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खालिस्तान से प्रेम के चक्कर में कनाडा पर मंदी का खतरा

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बविता झा 

खालिस्तान से प्रेम के चक्कर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार बैठे हैं। खालिस्तान का पक्ष लेने के चक्कर में उन्होंने भारत से दोस्ती गंवा दी। जिस विवाद की शुरुआत ट्रूडो ने की, अब भारत की ओर से उसपर रिएक्शन दिखने लगा है। भारत ने कनाडा से अपने 40 राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। भारत के साथ संबंधों में आई दरार का अब तो अर्थव्यवस्था पर असर दिख रहा है। कनाडा की बिगड़ती आर्थिक सेहत के आंकड़े सामने आने लगे हैं। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो न देश संभाल पा रहे हैं और न ही विदेश नीति। खालिस्तानियों के साथ दोस्ती निभाने के चक्कर में देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ बैठे हैं।

कनाडा पर मंडराया आर्थिक मंदी का संकट

ट्रूडो का खालिस्तानी प्रेम कनाडा की आर्थिक सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। कनाडा की अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा मंडराने लगा है। कनाडा का स्टॉक्स टीएसएक्स एक साल क निचले स्तर पर पहुंच गया है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कनाडा के मुख्य शेयर सूचकांक का हाल लिखा है। रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा के मेन स्टॉक्स एक्सचेंज टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज यानी टीएसएक्स 1.86 फीसदी लुढ़क गया है। TSX का एसएंडपी/टीएसएक्स कंपोजिट एंडेक्स 364.09 अंक गिरकर 19,177.18 पर पहुंच गया। ये पिछले एक साल का सबसे निचला स्तर है। सितंबर में बेंचमार्क इंडेक्स में भी 3.7 फीसदी की गिरावट थी। कनाडा के सबसे प्रमुख बैंक लॉरेंटियन बैंक के शेयरों में 5.9 फीसदी से अधिक की गिरावट आ चुकी है।

कनाडा की आर्थिक सेहत खराब

जस्टिन ट्रूडो विवादित बयानों में व्यस्त हैं और उधर देश की आर्थिक सेहत बिगड़ रही है। कनाडा विश्व की 10वीं सबसे बड़ी इकॉनमी रहा है, लेकिन ट्रूडो के शासन काल में वो कमजोर हो रहा है। शेयर बाजार ही नहीं कनाडा के विनिर्माण सेक्टर में भी मंदी का आशंका बन गई है। स्प्रंग इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट के चीफ माइकल स्प्रंग ने इस बात की आशंका जाहिर की है कि कनाडा की ओर मंदी का खतरा बढ़ रहा है। बात सिर्फ शेयर बाजार तक सीमित नहीं है। कोरोना के बाद से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भी रास्ते पर नहीं आ पाया है। प्रोडक्शन और नए ऑर्डर दोनों पर असर दिख रहा है। ये ऐसे कारक हैं, जो कनाडा की इकॉनमी को धीरे-धीरे चोट पहुंचा रहे हैं। अगर भारत के साथ संबध बिगड़े तो हालात और खराब हो सकते हैं। भारत कनाडा की इकॉनमी में अहम रोल निभाता है। फिर चाहे भारतीय छात्र हो या कनाडा में बसे भारतीय।

घट रही कनाडा की जीडीपी

रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कनाडा की सेहत का पूरा ब्यौरा दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा का PMI इंडेक्स पिछले महीने गिरकर 47.5 पर पहुंच गया। कनाडा की जीडीपी दूसरी तिमाही में घट गई। देश की मैटेरियल सेक्टर, माइनिंग और फर्टिलाइजर्स सेक्टर के अलावा सोने में 2.8 फीसदी तक की गिरावट आई है। कनाडा का पावर सेक्टर, यूटिलीटी सेक्टर सब गिरता जा रहा है। जाहिर है कि प्रोडक्शन, मैन्चुफैक्चरिंग जैसे सेक्टर प्रभावित होंगे तो जीडीपी पर असर पड़ेगा।

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