मर्दों का प्रदेश है, इसलिए राजस्थान बलात्कार के कृत्यों में देश में पहले नंबर पर है। मंत्री शांति धारीवाल के इस बयान पर कांग्रेस सरकार की मंत्री ममता भूपेश चुप क्यों हैं?
एस पी मित्तल, अजमेर
राजस्थान में गृह विभाग का प्रभार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास ही है, लेकिन पुलिस महकमे पर विधानसभा में जब कभी कोई बयान देना होता है तो गहलोत के सबसे भरोसेमंद नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ही गृहमंत्री के तौर पर बयान देते हैं। 9 मार्च को धारीवाल ने पुलिस और कारागार अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कहा कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, इसलिए बलात्कार के कृत्यों में देश में पहले स्थान पर है। इसमें कोई क्या कर सकता है। धारीवाल ने भरी विधानसभा में जब यह बयान दिया, तब कांग्रेस की महिला मंत्री और विधायक हंस रहीं थी। कांग्रेस की किसी भी महिला विधायक ने शांति धारीवाल के बयान का विरोध नहीं किया। विगत दिनों कांग्रेस सरकार के बजट की तुलना जब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने काली दुल्हन के मेकअप से कर दी थी तो महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश विधानसभा में तख्तियां लेकर पहुंच गई थी। हालांकि अपने इस बयान पर पूनिया ने हाथों हाथ सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली थी, लेकिन फिर भी विधानसभा में ममता भूपेश ने विरोध जताया। लेकिन बलात्कार को मर्दानगी से जोड़ने वाले बयान का ममता भूपेश विरोध नहीं कर रही है। जिन ममता भूपेश के पास राजस्थान की महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा का दायित्व है, क्या वे धारीवाल के बयान से सहमत हैं?
बर्खास्तगी की मांग:
प्रदेश की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ विधायक अनिता भदेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में थोड़ी सी नैतिकता हो तो धारीवाल को मंत्री पद से बर्खास्त करें। गहलोत स्वयं को महात्मा गांधी का अनुयायी बताते हैं इसलिए गहलोत का दायित्व और बढ़ जाता है। इस मुद्दे पर धारीवाल के माफी मांगने का कोई फायदा नहीं है। सवाल यह है कि आखिर अशोक गहलोत ने किस मानसिकता के व्यक्ति को अपनी कैबिनेट में मंत्री बना रखा है। धारीवाल का बयान संपूर्ण राजस्थान को शर्मसार करने वाला है। ऐसे बयान को प्रदेश की जनता खासकर महिलाएं बर्दास्त नहीं करेंगी। सरकार को बलात्कार जैसे अपराधों पर अंकुश लगाना चाहिए। लेकिन इसके विपरीत कांग्रेस की संस्कृति महिला विरोधी रही है। कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला काम किया है। भदेल ने कहा कि 7 मार्च को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जयपुर में आयोजित महिला दिवस से जुड़े कार्यक्रमों में महिलाओं के मान सम्मान को लेकर बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन दो दिन बाद ही कांग्रेस सरकार के मंत्री बलात्कार को मर्दांनगी बता रहे हैं। राजस्थान में जहां स्त्री ने अपने स्वाभिमान के लिए जौहर किया, वहां इटली से शिक्षित होकर आए नेताओं से महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं की जा सकती है।