भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह शनिवार को इंदौर आए। वे कुछ कांग्रेस नेताओं के निवास पर भी गए। कांग्रेस के दो पूर्व विधायकों के भाजपा में जाने के सवाल पर सिंह ने कहा कि जो कांग्रेस छोड़ कर जा रहे हैं, उनके लिए विचारधारा मायने नहीं रखती; वे सत्ता के पीछे भाग रहे हैं। आरएसएस और जनसंघ भी चाहते थे कि मैं कांग्रेस छोड़कर उनके साथ आ जाऊं, लेकिन मैं कांग्रेस की विचारधारा के साथ ही रहा। सत्ता और कुर्सी के बजाय मेरे लिए विचारधारा मायने रखती है।कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस जन-जन में बसी है। नेता जा सकते हैं, लेकिन कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ता कांग्रेस नहीं छोड़ेगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में कम्युनिस्ट, संघ और महात्मा गांधी की विचारधारा है। कांग्रेस गांधीवादी विचारधारा के साथ संविधान, भाईचारे और एकता में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि जो भाजपा में शामिल हुए, उन्हें कांग्रेस की विचारधारा से अगर मतलब ही नहीं था तो फिर वे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव ही क्यों लड़े।
कांग्रेस नेता सिंह ने आगे कहा कि 1977 में भी कहा जाता था कि कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, लेकिन मैं तब चुनाव जीता। इंदौर से यज्ञदत्त शर्मा और सुरेश सेठ चुनाव जीते। कांग्रेस जन-जन में बसी है। नेता जा सकते हैं, लेकिन कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ता कांग्रेस नहीं छोड़ेगा।