लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में बीते दिन यानी बुधवार को सूबे के बड़वानी जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने भाजपा की सदस्यता ली है। लेकिन इसके बाद जिले में एक अजीब नजारा देखने को मिला। कांग्रेस जिला अध्यक्ष के पार्टी छोड़ने पर जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता ही खुशियां मना रहे हैं। यहीं नहीं कांग्रेस नेताओं के साथ मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला कोर्ट चौराहे पर जश्न मनाते हुए जमकर आतिशबाजी भी की।
जश्न मनाने वाले कांग्रेसियों का कहना है कि अच्छा हुआ जो फूल छाप कांग्रेसी चला गया तो वहीं बीजेपी में गए वीरेंद्र दरबार का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में चार में से तीन सीटें कांग्रेस पार्टी उनकी वजह से ही जीत पाई थी, लेकिन राम मंदिर मुद्दे के समय कांग्रेस की नीतियों को लेकर उनकी आस्था आहत हुई है, जिसके चलते वो भाजपा में शामिल हुए हैं।
बड़वानी जिला कोर्ट चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इकट्ठे होकर जमकर आतिशबाजी करते हुए जश्न मनाया। दरअसल यहां के कांग्रेस जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह दरबार बुधवार को ही भोपाल स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में बीजेपी की सदस्यता ले रहे थे और इधर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता उनके विरोध के तौर पर आतिशबाजी कर जश्न मना रहे थे। कांग्रेस का कहा है कि उनकी भावनाएं 23 दिन बाद क्यों आहत हुई। इतने दिन से वो क्या कर रहे थे और अगर उनके दम पर ही चुनाव जीते गए तो वो ये पहले ही बता देते तो उन्हें पूरे प्रदेश में घुमा देते।
23 दिन बाद क्यों आहत हुई आस्था
इधर पटाखे फोड़ रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता ने बताया कि आज हमारे सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता और पार्षद इस बात पर पटाखे फोड़ रहे हैं कि हमारे कांग्रेस के जो पूर्व जिला अध्यक्ष थे वीरेंद्र दरबार जी, उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। और अगर वे यह कह रहे हैं कि कुछ मुद्दों से आहत होकर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की है तो हम बता दें कि भगवान श्री राम भाजपा के ही नहीं पूरे विश्व की आस्था के केंद्र हैं, और जो प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण हुआ है उसकी सबको खुशी है । तो वह जो उनकी आस्था आहत होने की बात कह रहे हैं, तो उनकी आस्था 22 जनवरी के बाद आज फरवरी 14 फरवरी को 23 दिनों बाद क्यों आहत हुई, और वे जो तथ्य बता रहे हैं वह किसी भी कांग्रेसी के गले नहीं उतर रहे हैं।