*महंगाई के अनुपात में फसलों की एमएसपी बढ़ाई जाए* *-डॉ सुनीलम*
*देश में 30 किसान प्रतिदिन आत्महत्या करने को मजबूर*
किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, उर्वरक विभाग द्वारा जारी किए गए परिपत्र पर टिप्पणी करते हुए इसे किसानों के साथ ठगी बताया है।
डॉ सुनीलम ने बताया कि पहले किसानों को 50 किलो यूरिया का बैग दिया जाता था, मोदी सरकार बनने के बाद किसानों को 45 किलो यूरिया का बैग दिया जाने लगा। उसके बाद नीम कोटेड यूरिया का 45 किलोग्राम का बैग 266.50 रूपये में दिया जाने लगा था। लेकिन अब सरकार ने यूरिया गोल्ड के नाम से सल्फर कोटेड यूरिया को लॉन्च करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जिसका वजन 40 किलोग्राम होगा। इसका मतलब यह है कि यूरिया का 10 किलो वजन कम कर दिया गया है। यानी दाम वही
पर खाद 10 किलो कम ।
डॉ सुनीलम ने कहा कि किसानी की लागत लगातार बढ़ती जा रही है तथा महंगाई बढ़ने के अनुपात में एमएसपी नहीं बढ़ाई जा रही है। जिससे किसानों को पहले से अधिक घाटा हो रहा है। जिसके चलते देश में 30 किसान प्रतिदिन आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
डॉ सुनीलम ने किसानों से संयुक्त किसान मोर्चा एवं अन्य किसान संगठनों के साथ जुड़कर किसानों के साथ की जा रही ठगी के खिलाफ संघर्ष करने की अपील की है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि 380 दिन के संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन तथा 732 किसानों की शहादत के बाद मोदी सरकार ने किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी को लेकर जो आश्वासन दिया था, वह भी धोखा साबित हुआ है।