प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के साथ अपने पहले पॉडकास्ट इंटरव्यू में कहा है कि ‘मैं भी मनुष्य हूं कोई देवता नहीं, गलतियां मुझसे भी होती हैं।’ निखिल कामत ने पीएम मोदी से कई दिलचस्प सवाल पूछे। पीएम मोदी ने भी बड़ी बेबाकी से सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि पहले कार्यकाल में वे दिल्ली को समझने की कोशिश कर रहे थे और लोग उन्हें समझने की कोशिश कर रहे थे। दूसरे कार्यकाल में यह समझ बेहतर हो गई है। दुनिया में बढ़ते युद्धों के बारे में पूछे गए सवाल पर पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत तटस्थ नहीं है, बल्कि शांति का पक्षधर है। उन्होंने कहा, ‘हमने लगातार कहा है कि हम न्यूट्रल नहीं हैं, मैं शांति के पक्ष में हूं।’
पीएम नरेंद्र मोदी के पहले पॉडकास्ट के साथ ही देश का सियासी पारा भी चढ़ता नजर आ रहा है। यह पॉडकास्ट जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के ‘पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ’ चैनल पर प्रसारित हुआ। प्रधानमंत्री के इस पॉडकास्ट पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए इसे ‘डैमेज कंट्रोल’ बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर प्रधानमंत्री की इस बातचीत को लेकर निशाना साधा।
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा, ‘यह उसी व्यक्ति का बयान है जिसने 8 महीने पहले अपना ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ स्टेटस घोषित किया था। यह स्पष्ट रूप से डैमेज कंट्रोल है।’ दरअसल लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह खुद को बायोलॉजिकल नहीं, बल्कि भगवान की ओर से भेजा हुआ मानते हैं। उनके इस बयान ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं और कांग्रेस ने उन्हें ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ कहकर तंज कसा था।
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