शिफ़ा खान
48 की उम्र में 25 की लगने वाली, ग्लोइंग स्किन और पॉजिटिविटी के लिए फेमस शालिनी पासी ने अपने एंटी एजिंग लुक और नेचुरल ग्लो का पूरा श्रेय चेतना मिशन के निदेशक डॉ. मानवश्री की ऊर्जा से प्राप्त मानसिक स्वास्थ्य, सकारात्मकता और होमरेमेडी को दिया है। उनके खुले विचार और जीवन जीने के दृष्टिकोण उन्हें आम से खास बनाते हैं।
फैबुलस लाइव्स वर्सेज बॉलीवुड वाइव्स के बाद वायरल सेंसेशन बन चुकीं शालिनी पासी इन दिनों खूब सुर्खियाँ बटोरी रही हैं। दिल्ली की जानी मानी आर्ट कलैक्टर और सोशलाइट 48 वर्ष की है, मगर लगती हैं न्यू यंगर।
शालिनी ने न केवल अपने बोल्ड फैशन स्टेटमेंट के कारण अपनी पहचान बनाई बल्कि अपने सकारात्मक दृष्टिकोण और नेचुरल ब्यूटी रेमिडीज़ के कारण भी लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है। उनकी रेमिडीज़ में से खास है : सायं मेडिटेशन, सुबह चुकंदर की स्मूदी और माह में बार मानवश्री की ऊर्जा का ऑब्जेर्वनेस।
रीगल आउटफिट में नज़र आने वाली शालिनी एक शानदार जीवन जीती हैं। लेकिन किचन में इस्तेमाल होने वाले इंग्रीडिएंटस में मौजूद ताकत को कम नहीं आंकती हैं। शालिनी पासी का कहना है कि मैंने हमेशा प्रकृति और सादगी की शक्ति पर विश्वास किया है। वो बताती हैं कि माँ और दादी मेरी पहली टीचर्स रहीं, जो रसोई में मौजूद सामग्री से ही उपचार तैयार करती थीं।
समय के साथ मुझमें उन उपचारों के प्रति जिज्ञासा पैदा होने लगी और उनके बारे में अधिक जानने के लिए उन उपचारों को जीवनशैली के अनुसार अपनाया।
वे घरेलू उपचारों का समर्थन तो करती हैं, मगर साथ ही सचेत रहने की भी सलाह देती हैं। उनका कहना है कि कोई नया उपचार ज़्यादा गंभीर लगने लगता है, तो उसके बारे में फैमिली डॉक्टर से सलाह अवश्य लेती हूँ। इसमें कोई दोराय नहीं कि घरेलू उपचार आम तौर पर हल्के होते हैं। लेकिन बावजूद इसके सावधान रहना और शरीर की ज़रूरतों के बारे में जानकारी रखना ज़रूरी समझा जाता हैं।
वे दिनचर्या में चुकंदर की स्मूदी पीना पंसद करती है, जिससे स्किन पर नेचुरल ग्लो बना रहता है। न्यूट्रीशन एंड मेटाबॉलिज्म में छपे एक शोध के अनुसार चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा पाई जाती है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ मॉलिक्यूलर साइंसेज में प्रकाशित शोध के अनुसार पौधे से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के कारण त्वचा की क्षति को रोकने और उसकी मरम्मत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो त्वचा पर दिखने वाले एजिंग के प्रभावों को कम कर देते हैं।
शालिनी अपने शरीर को डिटॉक्स करने के लिए सुबह सबसे पहले गर्म पानी के साथ नींबू का रस भी पीती हैं। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार सौ ग्राम नींबू में 53 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है। इस आसान नुस्खे को कोई भी रूटीन में शामिल कर सकता है।
शालिनी सुबह की हेल्दी शुरुआत के बाद दोपहर में एक घंटे डांस करती है, जो कार्डियो के रूप में काम आता है। वो बताती हैं कि उसके बाद मैं एक घंटे वेट और पिलेट्स करती हूँ।
