समाज में महिलाओं की भूमिका, उनके योगदान और भागीदारी को सम्मानित करने और समान अधिकार दिलाने के उद्देश्य से हर साल एक दिन महिलाओं को नाम समर्पित किया जाता है। इस दिन को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाते हैं। हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाते हैं। इस अवसर पर उन भारतीय महिलाओं को भी सलाम करना चाहिए जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से उद्योग जगत में अपनी पहचान बनाई है।महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम ही नहीं कर रहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय नारी की दमदार छवि को भी प्रस्तुत कर रही हैं। उद्योग जगत से जुड़ी ये महिलाएं अपने क्षेत्र में शीर्ष पर हैं और दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
ये महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम ही नहीं कर रहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय नारी की दमदार छवि को भी प्रस्तुत कर रही हैं। उद्योग जगत से जुड़ी ये महिलाएं अपने क्षेत्र में शीर्ष पर हैं और दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। यहां पांच महिला उद्यमी महिलाओं के बारे में बताया जा रहा है, जो केवल भारतीय व्यापार जगत में नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान बना चुकी हैं। इन्होंने अपने जुनून, परिश्रम और दूरदर्शिता से अपनी कंपनियों को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इनकी कहानियां अन्य महिलाओं को भी अपने सपनों को पूरा करने की प्रेरणा देती हैं। आइए जानते हैं भारत की पांच शीर्ष महिला उद्यमियों के बारे में।

किरण मजूमदार शॉ
बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ देश की शीर्ष महिला उद्योगपतियों की लिस्ट में शुमार हैं। उन्होंने 1978 में बायोकॉन की स्थापना की, जो आज भारत की सबसे बड़ी बायोटेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है। फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी में उनके योगदान ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई। वे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं। फोर्ब्स की सूची में भी टाॅप 50 में उनका नाम शामिल हो चुका है।

सावित्री बाई जिंदल
भारत की सबसे अमीर महिलाओं में से एक सावित्री बाई जिंदल ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन हैं। उनके पति ओपी जिंदल के निधन के बाद, उन्होंने कंपनी की जिम्मेदारी संभाली और इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। जिंदल ग्रुप स्टील और ऊर्जा उत्पादन में एक प्रमुख नाम है। वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहती हैं।

मल्लिका श्रीनिवासन
मल्लिका श्रीनिवासन ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी कृषि उपकरण और ट्रैक्टर निर्माण के क्षेत्र में टाॅप पर आती है। मल्लिका ने कड़ी मेहनत से अपनी कंपनी को भारत की टाॅप 3 ट्रैक्टर निर्माण कंपनियों में शामिल किया। इस कंपनी की शुरुआत 1960 में हुई थी। वह भारतीय कृषि क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं और टेक्नोलॉजी के जरिए किसानों की मदद कर रही हैं।

फाल्गुनी नायर
कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट बैंक में 18 साल प्रबंध निदेशक के पद और कोटक सिक्योरिटीज में निदेशक के पद पर रहने वाली फाल्गुनी नायर ने अपना सफल करियर छोड़कर 2012 में नायका की स्थापना की। नायका भारत की सबसे बड़ी ब्यूटी और वेलनेस ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक है। उनकी कंपनी ने कई महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद की है। उनकी सफलता की कहानी लाखों उद्यमियों को प्रेरित करती है।