इनकम टैक्स ने मंगलवार को इंदौर और खरगोन के भीकनगांव में छापा मारा है। आईटी अफसर स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छानबीन कर रहे हैं।टीम ने बीते सालों में उनके ठिकानों पर चौथी बार छापा मारा है।
इंदौर में बालाजी विहार, महू नाका स्थित मीडिया हाउस मालिक और रियल एस्टेट कारोबारी हृदयेश दीक्षित के यहां आईटी टीम पहुंची। वहीं नवलखा में भी टीम ने छापा मारा है। खरगोन के भीकनगांव में कॉटन कारोबारी की फर्म अनंत एग्रो में टीम छानबीन कर रही है।

मैरिज एनिवर्सरी मनाकर लौटे और रेड पड़ गई इंदौर में टीम ने सबसे पहले उद्योगपति हृदयेश दीक्षित परिवार के मोबाइल नंबर लिए। जानकारी के अनुसार, सोमवार को दीक्षित की मैरिज एनिवर्सरी थी। रात 2 बजे तक वे पार्टी में थे। इसके बाद घर लौटे और कुछ समय बाद इनकम टैक्स की टीम पहुंच गई। सूत्रों ने बताया कि दो दिन बाद उनके पड़ोसी के घर शादी है, जिसकी तैयारियां दीक्षित के यहां ही चल रही हैं।
दीक्षित रियल एस्टेट से भी जुड़े हैं। उनके परिवार की ग्लोबल ट्रेड वेंचर्स प्रा. लि. नामक बड़ी कंपनी है। इसे लेकर भी छानबीन चल रही है। टीम ने बीते सालों में उनके ठिकानों पर चौथी बार छापा मारा है।
जानकारी के मुताबिक, रियल एस्टेट कारोबारी के बालाजी विहार के महू नाका स्थित घर पर इनकम टैक्स का सर्वे चल रहा है। अधिकारी घर में संपत्ति और दस्तावेज की छानबीन कर रहे हैं।
खरगोन जिले के भीकनगांव में भी कॉटन व्यापारी की फर्म अनंत एग्रो पर आयकर विभाग की टीम सर्वे कर रही है। फैक्ट्री परिसर और घर पर दो अलग-अलग टीम जांच कर रही है। एक दर्जन से अधिक अधिकारी-कर्मचारी सुबह से दस्तावेज खंगाल रहे हैं।
खरगोन में अनंत एग्रो फैक्ट्री के मालिक राम स्वरूप अग्रवाल के ठिकानों पर आईटी टीम पहुंची
भीकनगांव में सुबह 4.30 बजे पहुंची टीम खरगोन के भीकनगांव में मंगलवार सुबह 4:30 बजे झिरन्या रोड स्थित अनंत एग्रो इंडस्ट्रीज के मालिक राम स्वरूप अग्रवाल के यहां आईटी टीम पहुंची। अनंत एग्रो एजेंसी का भीकनगांव के अलावा खंडवा और इंदौर में भी फर्म के नाम से कारोबार है। उनका ऑर्गेनिक कॉटन के अलावा जमीनों की खरीदी बिक्री का कारोबार है। संस्थान के मुनीम को बुलाकर दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है। करीब 12 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी दस्तावेज खंगाल रहे हैं।
पहले भी पड़ चुकी है IT की रेड
- रियल एस्टेट कारोबारी की कंपनी पर 2009 में भी इनकम टैक्स की इन्वेस्टिगेशन विंग ने छापा मारा था।
- महिला एवं बाल विकास विभाग में अरबों रुपए के पोषण आहार सप्लाई में भ्रष्टाचार के आरोप पर कार्रवाई हुई थी।
- भोपाल स्थित मंडीदीप में एमपी एग्रो न्यूट्री फूड कंपनी की दो फैक्ट्रियों में यह पोषण आहार बनाया जाता था।
- इस कंपनी में 30 फीसदी इक्विटी राज्य सरकार की है।
- जांच में बड़े खर्चों के कई बोगस बिल और सरकारी सप्लाई की रिसीट मिली थी।
- फर्म संचालकों ने अघोषित पैसे को नंबर एक में बदलने के लिए परिवार वालों, रिश्तेदारों और करीबियों के खातों में घुमाया।
- आयकर विभाग ने इसे ऑपरेटर द्वारा किए जा रहे देसी हवाला का नाम दिया था। इसमें शामिल करीब 12 ब्रीफकेस कंपनियों का नाम भी आया था।
- कंपनियों के ऑफिस और घरों से 85 लाख नकद भी मिले थे। भोपाल में 4 और इंदौर में 11 लॉकरों का पता चला था।
- 2016 में भी छापा मारा था। तब 100 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर मिला था।
- 250 से ज्यादा अधिकारियों ने भोपाल में तीन आवास, मंडीदीप में दो फैक्ट्रियों सहित इंदौर और मुंबई में जांच की थी।