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नशा से ज्यादा दवा है भाँग

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   रिया यादव 

भांग एक पौधा है जो प्राचीन काल से औषधि, धार्मिक अनुष्ठानों, और मनोरंजन सभी कुछ के लिए उपयोग किया जाता रहा है। भांग में मुख्य सक्रिय घटक टीएचसी (THC) और सीबीडी (CBD) होते हैं, जो हमारे शरीर पर विभिन्न प्रभाव डालते हैं। भांग का सेवन कई रूपों में किया जाता है, जैसे धूम्रपान, चाय, खाने में मिलाना, या तेल के रूप में। 

     भांग का असर व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है, और यह विभिन्न व्यक्तियों में अलग-अलग प्रतिक्रिया उत्पन्न कर सकता है।

*1. मनोवैज्ञानिक प्रभाव :

भांग का सेवन करने पर सबसे पहले जो प्रभाव होता है, वह मानसिक और मानसिक स्थिति में परिवर्तन होता है। इसका मुख्य घटक टीएचसी (Tetrahydrocannabinol) है, जो मस्तिष्क के कैनाबिनॉयड रिसेप्टर्स पर कार्य करता है। इससे व्यक्ति में निम्नलिखित बदलाव हो सकते हैं:

     उत्साही और मानसिक शांति :

   भांग का सेवन मानसिक शांति, हल्का उत्तेजना और खुशी की भावना पैदा कर सकता है।

     ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई :

   जब व्यक्ति भांग का सेवन करता है, तो ध्यान केंद्रित करने में समस्या हो सकती है और याददाश्त पर भी असर पड़ सकता है।

     समय और स्थान का भ्रम : 

   भांग का सेवन करने से कुछ लोग समय और स्थान का भ्रम महसूस कर सकते हैं, जैसे कि समय का बहुत लंबा या बहुत छोटा लगना।

      उदासी या चिंता : 

कुछ मामलों में भांग मानसिक विकार उत्पन्न कर सकती है, जिससे घबराहट, मानसिक भ्रम और चिंता की भावना उत्पन्न हो सकती है।

*2. शारीरिक प्रभाव :*

भांग का सेवन शरीर पर भी प्रभाव डालता है~

   सांस में कठिनाई : 

भांग का धूम्रपान करने से सांसों में तकलीफ हो सकती है, और फेफड़ों की क्षमता पर असर पड़ सकता है।

     मांसपेशियों को आराम : 

भांग के सेवन से मांसपेशियाँ शिथिल हो जाती हैं, और शरीर में आराम की भावना पैदा होती है। इसका इस्तेमाल कभी-कभी दर्द और ऐंठन को कम करने के लिए किया जाता है।

   आंखों में लाली : 

भांग का सेवन करने से आँखों में लाली आ सकती है, क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को फैलाता है।

   हृदय गति में वृद्धि : 

भांग का सेवन हृदय गति को बढ़ा सकता है, जिससे कभी-कभी धड़कन में वृद्धि और चक्कर महसूस हो सकते हैं।

*3. वेदना में राहत :*

भांग में सीबीडी (Cannabidiol) भी होता है, जो एक गैर-मनोरंजन घटक है, लेकिन इसे शरीर में दर्द से राहत दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। सीबीडी का सेवन दर्द, सूजन और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है। इसे विशेष रूप से क्रॉनिक पेन और आर्थराइटिस जैसी समस्याओं के उपचार में सहायक माना जाता है।

*4. निद्राहीनता और नींद में सुधार :*

भांग का सेवन निद्राहीनता (नींद की समस्या) के इलाज में सहायक हो सकता है। यह मस्तिष्क को शांत करके और शरीर को आराम दे कर नींद की गुणवत्ता को बढ़ा सकता है। हालांकि, इसका प्रभाव व्यक्तिगत रूप से भिन्न हो सकता है, और कुछ लोगों को इसके विपरीत, अत्यधिक उत्तेजना और जागरण का अनुभव हो सकता है।

*5. भ्रूण पर प्रभाव :*

भांग का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे भ्रूण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि विकास में देरी और मानसिक स्वास्थ्य पर असर। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं में भांग का सेवन गर्भपात और अन्य गर्भाशय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।

*6. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव :*

भांग का लंबे समय तक अत्यधिक सेवन मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह सिज़ोफ्रेनिया और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। साथ ही, भांग का सेवन मानसिक विकृति, पागलपन, और मानसिक स्थिति में अत्यधिक बदलाव का कारण बन सकता है।

*7. आलस्य और भूख में वृद्धि :*

भांग का सेवन व्यक्ति में अधिक भूख उत्पन्न कर सकता है, जिसे आमतौर पर “द मंन्जीज” (The Munchies) कहा जाता है। इसके कारण व्यक्ति को अत्यधिक खाने की इच्छा हो सकती है। यह आहार संबंधी आदतों में बदलाव कर सकता है।

*8. दीर्घकालिक प्रभाव :* 

यदि भांग का सेवन अत्यधिक और लंबे समय तक किया जाए, तो यह मस्तिष्क पर स्थायी प्रभाव डाल सकता है। इसमें स्मृति हानि, निर्णय लेने की क्षमता में कमी और मानसिक स्थिरता की कमी हो सकती है। लंबे समय तक भांग का उपयोग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि शारीरिक निर्भरता और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ।

*भांग का चिकित्सीय उपयोग :*

      हालांकि भांग का सेवन मनोरंजन के रूप में किया जाता है, लेकिन इसके चिकित्सीय लाभ भी हैं :

1. पीड़ा प्रबंधन 

भांग के सीबीडी और टीएचसी तत्व का उपयोग दर्द को कम करने के लिए किया जाता है, खासकर कैंसर के उपचार के दौरान या क्रॉनिक पेन में।

2. मनोदशा में सुधार 

 भांग का उपयोग अवसाद और चिंता की स्थिति में सुधार लाने के लिए किया जाता है।

3. मांसपेशियों में ऐंठन 

 इसके तत्व मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

4. न्यूरोलॉजिकल रोग 

भांग का उपयोग पार्किंसंस, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी और मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों में किया जाता है।

भांग का सेवन शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के प्रभाव उत्पन्न कर सकता है। यदि इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए, तो यह कुछ चिकित्सीय लाभ भी दे सकता है। हालांकि, भांग का अत्यधिक सेवन मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए इसका सेवन सावधानी से और विशेषज्ञ की सलाह पर करना चाहिए। विशेष रूप से युवा और गर्भवती महिलाओं को भांग का सेवन करने से बचना चाहिए। (चेतना विकास मिशन).

Ramswaroop Mantri

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