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मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में मनाया गया संपूर्ण क्रांति दिवस और विश्व पर्यावरण दिवस

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इंदौर में भाजपा सांसद और गुना में ग्रामीण विकास मंत्री के कार्यालय के सामने जलायी गई तीन किसान विरोधी कानून एवं बिजली संशोधन बिल की प्रति*
 संयुक्त किसान मोर्चा की अपील पर आज मध्यप्रदेश में विभिन्न किसान सगठनों  द्वारा सम्पूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर तीनों कृषि कानून एवं बिजली संशोधन बिल 2020 जलाने का कार्यक्रम किया गया।  आज 5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस पर जहां पयार्वरण बचाने की बात करते है वहीं बड़वानी जिले में नर्मदा नदी में एवं सहायक गोई नदी में बड़ी मात्रा में अवैध रेत खनन हो रहा है। 50 सौं ट्रेक्टरों से रेत खनन जारी है एवं खनिज विभाग , जिला कलेक्टर, पुलिस विभाग, की नाक के नीचे यह अवैध रेत खनन हो रहा है।    आज सुबह बड़वानी के चूनाभट्टी में रेत भरा ट्रेक्टर जगदीश पिता रमेश माली, निवासी कल्याणपुरा, जिला बड़वानी में अवैध रेत खनन में सालों से लिप्त है और  उसके ट्रेक्टर  10 से अधिक बार पकड़े जा चुके है । आज ट्रेक्टर पकड़े जाने के बाद उसकी दादा गिरी इतनी थी कि उन्होंने मेधा पाटकर जी पर ट्रेक्टर चढ़ाने की कोशिश की एवं भद्दी भाषा का प्रयोग किया। पुलिस को फोन कर ट्रेक्टर थाने भिजवाया गया।    अवैध रेत खनन पर 6 मई 2015 के मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश अनुसार  सख्त रोक है। उसके बावजूद अवैध रेत खनन बड़ी मात्रा में बड़वानी जिले के छोटा बड़दा, उटावद, पीपलूद, बगुद , पिछोड़ि, पेंड्रा, गोई नदी, अवलदा, एवं धार जिले की धरमपुरी तहसील के भोगांव, धरमपुरी, गुलाटी, खुजावां, बडा बड़दा, रतवा, मलनगांव, उर्दना,पेरखड़, एकलबारा, गोपालपुरा, चिखलदा, करोंदिया, भावरिया, खराजना जिला धार , मध्यप्रदेश में  बड़ी मात्रा चल रहा है। पर्यावरण दिवस पर केवल पौधे लगाना ही नही अवैध रेत खनन से भी पर्यावरण खत्म होता है। नदियों को जिंदा रखना है तो अंधाधुंध रेत खनन को भी रोकना पड़ेगा। 
आज नर्मदा बचाओ आंदोलन  की नेत्री मेधा पाटकर जी ने सरदार सरोवर से डूब प्रभावित विस्थापितों  की अवलदा बसाहट, कडमाल, नानक बैडी, नर्मदा नगर बसाहट, कवठी बसाहट में पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाए गए। पौधे हमारे नर्मदा घाटी के संघर्ष में संघर्षरत साथी जो शाहिद हो गये उनकी याद में उनके नाम का पौधा लगाया गया । पौधे पर उनके नाम के साथ फोटो की पट्टी भी लगाई गई ताकि वह पौधे की सुरक्षा करें तथा अपने अपने घर के सामने लगाए पौधों की जिम्मेदारी ली है।  आज किसान विरोधी 3 काले कानूनों को एक वर्ष पूरा हुआ है। पिछले 6 माह से दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर चल रहे किसान विरोधी कानून के विरोध में किसान आंदोलन  चल रहा है। लेकिन केंद्र सरकार उन कानूनों को रद्द नही कर रही है। आज उन कानूनों को रद्द करने के लिए किसान आंदोनल के समर्थन में 3 काले कानूनों की प्रतियां जलाने का कार्यक्रम भी किया गया। उनके साथ विजय जैन, गुरमीत सिंह गांधी, दयाराम यादव, हिमांशु चौबे, वाहिद मंसूरी, जगदीश पटेल, देवराम कनेर, देवीसिंह तोमर, सनोवर बी मंसूरी आदि कार्यक्रमों में उपस्थित रहे।      इंदौर में संपूर्ण क्रांति की पूर्व संध्या में अखिल भारतीय  किसान सभा, किसान खेत मजदूर संगठन , किसान संघर्ष समिति के रामस्वरूप मंत्री, अरूण चौहान, हरिओम सूर्यवंशी, प्रमोद नामदेव, सोनू शर्मा आदि के नेतृत्व में भाजपा सासंद शंकर लालवानी के पलासिया स्थित कार्यालय के सामने तीनों कृषि कानून और बिजली संशोधन बिल की होली जलाई गई।

