नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों को लेकर इंडिया गठबंधन ने अपने सहयोगी दलों के साथ सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि गठबंधन में समन्वय सुनिश्चित करने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सभी नेताओं के संपर्क में हैं।
इससे पहले चर्चा थी की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाया जा सकता है। इसी बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश का ये बयान सामने आया है। गठबंधन के लिए एक कार्यालय और एक प्रवक्ता रखने की भी मांग की गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “गठबंधन में करीबी समन्वय सुनिश्चित करने के लिए क्या किया जाए इसके लिए खड़गे गठबंधन के सभी दलों के नेताओं के साथ संपर्क में हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने नीतीश कुमार समेत सभी नेताओं से बात की है और गठबंधन के भीतर मुख्य मुद्दों पर जल्द फैसले लिए जाएंगे।
पार्टी महासचिव ने यह भी कहा कि सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत शुरू हो गई है, कुछ बातचीत अंतिम चरण में हैं और कुछ अभी शुरुआती चरण में है।
उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बिहार में जेडीयू के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत एक या दो दिन में होने की उम्मीद है।”
रमेश ने कहा, “सीट-बंटवारे को लेकर नेताओं के बीच सबकुछ साफ है। सीट समायोजन पर सभी दलों के बीच स्पष्टता तेजी से विकसित हो रही है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व सभी सहयोगियों को समायोजित करने के लिए अपनी ओर से अतिरिक्त प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे के लिए मंगलवार को महाराष्ट्र के लिए शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी और उत्तर प्रदेश के लिए समाजवादी पार्टी के साथ शुरुआती बातचीत की।
सीट बंटवारे पर बातचीत कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक के आवास पर हुई। वासनिक सीट साझा समिति के संयोजक हैं। बातचीत के दौरान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सलमान खुर्शीद भी मौजूद थे।
सूत्रों ने कहा कि सीट बंटवारे पर शरद पवार और उद्धव ठाकरे समेत तीनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच फिर से बातचीत होगी। ऐसी संभावना है कि ये नेता 14-15 जनवरी के आसपास सोनिया गांधी से भी मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच भी अलग से बातचीत हुई जिसमें राम गोपाल यादव और जावेद अली मौजूद थे। आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ अगले दौर की बातचीत 12 जनवरी को होगी।सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने से पहले कांग्रेस सभी राज्यों में गठबंधन के अलग-अलग घटकों के साथ बातचीत कर रही है।
(‘द टेलिग्राफ’ में प्रकाशित खबर पर आधारित।)