एक बार फिर साल के 365 दिन बीतने की कगार पर हैं। साल 2023 को अलविदा कहने से पहले यह मौका खास है। एक नजर ऐसे चुनिंदा मील के पत्थरों पर जो बीते 12 महीने में कायम हुए।हर साल हमारे लिए खास उपलब्धियों के साथ-साथ निराशा भी लेकर आता है। शायद इसी का संकेत डॉ कुमार विश्वास की कविता से मिलता है जहां उन्होंने कहा, ‘ये साल हमारी किस्मत में कुछ नए सितारे टांकेगा, ये साल हमारी हिम्मत को कुछ नई नजर से आंकेगा।’ साल 2023 में कई ऐसी ही उपलब्धियां भारत के हिस्से में आईं। अमर उजाला पर Year Ender 2023 नाम की खास पेशकश में पढ़िए सेना अंतरिक्ष, विज्ञान, मेडिकल और संसदीय जगत से जुड़ी देश की बड़ी उपलब्धियां—
आधी आबादी के नाम पूरा साल!
साल 2023 में भारत की नारी शक्ति दुनिया के सामने आई। आधी आबादी कही जाने वाली महिलाओं की खेल प्रतिभा के साथ-साथ सेना जैसी चुनौतीपूर्ण भूमिका में भी दिखी। सेना में पहली बार महिलाओं को आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल किया गया। संसद यानी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का पहली मजबूत पहल भी इसी साल हुई। सरकार ने विधायिका में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने वाला कानून बनाने के लिए विधेयक पारित कराया।
भारतीय सेना में नारी शक्ति की दस्तक, जनवरी से शुरुआत
जनवरी के महीने में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में महिलाओं को शामिल करने का एलान किया। साल की शुरुआत में भारत की आधी आबादी को उसका हक देने की दिशा में यह सबसे मजबूत कदम माना गया। कैप्टन शिवा चौहान सेना की पहली महिला अधिकारी बनीं जिन्हें कुमार पोस्ट में सक्रिय रूप से तैनात किया गया। फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान को कठिन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन के कुमार पोस्ट में तैनात किया गया। देश की सुरक्षा के लिए सेना में नए नियमों के तहत चुने जाने वाले अग्निवीरों का पहला बैच भी इसी साल सामने आया। जनवरी में प्रधानमंत्री ने अग्निवीरों के पहले बैच को संबोधित किया था। सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने सेना में महिलाओं भी बढ़ती भागीदारी का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था कि अग्नीवीर योजना आधी आबादी को भी सशक्त बनाएगी। सरकार तीनों सेनाओं में महिला अग्निवीरों को देखने के लिए बहुत उत्सुक है।
एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री भारत में
फरवरी का महीना भारत के लिए कामयाबी की अद्वितीय कहानी दक्षिण भारत से लाया। कर्नाटक के तुमकुरु में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिक हैलीकॉप्टर बनाने की फैक्ट्री का उद्घाटन किया तो इसे एशिया में सबसे बड़ा बताया गया। एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री का सरजमीं-ए-हिंद पर होना बताता है कि धर्म और आध्यात्म के लिए सात समंदर पार तक आस्था और श्रद्धा का केंद्र भारत, विज्ञान के पैमाने पर भी किसी मायने में पीछे नहीं है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की इस फैक्ट्री में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बनाए जाएंगे। शुरुआत में एक साल में 30 हेलीकॉप्टर की मैनुफैक्चरिंग होगी। विनिर्माण क्षमता को सालाना 90 हेलीकॉप्टर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन समारोह में इस बात को रेखांकित किया था कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान के तहत देश में अत्याधुनिक केंद्र बनाए जा रहे हैं। इसी विजन के तहत उनके कार्यकाल के दौरान रक्षा क्षेत्र में पांच गुना अधिक निवेश हुआ है। विदेशी रक्षा आयात को न्यूनतम स्तर पर लाने का प्रयास किया जा रहा है।
दूध के उत्पादन में सबसे आगे भारत
