भाजपा विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरूद्ध मीना ने,विधायक के देवर पर प्रकरण दर्ज, एफआइआर के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने भी मांगा जवाब मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया विरोध कहा- किसी भी माफिया को अपने क्षेत्र में बर्दाश्त नहीं करूंगा। उप संचालक कृषि अशोक उपाध्याय गुना ने लगाया विधायक के देवर पर बंधक बनाकर रंगदारी मांगने का आरोप
सत्ता के मद में चूर भाजपा के कई जिस-किस तरह के गैर कानूनी काम कर रहे हैं. यह आये दिन देखने-सुनने को मिरते हैं। मीडिया की सुर्खी बनते हैं। पिछले दिनों इंदौर में 24 घंटे एक भाजपा नेता द्वारा संचालित जुएं सट्टे के अड्डे पर पुलिस ने छापा मारा था। इसे एक भाजपा विधायक का एवं पुलिस के कुछ अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त था। यहां से पुलिस ने 11.77 लाख रुपये भी जब्त किए थे।
खंडवा में भाजपा विधायक कंचन तनवे के समर्थक और एनएचएआइ ठेकेदार राजपाल सिंह भी पिछले दिनों चर्चा रहे। उनका एक आडियो खूब चर्चा में में रहा जिसमें भाजपा नेता राजपाल सिंह राठौड़ खंडवा की भाजपा विधायक कंचन तनवे को ऑब्लाइज करने की बात कह रहा है। ऐसा नहीं करने पर माहौल खराब करने की धमकी दी। वह खुद को आरएसएस से जुड़ा होने की बात भी बताता है। हालांकि देशगांव संधी हाइवे के ठेकेदार विशाल वैद्य से यह संवाद 3 माह से भी अधिक पुराना है। वैसे इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा विधायक कंचन तनवे का कहना है मैं तो जो भी मेरे पास आता है उसे अपना मानती हूं। यदि कुछ लोग करीबी होनेका फायदा उठा रहे हैं तो यह गलत है। पीठ पीछे कोई क्या गुल खिलाता है? यह पता नहीं चलता। मैंने कहीं किसी के कामों में हस्तक्षेप नहीं किया। इंदौर में भाजयुमो के नगर उपाध्यक्ष की भाजपा के लोगों ने ही सरेराह हत्या कर दी! पिछली 19 जून को चाचौड़ा से भाजपा विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरूद्ध मीना ने कृषि उपसंचालक अशोक उपाध्याय को विधायक के घर बुलाकर जिस प्रकार की गुंडागर्दी की एवं रंगदारी में 50 लाख रुपये मांगे उसने तो गुंडागर्दी के रंगदारी के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। कृषि उपसंचालक को विधायक के देवर से जान का खतरा उत्पन्न हो गया है वह काफी भयभीय है। उपाध्याय ने गुना एसपी को जो शिकायत की है उसके अनुसार उनके पास 19 जून को विधायक के देवर अनिरुद्ध मीना का कॉल आया कि 20 जून को आप विधायक से मिलने गांव आ जाएं। 20 जून को ‘स्कूल चलो अभियान’ के कारण उपाध्याय विधायक के गांव नहीं गए। 21 जून को सुबह करीब 11 बजे कृषि उपसंचालक अपने सरकारी वाहन से विधायक के गांव पेंची में उनके घरमिलने पहुंचे। यहां अनिरुद्ध ने उनसे खाद की जानकारी ली। अफसर के अनुसार जब उन्होंने जाने को कहा तो चाय पिलाने के बहाने उन्हें बगल वाले कमरे में बैठा दिया। यहां अनिरुद्ध और उनके एक साथी ने सभी खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए और मोबाइल लेकर रख लिया। बंद कमरे में
मुझसे कहा कि 6 साल से नौकरी कर रहे हो, 50 लाख रुपए जल्दी से जल्दी भिजवा दो। यह भी कहा कि चाचौड़ा थाने के टीआई को भी ऐसे ही पीटा था। उपाध्याय का कहना है कि मुझे 40 मिनट तक बंधक बनाकर रखा।
इस घटना के बाद कृषि उपसंचालक अशोक उपाध्याय इतने डर गए थे कि उन्हें कुछ नहीं सूझा हिम्मत कर उन्होंने एसपी संजीव सिन्हा गुना को लिखित शिकायत की। शिकायत पर विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरुद्ध मीना पर एवं एक अन्य व्यक्ति पर चांचोड़ा पुलिस बाने में शासकीय कार्य में बाधा और धमकाने का मामला दर्ज किया है। इस मामले में सबसे अच्छी बात यह है कि क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीयमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कड़े शब्दों में इसका विरोध करते हुए कहा, विधायक हो, सांसद हो या उनके प्रतिनिधि
या रिश्तेदार कोई माफिया ही क्यों न हो। अपने संसदीय क्षेत्र में किसी नाफिया को बर्दाश्त नहीं करूंगा। यही नहीं प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने भी विधायक प्रियंका मीना से मामले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। गर्म है कि विधायक के देवर अनिरुद्ध मीना से प्रताड़ित 12 से भी अधिक जिलों में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों ने अलग-अलग तरीके से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वेडी शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा तक शिकायतें भेजी हैं। इस मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा और प्रदेश सरकार को घेरते हुए मामले में जवाब मांगा है। वहीं भाजपा किसान मोर्चा, केसरिया हिंदू बाहिनी के साथ मीणा समाज ने विधायक के पक्ष में ज्ञापन सौंपे। तो कृषि कर्मचारियों, ब्राह्मण समाज, जिला कांग्रेस कमेटी ने उपसंचालक के पक्ष में ज्ञापन सौंप हैं। अनिरुद्ध ने भी पुलिस को आवेदन दिया है। जिसमें कहा है कि उपसंचालक के सारे आरोप निराधार है। चांचौड़ा में किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा था। इस की हैं। वजह से कृषि अधिकारी से बात थी। वे मनगढंत कहानियां बना रहे उन्होंने मुझे ऑफर किया, जिसका मैंने मना किया तो बोलने लगे की आपको नेतागिरी नहीं आती है।
सिधिंया बोले किसी को बक्शा नहीं जाएगा
पीड़ित कृषि अधिकारी अशोक उपाध्याय ने बताया कि उन्हें रंगदारी वसूलने के लिए किडनैप कर लिया गया. पैसों के बदले जान से मारने क़ी धमकी दी गई. इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, किसी का भी रिश्तेदार हो, उसे बक्शा नहीं जाएगा. ज्योतिरादित्य ने कहा यदि उनका खुद का रिश्तेदार भी गलत काम करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सही सही होता है और गलत गलत होता है. सिंधिया ने सख्त लहजे में खाद क़ी कालाबाज़ारी करने माफिया करार दिया है.
दिग्विजय ने सीएम मोहन पर खड़े किए सवाल
दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से सवाल किए हैं. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘X’ पर पूछा, ”क्या मुख्यमंत्री मोहन यादव और मुख्य सचिव मोहदया आप अपने अधिकारियों का संरक्षण करेंगे या ऐसे ही पिटने देंगे? अभी तक DDA गुना उपाध्याय जी की शिकायत पर FIR दर्ज नहीं हुई, गिरफ़्तारी तो छोड़ दीजिए. अभी तक कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता होता तो FIR दर्ज हो जाती और गिरफ्तारी हो जाती. यदि अल्प संख्यक होता तो बुलडेाजर से उसका घर गिरा दिया इतना पक्षपात तो मुख्यमंत्री ना करो.”