महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मकाज उड़ाकर विवाद खड़ा करने वाले स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह इस ‘भीड़’ से डरते नहीं हैं और न ही इस मुद्दे के ठंडा पड़ने का इंतजार करेंगे. कामरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा, ‘मैं माफी नहीं मांगूंगा. मैं इस भीड़ से नहीं डरता और न ही अपने बिस्तर के नीचे छिपकर इस विवाद के खत्म होने का इंतजार करूंगा.’

दरअसल कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे का मजाक उड़ाते हुए उन्हें ‘गद्दार’ तक कह दिया, जिससे कथित रूप से शिवसेना कार्यकर्ता भड़क गए और भारी विरोध जताया. यह विवाद तब और बढ़ गया जब रविवार को सोशल मीडिया पर इस शो की क्लिप वायरल हो गई. इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हैबीटेट क्लब पर तोड़फोड़ कर दी. इसी जगह कामरा का वह शो रिकॉर्ड किया गया था. पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्हें सोमवार को जमानत मिल गई. साथ ही 40 शिवसेना कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
मेरी बातों के लिए वेन्यू कैसे जिम्मेदार?
कामरा ने अपने बयान में कहा, ‘एक एंटरटेनमेंट वेन्यू मात्र एक मंच है, जहां सभी प्रकार के शो होते हैं. हैबीटेट (या कोई अन्य वेन्यू) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है, न ही यह नियंत्रित करता है कि मैं क्या कहता हूं या करता हूं. न ही किसी राजनीतिक दल को यह अधिकार है.’ कामरा ने अपनी कही बातों पर माफी मांगने की मांग करने वाले नेताओं को संदेश देते हुए ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि किसी की मज़ाक सहन करने की अयोग्यता उनके अधिकार को बदल नहीं सकती.
कामरा ने लिखा, ‘हमारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार केवल शक्तिशाली और अमीरों की प्रशंसा करने तक सीमित नहीं है, भले ही आज की मीडिया हमें ऐसा ही विश्वास दिलाने की कोशिश करे. किसी प्रभावशाली सार्वजनिक व्यक्ति पर मज़ाक करना अवैध नहीं है, और हमारी राजनीतिक व्यवस्था एक तमाशा ही है.’
कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार, लेकिन तोड़फोड़ पर सवाल
कामरा ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी ‘कानूनी कार्रवाई’ में पुलिस के साथ सहयोग करने को तैयार हैं. उन्होंने पूछा कि क्या तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ भी समान रूप से कानून लागू किया जाएगा.
उन्होंने लिखा, ‘मैं किसी भी वैध कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस और अदालतों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हूं. लेकिन क्या कानून उन लोगों पर भी निष्पक्ष और समान रूप से लागू किया जाएगा जिन्होंने एक मज़ाक से आहत होकर तोड़फोड़ को उचित प्रतिक्रिया मान लिया?’
फडणवीस और शिवसेना नेताओं की प्रतिक्रिया
इससे पहले दिन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कामरा को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘एकनाथ शिंदे जी का अपमान किया गया है, और ऐसा करने का प्रयास किया गया है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चुनावों ने साबित कर दिया है कि असली गद्दार कौन हैं. किसी भी स्टैंड-अप कॉमेडियन को इतने बड़े नेता को गद्दार कहने का अधिकार नहीं है.’
उद्धव ठाकरे का समर्थन
वहीं, राज्य के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में घोषणा की कि कामरा के कॉल रिकॉर्ड और बैंक स्टेटमेंट की जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि ‘इसके पीछे कौन है.’
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कामरा के बयान का समर्थन किया और कहा कि ‘गद्दार को गद्दार कहना गलत नहीं है.’ ठाकरे ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कुणाल कामरा ने कुछ गलत कहा है. गद्दार को गद्दार कहना किसी पर हमला करना नहीं है. पूरा गाना सुनो और दूसरों को भी सुनाओ. शिवसेना का इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है, यह ‘गद्दार सेना’ का काम है. जिनके खून में गद्दारी है, वे कभी भी असली शिवसैनिक नहीं हो सकते.’
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