रांची: झारखंड के लिए आज का दिन काफी अहम है। अगर, सीएम हेमंत सोरेन को ED की टीम गिरफ्तार करती है तो उसकी भी तैयारी कर ली गई है। वैसे, सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत गठबंधन के सहयोगी दलों के विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। इन विधायकों ने मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को कमान सौंपे जाने की अटकलों के बीच बिना किसी के नाम वाले एक समर्थन पत्र पर दस्तखत भी किए। इससे पहले मंगलवार को कल्पना सोरेन विधायकों की एक बैठक में शामिल हुईं थीं, जबकि वो विधायक नहीं हैं।
झारखंड में राजनीतिक संकट!
कथित भूमि धोखाधड़ी के एक मामले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ किए जाने से एक दिन पहले मंगलवार को दो दौर की बैठक हुई। परिवहन मंत्री और झामुमो के वरिष्ठ नेता चम्पई सोरेन ने कहा कि जो भी होता है, हम उसके लिए तैयार हैं…भाजपा लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है लेकिन हम उन्हें उनके मिशन में कामयाब नहीं होने देंगे।
एक अन्य विधायक ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया। हम एकजुट हैं। हमने एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं, जिस पर कोई नाम नहीं था, ऐसी स्थिति के लिए कहीं उसकी जरूरत पड़ जाए। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मौजूदा हालात में कोई भी फैसला परिस्थितियों के अनुसार लिया जाएगा। कांग्रेस के मंत्री ने कहा कि हम मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता जताने के लिए बुधवार को फिर उनके (सीएम) आवास पर मिलेंगे।
कल्पना सोरेन बन सकती है सीएम
कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों पर विधायकों ने कहा कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं की गई। हालांकि, इस बात की जोरों पर चर्चा है कि अगर हालात बेकाबू होते हैं तो कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जा सकता है।