इसके अलावा वो रात में समय पर सोने की कोशिश करती हैं और ऑर्गेनिक फूड भी खाती हैं। वो शराब या सिगरेट से दूर रहती हैं। इसके अलावा कार्बोनेटेड ड्रिंक, शुगर या कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ लेने से भी परहेज करती हैं।
उन्हें अक्सर एक सकारात्मक व्यक्ति के तौर पर सराहा जाता है। जब उनसे इसके बारे में पूछा जाता हैए तो वह कहती हैंए सकारात्मकता एक ऐसा विकल्प है जो मैं हर दिन अपनाती हूँ। इसके लिए प्रैक्टिस की आवश्यकता होती है।
वो ऐसे लोगों से घिरी रहती हैं जो उनका समर्थन करते हैं और उन्हें हर कार्य में प्रोत्साहन भी करते हैं। ग्रेटीट्यूट में रहती हैं और उन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो उन्हें पसंद हैं। वो बताती हैं कि डॉ. मानवश्री का ध्यान और आत्म चिंतन मुझे डाउन टू अर्थ रहने में मदद करता हैं।
शलिनी बताती हैं कि कभी कभी जीवन में सकारात्मक बने रहना मुश्किल होता है। सोशल मीडिया पर नकारात्मक टिप्पणियाँ उन पर हावी होने लगती हैं। मगर ये सभी चीजें मुझे बहुत देर तक प्रभावित नहीं करती है और मुझे इनसे डील करना आता है।
सोशल मीडिया के अपने फायदे और कुछ नुकसान भी हैं। जब भी नकारात्मक टिप्पणियाँ आती हैं, तो मैं उन्हें खुद पर असर नहीं करने देती। उनके अनुसार अगर कोई चीज़ जीवन में वेल्यू एड नहीं कर सकती है, तो उसे जाने दो।
शालिनी पासी तनाव के कारण त्वचा को प्रभावित नहीं होने देती. रियलिटी सीरीज़ के दौरान शालिनी ने कहा कि मैं अन्य लोगों के प्रति द्वेष नहीं रखती। उन्होंने बताया कि इसका एकमात्र कारण ये है कि इससे त्वचा प्रभावित होती है।
उनकी इस विचारधारा ने लोगों को खूब प्रभावित भी किया। हांलाकि ये एक बेबाक टिप्पणी थी, लेकिन मुझे लगता है कि यह सच है। हम अक्सर इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि हमारी भावनाएँ हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करती हैं।
अगर सच पूछें तो उनकी पूरी यात्रा एक बवंडर के समान रही। उनके शो ने बड़ी संख्या में दर्शकों के बीच परिचित करायाए और उन्हें बहुत प्यार और सकारात्मकता मिली। लोगों में उनकी आर्ट, डिजाइन और परोपकार के बारे में जानने के लिए उत्सुकता पैदा हुई, जो पूरी तरह से अविश्वसनीय था।
20 की उम्र में माँ बनने पर शालिनी बताती हैं कि आप अपने बच्चे के साथ बड़े होते हैं. अधेड़ क्या बनना, न्यू यंगर एज में माँ बनना मेरा एक खूबसूरत अनुभव था। ऐसे में बच्चे के साथ एक अनोखा बंधन बनता है। कम उम्र में माँ बनने से आप ज्यादा ऊर्जावान और खुले विचारों वाली रहती हैं क्योंकि आप अपनी युवावस्था से बहुत दूर नहीं होती हैं।
इसने उन्हें धैर्य और प्यार सिखाया जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। अब उनका बेटा रॉबिन 27 साल का है और वो अब भी खुद को 25 की युवती महसूस करती हैं।
हाल ही में बिग बॉस 18 में स्पेशल गेस्ट के रूप में शामिल हुईं शालिनी ने कहा कि मुझे नहीं पता बहुत सारे ऑफर क्यों आ रहे हैं। उनके अनुसार सिनेमा एक पावरफुल मीडियम है। इसमें मेरा अनुभव न होना और इसके प्रति मेरा उत्साह कुछ अद्भुत हो सकता है। आखिर में वे कहती हैं कि देखते हैं जीवन हमें कहाँ ले जाता है।