फरवरी में श्वेत क्रांति का नया संकेत मिला। केंद्र सरकार ने बताया कि भारत दूध उत्पादन के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर है। वैश्विक दूध उत्पादन में भारत का योगदान 24 फीसदी है। इसी महीने में विज्ञान की दुनिया से बड़ी खबर भी आई जब उत्तर भारत में पहला परमाणु संयंत्र हरियाणा के गोरखपुर शहर में स्थापित करने की घोषणा की गई। फरवरी में ही भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी लगी। यह मौका इसलिए खास बना क्योंकि भारत और डेनमार्क के इतिहास और वैभव को पहली बार भारत में प्रदर्शित किया गया। उद्घाटन के लिए डेनमार्क के महामहिम क्राउन प्रिंस और महामहिम क्राउन प्रिंसेस भारत आए थे।
मार्च में ऑस्कर के अलावा पूर्वोत्तर से भी अच्छी खबर, सीआईएसएफ पहली बार दिल्ली से बाहर निकली
साल के तीसरे महीने में भारत में पर्यावरण के मोर्चे पर उल्लेखनीय काम हुआ। मेघालय में पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल संचालन किया गया। भारतीय रेलवे ने अभयपुरी – पंचरत्न और दुधनाई- मेंदीपथार के बीच विद्युतीकरण पूरा किया, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने खुशी प्रकट की। सरकार के अनुसार अब मेघालय और उत्तर पूर्व में कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसी महीने में पहली बार केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने दिल्ली से बाहर कदम रखा। पहली बार दिल्ली के बाहर अपना स्थापना दिवस मनाने गई सीआईएसएफ के फैसले की चौतरफा सराहना हुई। पीएम मोदी ने इतिहास में पहली बार ऐसा करने के लिए सीआईएसएफ की तारीफ की और कहा कि इन फैसलों से शासन में सहभागिता की भावना बढ़ती है। इसके अलावा मार्च 2023 भारत के लिए संगीत और कला जगत से भी कामयाबी की कहानी लाया। फिल्मी दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माने जाने वाले अवॉर्ड- ऑस्कर के 95वें संस्करण में भारतीय प्रतिभा की धाक रही।
अप्रैल
भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की भूमिका के मामले में यह महीना ऐतिहासिक रहा। आधी आबादी की क्षमता को पहचानने और उसके सही इस्तेमाल के दृष्टिकोण से सेना ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल किए जाने का एलान साल 2023 की शुरुआत में ही किया था। सेना की घोषणा के मुताबिक हर बैच की 10 प्रतिशत से अधिक महिला अधिकारी आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल होंगी, जिसकी शुरुआत अप्रैल महीने से ही हुई। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सेना ने इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा जनवरी में की थी। सरकार ने इस प्रस्ताव को मार्च में मंजूरी दी थी। विदेश नीति के मामले में भी भारत को इस साल उल्लेखनीय कामयाबी मिली। पहली बार भारत-ईरान और आर्मेनिया के बीच त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन हुआ। 20 अप्रैल 2023 को आर्मेनिया के येरेवन में हुई इस बैठक में भाग लेने वाले देशों के बीच कनेक्टिविटी, संस्कृति और व्यापार बढ़ाने जैसे अलग-अलग और अहम पहलुओं पर मंथन हुआ।
मई
साल का पांचवां महीना भारत के लिए समुद्री कामयाबी लेकर आया। भारतीय नौसेना का पोत आईएनएसवी तारिणी, अंतरद्वीप और महासागरों की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद भारत में पहुंचा। 188 दिनों तक 17 हजार समुद्री मील का सफर तय करने के बाद भारत पहुंची टीम के स्वागत में खुद नौसेना प्रमुख गोवा के समुद्र तट पर पहुंचे थे। नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरिकुमार ने इस सफलता को महिला नाविकों के लिए बेहद खास बताया। उन्होंने कहा, ऐसी कवायद सात समुद्रों को पार करने के अवसरों के लिहाज से एक नए चरण की शुरुआत है। आईएनएसवी तारिणी ने गोवा से केपटाउन होते हुए रियो-डी-जेनेरियो की ऐतिहासिक यात्रा करने के बाद वहां से वापसी का सफर 188 दिनों में पूरा किया।
जून
