चुप्पी
बना देती है
लोगों को
बापू के बन्दर
जो साथ रहते हुए भी
नहीं दे सकते
बापू की हत्या की गवाही
क्योंकि उनमें से एक का कहना है
कि उसने कुछ नहीं देखा
दूसरे ने सुनी ही नहीं
गोलियों को आवाज
तीसरे ने
सब कुछ देखा और सुना भी
पर वह
साधे बैठा रहा चुप्पी।
बापू!
तुम्हारी इस रक्तरंजित साबरमती की
गवाही देने
कोई नही आता।
बापू!
कितने बन्दर
पाल रखे हैं तुमने?