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गौतम अडाणी को करोड़ों का घाटा कराने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च ने कारोबार अचानक कर दिया बंद, अडानी समूह ने जताई खुशी

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 अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अचानक अपना कामकाज बंद कर दिया है। इसके संस्थापक नैट एंडरसन ने यह ऐलान कर हड़कंप मचा दिया। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। एंडरसन ने कहा कि वह काम के दबाव से थक गए हैं। अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं। हिंडनबर्ग के बंद होने से अडानी समूह फॉर्म में आ गया। अडानी समूह के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने इस खबर पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ‘एक्‍स’ पर लिखा, ‘कितने गाजी आए, कितने गाजी गए।’ यह साफ दिखाता है कि अडानी समूह हिंडनबर्ग के बंद होने से खुश है। हिंडनबर्ग के बंद होने के बीच जॉर्ज सोरोस कनेक्‍शन भी आ गया है। कुछ आलोचकों का मानना है कि हिंडनबर्ग का जॉर्ज सोरोस से संबंध थाअमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने कारोबार को बंद कर दिया है। संस्थापक नैट एंडरसन ने बताया कि बहुत ज्‍यादा संलिप्तता के चलते उन्होंने ऐसा फैसला लिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। कंपनी की वेबसाइट पर एंडरसन ने लिखा कि उन्होंने कुछ साम्राज्यों को हिला दिया।

हिंडनबर्ग की शुरुआत 2017 में हुई थी। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के कुछ दिन पहले ही इसकी स्थापना हुई थी। कुछ आलोचकों का मानना है कि हिंडनबर्ग का जॉर्ज सोरोस से संबंध था। उनका यह भी कहना है कि ट्रंप प्रशासन का दबाव भी इसके बंद होने का एक कारण हो सकता है। हालांकि, एंडरसन ने इन बातों को खारिज कर दिया।

अडानी समूह की मामले पर प्रतिक्रिया का इंतजार था। यह आ भी गई। ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने इस पर रिऐक्‍शन दिया। उन्होंने ‘एक्‍स’ पर लिखा, ‘कितने गाजी आए, कितने गाजी गए।’

जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में गौतम अडानी के नेतृत्‍व वाले अडानी ग्रुप पर ‘कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला’ करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी समूह ने शेयरों की कीमतों में हेरफेर की। साथ ही, वित्तीय गड़बड़ी भी की। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में 150 अरब डॉलर की गिरावट आई थी। अडानी समूह ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था।

एंडरसन ने अपने पत्र में क्‍या लिखा?

एंडरसन ने अपने पत्र में लिखा, ‘इसके पीछे कोई खास वजह नहीं है…कोई खतरा नहीं, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं और कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है। इस काम में जो अत्यधिक संलिप्तता से मैं बाकी दुनिया और उन लोगों से दूर हो रहा था जिनकी मुझे परवाह है। अब मैं हिंडनबर्ग को अपने जीवन का एक अध्याय मानता हूं, न कि कोई ऐसी चीज जो मुझे परिभाषित करती है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया, जिन्हें हिलाने की हमें जरूरत महसूस हुई।’ एंडरसन ने बताया कि उनके काम की वजह से कई अरबपतियों और बड़े लोगों पर मुकदमे चले।

एंडरसन ने बताया कि वह अगले छह महीनों में हिंडनबर्ग के काम करने के तरीके पर वीडियो और सामग्री बनाएंगे। इससे लोग जान पाएंगे कि कंपनी कैसे जांच करती थी। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मैं यह सुनिश्चित करने पर फोकस करूंगा कि हमारे दल का हर सदस्य वहां पहुंचे जहां वे आगे बढ़ना चाहते हैं। इसलिए अगले छह महीने में मैं हमारे मॉडल के हर पहलू और हम अपनी जांच कैसे करते हैं, इसके बारे में ‘ओपन-सोर्स’ के लिए सामग्री और वीडियो की एक सीरीज पर काम करने की योजना बना रहा हूं।’

एक इंटरव्यू में एंडरसन ने कहा कि वह अब अपने शौक पूरे करना चाहते हैं। वह घूमना फिरना चाहते हैं और अपनी मंगेतर और बच्चे के साथ समय बिताना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास काफी पैसे हैं। वह अब कम रिस्‍की इन्‍वेस्‍टमेंट्स में पैसा लगाएंगे।

ह‍िंडनबर्ग पर चल सकता है मुकदमा

अमेरिकी सांसद रीप लांस गुडेन ने अमेरिकी न्याय मंत्रालय से अडानी समूह के खिलाफ सभी रिकॉर्ड सुरक्षित रखने को कहा था। उन्होंने कहा था कि बाइडन प्रशासन ने अडानी समूह के खिलाफ ‘चुनिंदा अभियोजन’ चलाया है। इसके कुछ दिन बाद ही एंडरसन ने कंपनी बंद करने की घोषणा की।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद भारत में काफी हंगामा हुआ था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था। धीरे-धीरे अडानी समूह ने अपनी खोई हुई साख वापस पाई। समूह का प्रदर्शन अच्छा रहा और शेयरों की कीमतें भी बढ़ीं।

निवेशक अजय बग्गा ने कहा कि हिंडनबर्ग ‘ग्रे जोन’ में काम करता था। वह निगेटिव रिपोर्ट जारी करता था। शेयरों के गिरने पर उन्हें खरीदता था। यह ‘शॉर्ट सेलिंग’ कहलाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे निवेशक शायद ही कभी लंबे समय तक फायदा कमा पाते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि हिंडनबर्ग पर मुकदमा चलाया जाएगा। अगर उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई चल रही है तो उन्हें आसानी से नहीं छोड़ा जाना चाहिए।

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