      ग्वालियर में अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह,अखिलेश यादव, रामविलास गोस्वामी, किसान सघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष रमेश परिहार, अखिल भारतीय किसान सभा एवं अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के रणवीर सिंंह राणा, राकेश खरे,  रामबाबू जाटव, अरविंद सिह राणा, पूरण सिंह राणा आदि के द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री  नरेंद्र सिंह तोमर के  बंगले पर तीनों कृषि विरोधी कानून और बिजली संशोधन बिल की प्रतियां जलाई गई।      रीवा में बीजेपी कार्यालय के समक्ष संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शिव सिंह, किसान नेता कुंवर सिंह, शोभनाथ कुशवाहा, संतकुमार पटेल, अभिषेक कुमार पटेल आदि ने तीनों कृषि कानूनों और बिजली संशोधन बिल की प्रतियां जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की वहीं चौकी नौबस्ता के सामने शहीद राघवेंद्र सिंह किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष  इंद्रजीत सिंह शंखू , जिला पंचायत सदस्य अशोक सिंह, रामनरेश सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, दीपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह आदि शामिल थे  तथा अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय, सिरमौर  के  सामने किसान नेता ओमनारायण सिंह, गया प्रसाद मिश्रा, कामता प्रसाद शुक्ला, मोहन सिंह, बुद्धि यादव ने बिलो की प्रतियां जलाकर विरोध दर्ज कराया।  सिवनी जिले के लखनवाड़ा थाने के पास किसंस के जिलाध्यक्ष रामकुमार सनोडिया के नेतृत्व में तीनो कृषि कानून की प्रतियां जलाकर  सम्पूर्ण क्रांति दिवस मनाया गया। महेंद्रसिंह बघेल, बृजेश सनोडिया, शेरू सनोडिया,तुलसीराम आदि किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ता शामिल रहे।  संयुक्त किसान मोर्चा के घटक अखिल भारतीय किसान सभा के जिला संयोजक कॉमरेड डी डी वासनिक ने बताया कि ग्राम मारबोड़ी में ग्राम के किसान श्री ईश्वर सिंह राजपूत और उनके साथियों के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया, जिसकी अध्यक्षता दिलीप सिंह ठाकुर द्वारा की गई जिसे कॉमरेड ओमप्रकाश बुर्डे, किरण प्रकाश, डी डी वासनिक, हुकुमचंद सनोडिया, राजेन्द्र जायसवाल, डॉ घनश्याम निर्मलकर आदि ने सम्बोधित किया तथा पूंजीवादी मोदी सरकार की किसान मजदूर एवं जनविरोधी नीतियों के खिलाफ़ जानकारी दी गई।    विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत अखिल भारतीय नौजवान सभा के प्रदेश सचिव राहुल वासनिक और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के प्रदेश सचिव यीशु प्रकाश के द्वारा जनगीत प्रस्तुत किया गया। इसी क्रम में कार्यक्रम की शुरुआत फीता काटकर की गई और राष्ट्रगान गाकर कोरोना से मृत लोगों एवं दिल्ली में किसान आंदोलन में शहीद हुए 450 किसानों के बलिदान की याद में दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण का कार्य किया गया और उपस्थित जनता को अपने अपने घरों में वृक्षारोपण करने का आव्हान किया गया।     कार्य्रकम के पश्चात सापापार चौराहे पर तीनों काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गई एवं मोदी सरकार मुर्दाबाद और कृषि कानून रदद् करो के नारे लगाए गए और तीनों कृषि कानूनों की सांकेतिक प्रतियां जलाई गई जिसमें क्षेत्रीय किसानों की भी भागीदारी रही।जिसमें किसान नेताओं सहित सापापार क्षेत्र के श्री ददुआ पटेल, राजकुमार सनोडिया, रंजीत बघेल, निभा कुंभारे, दीपक करोसिया, पूजा करोसिया, राजेन्द्र डहेरिया, सुनील परते, कुंजन सनोडिया, राजेश सनोडिया, राजेश पटेल आदि सहित विभिन्न ग्रामों के किसान उपस्थित रहे।

         गुना जिले मे अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण विकास मंत्री  महेन्द्रसिंह सिसोदिया के कार्यालय के सामने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलायी एवं प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि आंदोलन पंजाब के केवल उन्हीं हिस्सों में हो रहा है जहां की सीमा पाकिस्तान से लगी है।विरोध प्रदर्शन में डॉ विष्णु शर्मा,योगेंद्र शर्मा, मनीष श्रीवास्तव,राजेंद्र तिवारी, कल्याण लोजी आदि कार्यकर्ता आदि कार्यकर्ता शामिल थे।       मुलताई में किसान संघर्ष समिति की महिला किसानों ने तीनों कृषि कानूनों की प्रति जलाकर तथा वृक्षारोपण कर संपूर्ण क्रांति दिवस मनाया।       रायसेन में अखिल भारतीय खेत मजदूर संगठन के पदाधिकारियों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध किया। विरोध दर्ज करने वालों मे प्रमुख रूप से मनजीत पटेल, धर्मेंद्र प्रजापति, नरेश भील, गौरव सेन, राघवेंद्र शर्मा, सुंदर सेन, नरेंद्र जायसवाल, अरुण सेन आदि शामिल हुए।       

(संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से डॉ सुनीलम द्वारा जारी )

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