नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) मेडिकल एंट्रेंस UG के परिणाम बुधवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जारी किए। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक इस एग्जाम में इंदौर की सानिका अग्रवाल प्रदेश में टॉप पर रही। सानिका की आल इंडिया कैटेगरी में 29वीं रैंक रही। वहीं छात्रा कैटेगरी में आल इंडिया में 12वीं रैंक मिली है। सानिका का सपना देश के टॉप मेडिकल कॉलेज एम्स (दिल्ली) में प्रवेश लेना था जो परिणाम आने के बाद साकार हो गया।

कोचिंग के साथियों के साथ सारिका।
सानिका ने बताया कि वह दो वर्ष से तैयारी कर रही थी। कोरोना महामारी के कारण ऑन लाइन तैयारी करनी पड़ी। इसमें कई तरह की परेशानी आई। उसका शुरू से ही समाज सेवा के प्रति रुझान है इसलिए मेडिकल क्षेत्र को चुना। पिता सपनेश अग्रवाल सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और मां सोनल अग्रवाल गृहिणी है। परिवार में छोटा भाई सानिध्य है।
NCERT को बताया महत्वपूर्ण
सानिका ने NCERT किताबों और खासकर बॉयोलॉजी के बारे में कहा कि परीक्षा में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यही है। मैंने कम से कम 10 बार इसका रिविजन किया। बॉयोलॉजी की किताब के हर एक डायग्राम और टॉपिक सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
सोशल मीडिया से नहीं बनाई दूरी
सानिका ने कहा कि जहां स्टूडेंट्स परीक्षा के पहले सोशल मीडिया और टीवी से दूरी बना लेते हैं लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। यही हमारी उम्र का सबसे बड़ा दौर है, जहां उम्रभर के दोस्त बनते हैं। मैंने सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ खूब समय बिताया। सिर्फ परीक्षा के दो महीने पहले ही बंद किया। मैंने मीम और ट्रेंड्स को भी फॉलो किया जो मनोरंजन के तरीके थे।
सिर्फ NEET ही नहीं JEE भी की क्लियर
सानिका ने कहा कि 10वीं तक नहीं सोचा था कि कौन सा विषय लूंगी। 10वीं के बाद मैथ्स और बॉयो दोनों ही विषयों का चयन किया था क्योंकि दोनों में ही रुचि है। पिता सपनेश अग्रवाल ने बताया कि बेटी ने JEE में भी 99.08 परसेंटाइल के साथ परीक्षा क्लियर की है। बच्चों को हमेशा ऑप्शन देना चाहिए। सिर्फ काला और सफ़ेद रंग ही नहीं हमें उन्हें सारे रंगों में से चुनने का मौका देना चाहिए।
टॉपर बनने के दिए टिप्स
1. क्लियरिटी सबसे महत्वपूर्ण : आपके मन में क्लियरिटी होना बहुत जरुरी है तभी लक्ष्य हासिल कर पाएंगे।
2. फोकस जरुरी : अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र रहना और बाधाओं को नज़रअंदाज़ करना।
3. कंसिस्टेंसी से आगे बढ़ना : लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास करने से ही सफलता मिलेगी।
4. पॉजिटिव रहना जरुरी : परीक्षा के परिणाम को लेकर हमेशा पॉजिटिव रहे।
इस बार ऐसी रही स्थिति
NEET UG की 17 जुलाई को आयोजित की गई थी। परिणाम के साथ एनटीए ने उत्तर कुंजी भी जारी की है। इस बार 17.64 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इनमें से 9.93 लाख स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें से 2.82 लाख सामान्य वर्ग के, 4.47 लाख ओबीसी, 1.31 लाख एससी, 47 हजार एसटी और 84 हजार ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के हैं। 2700 स्टूडेंट्स दिव्यांग वर्ग के थे।