर कमेटी के प्रमुख परशुराम मेघवाल, सूरज पुजारी, हनुमान महाराज आदि ने भी सहयोग की अपील की है। क्षतिग्रस्त मंदिर के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9829071696 पर सुभाष काबरा से ली जा सकती है।