पुलिस ने ना गिरफ्तारी की, ना हत्या का प्रकरण दर्ज किया।
भोपाल : पैसे देने से इंकार करने पर किन्नरों ने ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री की बुरीतरह पिटाई की और बाद में उसे ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इस घटना में यात्री की मौत हो गई। हैरत की बात ये है कि घटना के आठ दिन बाद भी रेलवे पुलिस ने न हत्या का प्रकरण दर्ज किया और न ही आरोपी किन्नरों की गिरफ्तारी की।
मिली जानकारी के मुताबिक विदिशा के वार्ड 6 अयोध्या बस्ती में रहने वाला 23 साल का आदर्श विश्वकर्मा विदिशा से भोपाल रोज आता – जाता था। 13 मार्च की रात जब वह गोंडवाना एक्सप्रेस से भोपाल से विदिशा लौट रहा था, तभी भोपाल से ही ट्रेन में चढ़े किन्नरों ने आदर्श से पैसे मांगे, उसने पैसे देने से इनकार किया तो किन्नरों ने उसकी जेब में हाथ डाल दिया। आदर्श के ऐतराज जताने पर ट्रेन में मौजूद 08 – 10 किन्नरों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसे नीचे पटक कर किन्नर उसके ऊपर कूदे और कपड़े उतारकर उसके मुंह पर बैठ गए। ट्रेन विदिशा में रुकी तो आदर्श को उतरने नहीं दिया और गंजबासौदा के पास ट्रेन से बाहर फेंक दिया। गंभीर चोटें आने से आदर्श की मौत हो गई। ट्रेन में आदर्श की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, बावजूद इसके रेलवे पुलिस ने घटना का संज्ञान नहीं लिया।
इस बात से नाराज मृतक के भाई सोहन सहित विश्वकर्मा समाज के लोगों ने गुरुवार को विदिशा एसपी रोहित काशवानी को ज्ञापन देकर हत्या का प्रकरण दर्ज करने और दोषी किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मृतक आदर्श के भाई सोहन ने बताया कि उनका भाई भोपाल के हमीदिया रोड पर एक इलेक्ट्रिक दुकान में काम करता था, वह रोजाना ट्रेन से अपडाउन करता था।
13 मार्च की रात को वह भोपाल से गोडवाना एक्सप्रेस से घर आ रहा था, तभी भोपाल से ट्रेन में चढ़े किन्नरों ने उससे पैसे मांगे।
आदर्श ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो किन्नरों ने बेरहमी से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी।
भोपाल मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य कमलेश सेन ने भी घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को रेलवे बोर्ड की बैठक में रखेंगे और ट्रेनों में किन्नरों की आवाजाही रोकने व यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता करने की मांग करेंगे।
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