इंदौर। इंदौर आरटीओ ऑफिस ने राजस्व वसूली के साथ नए वाहनों की बिक्री के मामले में भी नया रिकार्ड कायम किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 (1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023) में इंदौर में 1.61 लाख से ज्यादा नए वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। यह पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है। साथ ही पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा भी इंदौर में 47 हजार से ज्यादा नए वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। इससे इंदौर से जुड़ी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए भी यह साल काफी खास रहा है।
यह खुलासा हाल ही में परिवहन मुख्यालय द्वारा तैयार की गई प्रदेश के चार महानगरों की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में हाल ही में खत्म हुए वित्तीय वर्ष में इंदौर आरटीओ (Indore RTO) में 1 लाख 61 हजार 564 नए वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं, जबकि इससे पहले वित्तीय वर्ष, यानी 2021-22 में इंदौर में 1 लाख 14 हजार 150 वाहन ही रजिस्टर्ड हुए थे। इस तरह पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 47 हजार 414 ज्यादा वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। यह 41 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी है। यह आंकड़े इंदौर की तेजी से हो रही ग्रोथ बताते हैं।
सभी जिलों को पीछे छोड़ इंदौर सबसे आगे
आरटीओ प्रदीप शर्मा (RTO Pradeep Sharma) ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में हाल ही में खत्म वित्तीय वर्ष में प्रदेश में सर्वाधिक वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं और ये अब तक का इंदौर में रजिस्टर्ड वाहनों का सबसे बड़ा आंकड़ा भी है। प्रदेश के प्रमुख महानगरों से तुलना में भी इंदौर कहीं आगे खड़ा नजर आ रहा है। इंदौर को छोडक़र प्रदेश में ऐसा एक भी जिला नहीं है, जहां एक लाख वाहन भी रजिस्टर्ड हुए हों। इंदौर के बाद सबसे ज्यादा वाहन भोपाल में रजिस्टर्ड हुए हैं और यहां यह आंकड़ा सिर्फ 98 हजार 572 तक ही पहुंच पाया है। भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में रजिस्टर्ड कुल वाहनों की संख्या भी इंदौर के बराबर नहीं है।
नए वाहन ट्रैफिक के लिए चुनौती
नए वाहनों की बिक्री से आरटीओ ने भले ही रिकार्ड बनाया और अच्छा राजस्व भी कमाया। इसके साथ ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री भी मंदी से उबर गई है, लेकिन ये नए वाहन इंदौर के ट्रैफिक के लिए चुनौती बनेंगे। 1.61 लाख से ज्यादा वाहन सडक़ों पर आने से ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ रही है और इसे काबू करने के लिए न तो पर्याप्त सडक़ें हैं न ही पर्याप्त पुलिस बल। शासन को इस ओर भी ध्यान देना होगा।
50 हजार की दोपहिया से लेकर करोड़ों की लक्जरी कारों में इंदौर आगे
इंदौर में रजिस्टर्ड हुए 1.61 लाख से ज्यादा वाहनों में हर बार की तरह सबसे ज्यादा संख्या दोपहिया वाहनों की है। लेकिन ऐसा नहीं है कि यहां सिर्फ दोपहिया वाहन ही रजिस्टर्ड हुए हैं। इंदौर में करोड़ों की लक्जरी और इम्पोर्टेड कारें भी रजिस्टर्ड हुई हैं। इसके साथ ही सभी तरह के निजी और कमर्शियल वाहनों की बिक्री में भी पिछले वर्षों की अपेक्षा काफी बढ़ोतरी हुई है।
मंदी से उबरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री
ऑटोमोबाइल डीलर्स इंदौर के अध्यक्ष प्रवीण पटेल ने बताया कि कोरोना काल के समय से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री मंदी के दौर में थी, लेकिन इस वित्तीय वर्ष यह मंदी से उबरकर फायदे में आ चुकी है। लॉकडाउन के कारण वाहनों का प्रोडक्शन भी पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पा रहा था। इससे भी वाहनों की बिक्री के आंकड़े कम हुए थे, लेकिन अब स्थिति सामान्य होने पर वाहनों की सप्लाय भी बेहतर हो रही है। हालांकि अभी भी कई कारों पर लंबी वेटिंग बनी हुई है, जो आने वाली बड़ी मांग बता रही है।
एक नजर प्रदेश के चार महानगरों में रजिस्टर्ड हुए वाहनों पर
इंदौर – 1,61,564
भोपाल – 98,572
ग्वालियर- 70,928
जबलपुर – 62,281
(जानकारी परिवहन विभाग के मुताबिक)