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लघु कहानी : इलाज 

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          प्रखर अरोड़ा 

एक सज्जन फिजीशियन के यहां हेल्थ चेकअप करवाने पहुंचे। नम्बर आया तो डॉक्टर ने अन्दर बुलवाया। फिर प्रोफेशनल अंदाज में सवाल किया- हाँ बताइये! क्या समस्या है? 

“डॉ साब, कई दिन से तबियत कुछ ठीक नही रहती है। 

“भूख लगती है?” 

“भूख तो लगती है डॉ साब क्योंकि खुद ही Liv 52 लेनी शुरू की है।”

“फीवर वगैरह तो नही रहता?’

“बुखार…. परसों थोड़ा बुखार था जरूर लेकिन 650 mg Tab DOLO ली थी तो… उतर गया!” 

“अच्छा। ब्लड टेस्ट लिख देता हूँ, करवा लीजिये!” 

“होलबॉडी चेकअप खुद ही करवाये हैं सोमवार को…. हीमोग्लोबिन 12 से थोड़ा कम निकला है… आयरन की गोली ले रहे हैं।” 

“अच्छा! वायरल वगैरह तो नही हुआ इस बीच?” 

“हुआ था पिछले महीने। 5 दिन Azithromycin 500 mg लिए, ठीक हो गया।” 

“गले में खराश वगैरह है क्या अभी? जीभ निकालिये!” 

“आsss (जीभ निकालकर) … खराश थी लेकिन Montair LC ले लिए तीन दिन, सही हो गयी।” 

डॉ- “अच्छा” (टार्च बन्द कर के)- “थोड़ा टहला कीजिये।” 

“रोज सुबह तीन किमी की मॉर्निंग वॉक करते हैं। फिर लौटकर आधे घण्टे योग-प्राणायाम, तत्पश्चात दलिया, स्प्राउट का हल्का नाश्ता करते हैं। 

लन्च में तीन चपाती और दाल, शाम में हल्का स्नैक और रात में दो रोटी और दही या हरी सब्जी।” 

फिर डॉक्टर ने स्टेथस्कोप उठाया तो मरीज बोला – “चेकअप कर रहे हैं क्या? मुझे क्या दिक्कत है डाक साब?” 

डॉक्टर- 

आप तो अपना stethoscope वगैरह लाये नही होंगे. अनुभव है आपको. थोड़ा मेरा चेकअप कर दवा लिख दीजिए आज सीने में बहुत दर्द हो रहा है. बड़ी मेहरबानी होगी.

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