साल के 151 दिन बीतने के बाद एक बार फिर ‘इतिहास में पहली बार’ जैसा मौका आया। जून, 2023 का पहला हफ्ता बीतने के साथ ही विदेश नीति के मामले में भारत ने एक और पटकथा लिखी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली संयुक्त गोलमेज बैठक का आयोजन हुआ। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के लिहाज से इस बैठक को खुद सरकार ने भी अहम करार दिया। भारत और न्यूजीलैंड की साझेदारी में बड़ी क्षमता होने की बात को स्वीकार करते हुए दोनों देश तालमेल बढ़ाने पर सहमत हुए। बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन को और आसान बनाने के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली को बढ़ावा दिए जाने पर भी सहमति बनी। समुद्री परिवहन के लिहाज से ट्रांस-शिपमेंट हब के अलग-अलग पहलुओं पर भी मंथन हुआ। इसी महीने में भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच पहला समुद्री अभ्यास भी सुर्खियों में रहा। ओमान की खाड़ी में सात जून, 2023 को यह साझा सैन्य अभ्यास शुरू हुआ। इसमें भारत की तरफ से आईएनएस तरकश के अलावा फ्रांसीसी जहाज सरकौफ, इंटीग्रल हेलीकॉप्टर, फ्रांस का राफेल विमान समेत यूएई के नौसैनिक समुद्री गश्ती विमानों पर सवार होकर साझेदारी अभ्यास किया गया। अभ्यास का मकसद तीनों नौसेनाओं के बीच त्रिपक्षीय सहयोग बढ़ाना है। इससे समुद्री वातावरण में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक खतरों को दूर करने में भी मदद मिलेगी।
जून की कुछ और अहम झलकियां–
- ओडिशा में पहली बार जनजातीय खेल महोत्सव का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने पहल की सराहना करते हुए भारत को गौरवान्वित करने में जनजातीय खिलाड़ियों की बड़ी भूमिका को रेखांकित किया।
- भारत में पहली बार राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का आयोजन। iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म की मदद से सरकारी तंत्र में लोगों का भरोसा बढ़ाने का प्रयास।
- बीते आठ साल में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता भी इसी महीने में दर्ज की गई। पर्यावरण मंत्रालय ने आंकड़ा जारी कर बताया, साल 2016 से 2023 के बीच (जनवरी- जून की अवधि में) दिल्ली में सबसे साफ हवा जून, 2023 में रही। कोरोना महामारी के लॉकडाउन को छोड़कर इस कालखंड में वायु गुणवत्ता ‘अच्छी से मध्यम’ सबसे अधिक दिनों तक बरकरार रही।
कार्मिक (DoPT) विभाग का पहला इंटर्नशिप कार्यक्रम:
सार्वजनिक नीति और सुशासन के क्षेत्र में युवाओं के लिए अनूठी पहल। इसके तहत रिसर्च, अध्ययन का मंच स्थापित करना और पब्लिक पॉलिसी बनाने में योगदान के लिए प्रोत्साहित करना है। 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय के साथ इंटर्नशिप कम से कम आठ सप्ताह और अधिकतम छह महीने तक कराया जाता है।
घावों का उपचार; भारत में बनी पहली डिवाइस:
त्वचा के घावों को न्यूनतम निशान के साथ ठीक करने में कामयाबी। कम लागत में तेजी से उपचार करने वाली क्लास डी बायोमेडिकल डिवाइस को भारतीय औषधि नियंत्रक- डीसीजीआई ने मंजूरी दी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसे स्वदेशी रूप से विकसित पहला टिश्यू इंजीनियरिंग स्कैफोल्ड बताया। स्तनपायी पशुओं में पाए जाने वाले टिश्यू से तैयार इस स्वदेशी डिवाइस को कोलेडर्म नाम दिया गया है। सरकार के अनुसार, भारतीय बाजार में इसकी शुरुआत के साथ उपचार की लागत बहुत कम (10,000 रुपये से घटकर 2,000 रुपये) हो जाने का अनुमान है।
जुलाई
तमाम घटनाओं के बीच जी-20 देशों का सम्मेलन लगभग पूरे साल सुर्खियों में बना रहा। इसी के एक हिस्से के रूप में 20 और 21 जुलाई को वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में हुआ। यह भारत में हुआ अपनी तरह का पहला आयोजन है। दुनिया के 20 प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों की मेजबानी के दृष्टिकोण से यह घटना देश की बड़ी कामयाबी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इसमें 40 से अधिक देश, 55 से अधिक इंटरनेशनल रिसर्च संस्थाओं ने भाग लिया।
इसके अलावा देश के संसदीय इतिहास में जुलाई का महीना बेहद खास रहा। पूर्वोत्तर भारतीय राज्य- नगालैंड से निर्वाचित महिला सांसद एस फांगनोन कोन्याक को सदन की कार्यवाही के संचालन का अवसर मिला। फांगनोन राज्यसभा की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला सदस्य बनीं। संसद के मॉनसून सत्र से पहले बनाए गए आठ सदस्यीय पैनल में चार महिलाओं को शामिल किया गया। राज्यसभा के इतिहास में पहली बार उपाध्यक्षों के इस पैनल में महिला सदस्यों को समान संख्या में प्रतिनिधित्व मिला। फांगनोन के अलावा इस पैनल में पीटी उषा, फौजिया खान और सुलता देव भी शामिल रहीं।
