एमपी के मंत्री, पूर्व मुख्य सचिव ने किया घोटाला!पूर्व और वर्तमान परिवहन मंत्रियों की संपत्ति की जांच कराने की मांग
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस का हमलावर रुख जारी है। भोपाल में पूर्व आरटीओ कर्मचारी के घर से करोड़ों की नकदी, सोने-चांदी की सिल्लियां मिलने के बाद एक कार में भी 52 किलो सोना और करोड़ों रुपए बरामद हुए। इधर भोपाल की त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक राजेश शर्मा के घर पर हुई छापामारी में भी करोड़ों की नकदी मिली। इनकम टैक्स और लोकायुक्त की इन कार्यवाहियों के बाद कांग्रेस नेता, बीजेपी सरकार को घेरने में लगे हैं। इसी क्रम में रविवार को उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रदेश के पूर्व और वर्तमान परिवहन मंत्रियों की संपत्ति की जांच कराने की बात कही। राजेश शर्मा के मामले पर उन्होंने पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस पर कई गंभीर आरोप लगाए। हेमंत कटारे ने कहा कि इकबाल सिंह बैस और राजेश शर्मा के बीच व्यवसायिक गठजोड़ है। उन्होंने कई दस्तावेज भी दिखाए। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने बताया कि वे पीएमओ PMO, ईडी, सीबीआई और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र भेजकर मामले की जांच की मांग करेंगे।
उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई। यहां उन्होंने राजेश शर्मा को छोटी मछली बताते हुए पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को मास्टमाइंड बताया।
राजेश शर्मा को इकबाल सिंह का पपेट बताते हुए कटारे ने कहा- 100 करोड़ रुपए तो राजेश शर्मा जैसी छोटी सी मछली से बरामद किए गए हैं। बड़े-बड़े मगरमच्छ इकबाल सिंह बैस, पूर्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर, वर्तमान परिवहन मंत्री और कई अधिकारियों की जांच हो तो यह रकम 20 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी।
हेमंत कटारे ने प्रदेश के मुख्य सचिव रहते हुए इकबाल सिंह बैंस पर पद का दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बैंस ने अपने करीबियों को लाभ दिलाने के कई गलत अनुमतियां दीं। इकबाल सिंह बैस और राजेश शर्मा के पारिवारिक और व्यावसायिक संबंध हैं।
सेवनिया गौड में कुणाल बिल्डर्स के सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में खूब भ्रष्टाचार किया गया। इसमें भोपाल की सुंदरता और मास्टर प्लान को ताक पर रख दिया गया। यहां कॉलोनी के लिए सेनविया गौड में नियम विरुद्ध मंजूरी दी गई। यहीं पूर्व सीएस इकबाल सिंह बैंस और उनके परिजनों की जमीनें हैं।
उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने नक्शा दिखाते हुए बताया कि जहां इकबाल सिंह बैंस और उनके परिजनों की जमीनें हैं वहां झील से 30-40 मीटर पर ही निर्माण किया रहा है। जबकि बाकी जगहों पर झील से 300 मीटर की दूरी पर भी निर्माण नहीं होता। कटारे ने आरोप लगाया कि इकबाल सिंह बैस के संरक्षण से ये निर्माण कार्य चल रहा है।
हेमंत कटारे ने इकबाल सिंह बैस पर मुख्य सचिव रहते हुए 10 साल के कार्यकाल में कई घोटालों का आरोप लगाया। कटारे ने जांच की मांग भी की। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे पीएमओ PMO, ईडी, सीबीआई और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र भेजेंगे।
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