लखनऊ
UP के पूर्व CM और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तबीयत स्थिर बनी हुई है। सोमवार दोपहर को मेदांता अस्पताल ने पहला हेल्थ बुलेटिन जारी किया। इसमें सिर्फ इतना बताया गया है कि वह सीसीयू यानी क्रिटिकल केयर यूनिट में एडमिट हैं। स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम उनका ट्रीटमेंट कर रही है।
उनकी बीमारी, ब्लड प्रेशर या ऑक्सीजन लेवल से जुड़ी हुई कोई जानकारी नहीं दी गई है। मुलायम सिंह के स्वास्थ्य का हाल जानने मेदांता आए कार्यकर्ताओं से धर्मेंद्र यादव मिले। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि नेताजी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, दुआओं की जरूरत है।
रविवार शाम को मुलायम सिंह की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें सीसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया। अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव के अलावा परिवार के सभी लोग मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे। वहां उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत की। सोमवार को भी शिवपाल यादव अस्पताल पहुंचे।
इधर, लखनऊ में मुलायम सिंह और अखिलेश के आवास पर सन्नाटा है। सपा कार्यालय में भी आवाजाही नहीं है। पूरा परिवार इस वक्त दिल्ली और गुरुग्राम में है। रविवार को ही हालत नाजुक होने की सूचना पर अखिलेश, पत्नी डिंपल और बेटे अर्जुन के साथ दिल्ली निकल गए थे।
वहीं, वाराणसी के बीएचयू का छात्र आशुतोष सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंच गया। उसने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के लिए किडनी डोनेट करने का प्रस्ताव रखा है।
केंद्रीय मंत्री बघेल भी अस्पताल पहुंचे
अपने राजनीतिक गुरु से मिलने केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल भी मेदांता अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अखिलेश से उनकी सेहत की जानकारी ली। बघेल ने कहा कि नेता जी की तबीयत के बारे में जैसे ही पता चला मैं तुरन्त आगरा से मेदांता आया हूं। ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
बघेल को राजनीति में मुलायम लेकर आए
1989 में मुलायम सिंह यादव के यूपी सीएम बनने के बाद सत्यपाल सिंह बघेल उनकी सुरक्षा टीम में शामिल हुए। सपा ने 1998 में बघेल को जलेसर सीट से उम्मीदवार बनाया और वह जीते। उसके बाद 2 बार सांसद चुने गए। मगर 2009 के लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने सपा छोड़कर बसपा ज्वाइन कर ली। 2017 विधानसभा चुनाव में वो भाजपा के टिकट पर टूंडला से जीतकर प्रदेश सरकार में मंत्री बने। उनके पॉलिटिकल करियर में पार्टी कोई भी रही हो, बघेल ने हमेशा मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक गुरु माना।
नेताजी के लिए सपा कार्यकर्ता मंदिरों में कर रहे प्रार्थना
मुलायम की तबीयत बिगड़ने के बाद आगरा, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, कानपुर, लखनऊ समेत अलग-अलग शहरों में हवन-पूजन चल रहा है। सपा कार्यकर्ता अपने नेता के लिए महा मृत्युंजय जाप भी करवा रहे है। मंदिरों में होने वाले इन अनुष्ठान के फोटो और वीडियो ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट किए जा रहे हैं। मुलायम की सेहत के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं।
वाराणसी में कार्यकर्ताओं ने किया हवन-पूजन
मुलायम सिंह यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने वाराणसी में हवन-पूजन किया। सपा नेता और कार्यकर्ताओं ने उनके जल्दी ठीक होने के लिए अपने-अपने घरों में भी यज्ञ किया।
अब आपको बताते हैं कि मुलायम कब भर्ती हुए, उन्हें बीमारियां क्या हैं…
मुलायम 24 जून को भी भर्ती हुए थे
ये तस्वीर मुलायम सिंह यादव के सरकारी आवास की है।
इससे पहले 24 जून 2022 को मुलायम सिंह यादव की तबीयत ज्यादा खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां पर रुटीन चेकअप और इलाज के बाद डिस्चॉर्ज कर दिया गया था। इससे पहले मुलायम को 15 जून की शाम को मेदांता में भर्ती कराया गया था। यहां पर स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें 2 दिन में डिस्चार्ज कर दिया गया था।
मुलायम 2 साल से बीमार चल रहे
दरअसल, मुलायम सिंह यादव बीते दो साल से बीमार चल रहे हैं। परेशानी अधिक बढ़ने पर उन्हें अक्सर अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। पहले भी वह कई बार मेदांता अस्पताल में भर्ती कराए जा चुके हैं। मुलायम सिंह यादव को जुलाई 2021 में भी मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले अगस्त, 2020 में यूरिन इन्फेक्शन के बाद और पेट में दर्द के बाद भी मुलायम को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। तब टेस्ट रिपोर्ट में आंत में सूजन की समस्या सामने आई थी। इन्फेक्शन का असर किडनी तक जा पहुंचा था। अक्टूबर 2020 में मुलायम सिंह यादव कोरोना पॉजिटिव भी हो गए थे। हालांकि उन्होंने वैक्सीन की डोज लगवाई है।
