भोपाल: मध्यप्रदेश में ऐसा कहा जाता है कि मालवा-निमाड़ में जिस पार्टी की जीत होती है उसी पार्टी की राज्य में सरकार बनती है। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो गई है। वोटिंग के बाद अब राजनीतिक पार्टियां अपनी समीक्षा के बाद अपने-अपने दावे कर रही हैं। राज्य में इस बार दोनों पार्टियों का फोकस आदिवासी वोटर्स पर था। मालवा-निमाड़ का आदिवासी वोटर्स किसके पक्ष में गया है। इसे लेकर संशय बना हुआ है क्योंकि यहां आदिवासी संगठन जयस का गहरा प्रभाव है। मालवा-निमाड़ की ज्यादातर सीटों पर जयस ने उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को रोचक किया है।
मध्यप्रदेश में आदिवासियों के लिए 47 सीटें रिजर्व हैं। 47 में से 22 सीटें मालवा-निमाड़ क्षेत्र से आती हैं। करीब 10 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां जयस ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा है। मध्यप्रदेश में इस बार बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में इन 10 विधानसभा सीटों के रिजल्ट को लेकर दोनों पार्टियों की चिंता बढ़ी हुई है। दोनों पार्टी के नेता इस बात को लेकर कन्फर्म नहीं हैं कि आखिर आदिवासी वोट किसके साथ गया है।
किन सीटों पर बिगड़ सकता है समीकरण
हरसूद विधानसभा सीट
इस विधानसभा सीट से बीजेपी ने वन मंत्री विजय शाह को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने सुखराम साल्वे को टिकट दिया है। यहां से जयस ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा किया है जयस ने महेन्द्र बड़ाई को टिकट दिया है। फिलहाल इस सीट पर कांटे की लड़ाई है।
झाबुआ विधानसभा सीट
आदिवासी बाहुल्य झाबुआ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने पार्टी के सीनियर नेता कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने भी यहां से भानू भूरिया को उतारा है। जयस ने यहां से अमर सिंह भाभर को टिकट दिया है।
थांदला विधानसभा सीट
थांदला विधानसभा सीट से कल सिंह भाभर को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है तो वीरसिंह भूरिया को टिकट दिया है। यहां से जयस ने माजू सिंह डामौर को टिकट दिया है।
पेटलावाद विधानसभा सीट
पेटलावाद विधानसभा सीट में बीजेपी-कांग्रेस में मुख्य मुकाबला है। बीजेपी ने निर्मला भूरिया और कांग्रेस ने वेलसिंह मेड़ा को उतारा है। हालांकि जयस उम्मीदवार ने यहां लड़ाई को रोचक बना दिया है। जयस से बालू सिंह गामड़ उम्मीदवार हैं।
पानसेमल विधानसभा सीट
इस विधानसभा सीट से जयस ने जिला पंचायत सदस्य रमेश चौहान का उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी से श्याम बर्डे उम्मीदवार हैं तो कांग्रेस की तरफ से चंद्रभागा किरोड़े मैदान में हैं।
जोबट विधानसभा सीट
जोबट से बीजेपी ने विशान रावत और कांग्रेस ने सेना पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, जयस ने रिंकू बाला डावर को टिकट दिया है। रिंकू बाला डावर जिला पंचायत और जनपद का भी चुनाव जीत चुकी हैं।
सैलाना विधानसभा सीट
सैलाना विधानसभा सीट में इस बार सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। यहां मतदाताओं ने 90 फीसदी वोटिंग की है। बीजेपी से संगीता चारेला मैदान में हैं तो कांग्रेस से हर्ष विजय गेहलोत उम्मीदवार हैं। जयस ने यहां से कमलेश्वर डोडियार को टिकट दिया है। कमेलेश्वर के बारे में कहा जाता है कि आदिवासी वोट बैंक में इनकी अच्छी पकड़ है।
बागली विधानसभा सीट
बागली विधानसभा सीट से बीजेपी ने मुरली भंवरा और कांग्रेस ने गोपाल भोंसले को उम्मीदवार बनाया है। जयस ने यहां से युवा नेता सूरज डावर को उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक कर दिया है।
कुक्षी विधानसभा सीट
इस विधानसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता हनी बघेल चुनाव लड़ते हैं। हनी बघेल, कमलनाथ कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। बीजेपी ने जयदीप पटेल को टिकट दिया है। जयस ने यहां से आदिवासी नेता बोंदल सिंह मुजाल्दा को उम्मीदवार बनाया है।
अलीराजपुर विधानसभा सीट
अलीराजपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मुकेश पटेल को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने नागर सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया है। यहां से जयस ने नवल सिंह मंडलोई को टिकट दिया है।