जुलाई, 2023 में ही भारत में पहली बार एशियाई युवा एवं जूनियर भारोत्तोलन चैंपियनशिप का आयोजन हुआ। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में एशियाई क्षेत्र के 15 से अधिक देश, 200 एथलीटों के साथ-साथ 30 से अधिक भारतीय भारोत्तोलकों ने अपने जौहर दिखाए।
इतिहास के ऐसे ही अद्वितीय अवसरों में भारत में पहली कैनबिस मेडिसिन परियोजना के फैसले को भी गिना जाएगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि इस परियोजना का नेतृत्व जम्मू करेगा। जम्मू के ‘कैनबिस रिसर्च प्रोजेक्ट’ में भारत के सीएसआईआर और आईआईआईएम के साथ कनाडाई फर्म पीपीपी मॉडल पर काम करेंगे। इसके तहत न्यूरोपैथी, मधुमेह जैसी बीमारी के लिए दवाओं का उत्पादन किया जाना है। दवाओं की गुणवत्ता निर्यात के स्तर की होगी।
भारत के बाहर पहला आईआईटी कैंपस स्थापित किए जाने के मामले में भी जुलाई, 2023 ऐतिहासिक साबित हुआ। पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया और इसी भौगोलिक क्षेत्र के जांजीबार में आईआईटी मद्रास का कैंपस खोलने का एलान हुआ। शिक्षा जगत के दृष्टिकोण से देश के बाहर पहले आईआईटी कैंपस की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होना बेमिसाल उपलब्धि है।
अगस्त
साल का सातवां महीना भी देश के लिए भरपूर उपलब्धियां लेकर आया। 23 अगस्त को जब चांद के दक्षिणी ध्रुव पर भारत ने कदम रखा तो पूरी दुनिया ने मुक्त कंठ से भारत की अंतरिक्ष क्षमता की सराहना की। यह मील का पत्थर काम करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना। 14 जुलाई को चंद्रयान के प्रक्षेपण के बाद दुनियाभर के देश भारत के इस महत्वाकांक्षी मिशन पर नजरें गड़ाए बैठे थे। चांद की सतह पर उतरने के बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की मदद से इसरो के वैज्ञानिकों ने चांद की सतह से जुड़े कई अहम डेटा हासिल किए हैं।
भारत का पहला थ्री-डी मुद्रित डाकघर
अगस्त के तीसरे सप्ताह में भारत का पहला थ्री-डी मुद्रित डाकघर सामने आया। प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलूरू के केम्ब्रिज ले-आउट में भारत के पहले ऐसे डाकघर की सराहना करते हुए कहा कि यह भारत में हो रहे इनोवेशन और तरक्की को दिखाता है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की भावनाओं के मुताबिक तैयार कृति भी करार दिया।
खेल जगत में लगातार मिल रही कामयाबी को देखते हुए सरकार लगातार बुनियादी ढांचे को बेहतर करने में जुटी है। इसी कड़ी में खेल जगत को बड़ी सौगात मिली जब देश के पहले राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की शुरुआत की गई। पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मणिपुर में 643.34 करोड़ रुपये की लागत से इसकी स्थापना की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में नगरनार इस्पात संयंत्र ने पहला हॉट रोल्ड कॉइल बनाकर इतिहास रचा। इस प्लांट की स्थापना 24000 करोड़ रुपये की लागत से हुई है। तीन मिलियन टन वार्षिक क्षमता वाले इस इस्पात संयंत्र में हॉट रोल्ड कॉइल बनना इसलिए भी खास है क्योंकि इसके पास इस्पात विनिर्माण का पुराना अनुभव नहीं है।
भारत के पहले स्वदेशी मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) स्कैनर का शुभारंभ भी अगस्त के महीने में ही हुआ। कम भार वाली यह मशीन अत्यधिक तीव्र (अल्ट्राफास्ट), 1.5 टेस्ला के हाई फील्ड नेक्स्ट जेनरेशन एमआरआई मशीन को वॉक्सेलग्रिड्स इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड ने विकसित किया है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के अंतर्गत यह एमआरआई स्कैनर विकसित किया गया है।
स्वदेशी ई ट्रैक्टर विकसित करने के मामले में भी यह महीना खास साबित हुआ। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CMERI) ने सीएसआईआर प्राइमा ईटी11 विकसित किया है। कृषि में नई और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाली टेक्नोलॉजी अपनाने की दिशा में यह मील का पत्थर भी 2023 की खास उपलब्धि है।
दुनिया के पहले बीएस 6 स्टेज II ‘इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल’ का प्रोटोटाइप लॉन्च करने के मामले में भी भारत ने कामयाबी के झंडे गाड़े हैं। इथेनॉल का इस्तेमाल बढ़ाने पर सरकार का जोर और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के साथ-साथ किसानों की दोगुनी आय और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव का लक्ष्य पाने के मद्देनजर ‘इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल’ देश की बड़ी उपलब्धि है।
गुजरात के गांधीनगर में पारंपरिक चिकित्सा पर दुनिया का पहला डब्ल्यूएचओ वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजन भी वैश्विक पटल पर भारत की उपलब्धि के रूप में देखा जाएगा। पारंपरिक चिकित्सा पर सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम 17 और 18 अगस्त को आयोजित किया गया।
इसी महीने में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक आया। भारत की बेटियों (महिला कंपाउंड टीम) ने देश के तिरंगे को जर्मनी में लहराया। खुद पीएम मोदी ने इसे भारत के लिए गर्व का क्षण बताया। देश के चैंपियंस को 10 करोड़ भारतवासियों ने बधाई दी।
सितंबर
संसदीय इतिहास के नजरिए से यह महीना बेहद खास रहा। संसद की नई इमारत में प्रवेश करते हुए सरकार ने इसे लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही के लिए तैयार करार दिया। पांच दिवसीय विशेष सत्र में पीएम मोदी ने पुरानी इमारत को धरोहर और विरासत भवन के रूप में सहेजने की बात भी कही थी।
अंतरिक्ष जगत की उपलब्धियों के लिहाज से भी यह महीना उपलब्धियों से भरा रहा। सूर्य की तरफ इसरो ने आदित्य-एल-वन उपग्रह भेजा। दो सितंबर को लॉन्च करने के बाद इसरो ने बताया कि आदित्य-एल1 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहा। इसके बाद वैज्ञानिक इसकी मदद से सूर्य और सौरमंडल से जुड़े डेटा का अध्ययन कर रहे हैं।
महिला आरक्षण को लेकर ऐतिहासिक पहल
एक बार फिर देश की राजनीति के केंद्र में आधी आबादी का जिक्र आया। संसद में केंद्र सरकार ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम की पहल की है। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद महिलाओं को उनका हक जरूर दिया जाएगा। सरकार आने वाले सालों में 33 फीसद सीटों को आरक्षित करने के जरूरी नियम और कानून बनाएगी।
अक्तूबर
सेना ने इस महीने को भी खास बनाया। अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के महानिदेशक का पद एयर मार्शल साधना सक्सेना नायर ने संभाला। भारतीय वायुसेना की अधिकारी एयर मार्शल साधना सक्सेना नायर प्रभावी रूप से केवल दूसरी महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने पूरे सेवाकाल में वायुसेना में अलग-अलग पदों पर सेवाएं देने के बाद एयर मार्शल के पद तक पहुंची। इस पद को संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनने के नजरिए से यह उपलब्धि साल 2023 में उल्लेखनीय रही। इसके अलावा खेल की दुनिया में एशियन गेम्स में भारतीय दल का प्रदर्शन इस महीने में सबसे खास रहा। अभूतपूर्व प्रदर्शन में भारतीय एथलीट्स ने कुल 107 पदक हासिल किए।
नवंबर
सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का एक और उदाहण उस समय देखने को मिला जब सशस्त्र सेना ट्रांसफ्यूजन सेंटर की कमान पहली बार महिला अधिकारी को सौंपी गई। आर्मी मेडिकल कोर की अधिकारी कर्नल सुनीता, सशस्त्र सेना के दिल्ली कैंट में पहली महिला पदाधिकारी बनीं। रोहतक के स्नातकोत्तर चिकित्सा विज्ञान संस्थान से स्नातक, कर्नल सुनीता ने रोग विज्ञान में स्नातकोत्तर (एमडी और डीएनबी) डिग्री हासिल की है।
भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रूज लाइनर के संचालन की दृष्टि से भी नवंबर का महीना ऐतिहासिक रहा। सरकार ने कहा, 2047 तक भारत में 5 मिलियन क्रूज यात्रियों का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके मद्देनजर इंटरनेशनल क्रूज लाइनर का घरेलू नौचालन शुरू होना उल्लेखनीय उपलब्धि है। भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रूज जहाज कोस्टा सेरेना की पहली समुद्री यात्रा मुंबई से शुरू हुई।