अग्नि आलोक
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रामदेव व उनके हिमायती से कुछ सवाल….?

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अनिल गोस्वामी 

 १. क्या आप और आप के सहयोगी भारत के नागरिक है? क्या आप इस देश के कानून एवं नियमों में विश्वास रखते हो?

 २. क्या आप भारत में दवाईया प्रिस्क्राईब करने के बारे में बने कानूनों से अवगत है? क्या आप जानते हैं की औषधि का प्रिस्क्रिप्शन या प्रदायन, या शर्तिया इलाज की असत्य घोषणा भारत शासन के ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट के अंतर्गत दंडनीय अपराध है ?

 ३. आप बताएं कि आपने कहां तक शिक्षा प्राप्त की हुई है? क्या आप आयुर्वेद के स्नातक हैं? और यदि हैं तो आपने आयुर्वेद डॉक्टर की डिग्री कहाँ से प्राप्त की है? आधुनिक चिकित्सा पद्धती की शिक्षा आप ने कब और कहां से प्राप्त की है? आप कौन सी मेडिकल कौन्सिल के अंतर्गत पंजीकृत चिकित्सक हो? *आप किस अधिकार और अर्हता के बलबूते पर किसी भी चिकित्सा पद्धती के बारे में बात करने का दु:साहस कर सकते हो?* 

४. क्या आप ने या आप के सहयोगीयोंने करोना के लिये टीका लगावाया है? अगर हाँ तो कौन सा टीका? और क्यूं?

 ५. आप के दावे के मुताबिक जिन लाखो मरीजोंको आप ने ठीक किया है, क्या आप उनका ब्यौरा, जैसे के नाम पता, उपचार के रिकार्ड/ मेडिकल डेटा प्रसिद्ध कर सकते है? या यह सिर्फ मार्केटिंग जुमला है?

 ६. पतंजली विद्यापीठ से योग, आयुर्वेद का ३ से ६ महिने का प्रशिक्षण लेकर आज पुरे भारत देश में पतंजली के आयुर्वेद क्लिनिक, शॉपी चला रहे है, क्या उनको आयुर्वेद प्रॅक्टिस की कानूनन अनुमति है? वैधानिक रूप से आयुर्वेद के ५ वर्ष की डिग्री पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों और पंजीकृत चिकित्सकों के साथ यह अन्याय नहीं है ? 

 ७. कथित करोनिल दवाई जो आप कोरोना की रामबाण ईलाज बता कर उसका मार्केटिंग कर रहे हैं, क्या उसको WHO, या केंद्रीय आरोग्य, आयुष्य मंत्रालय के द्वारा प्रचार और प्रसार की अनुमति और सहमति है? यदि है, तो क्या आप इसका प्रमाण दे पाएंगे ? 

८. कथित करोनिल दवाई की जो क्लिनिकल ट्रायल ली गई ऐसा आप का दावा है, उस के मुताबिक, इस ट्रायल में मात्र ९५ पेशेंट्स को सम्मिलित किया गया था, जिनमें से ५० को प्लासिबो थेरेपी तथा मात्र ४५ रोगियों को कथित करोनिल दवाई दी गई थी ? क्या यह सही नहीं है कि आपकी इस कथित करोनिल दवाई के ट्रायल में मात्र उन्ही स्वयंसेवकों को सम्मिलित किया गया था जिनमें कोरोना रोग सम्बन्धी कोई लक्षण नहीं थे? 

 ९. पतंजली शॉपी मे आप के साधक कोरोना की दवाई सौम्य, मध्यम लक्षण वाले मरिजो को बिना टेस्टिंग, कभी देख कर या बिना देखे बेचते है. क्या इज बात को स्थानिक FDA या आरोग्य प्रशासन की कानूनी अनुमति है ? क्या यह झोलाछाप या QUAKERY नहीं है जिसमें आम जन के स्वस्थ्य के साथ खिलवाड़ होता है? 

१०. कोरोना का इलाज करने वाले सभी अस्पतालों को सरकार द्वारा अनुमती प्राप्त करना अनिवार्य है.पतंजली शॉपी मे कोरोना के मरिजो का विना सरकारी अनुमती इलाज करना, उसका रिकॉर्ड जिल्हा प्रशासन को नहीं भेजना, क्या ये गैरकानूनी नहीं है ?

 ११. पतंजली शॉपी में आज किसी भी आयुर्वेद की पंजिकृत डिग्री बिना जो लोग क्लिनिक चला रहे है, कोरोना के मरिजो का इलाज कर रहे हैं उनको बोगस डॉक्टर का लेबल लगा कर साथ रोग, आपत्ती व्यवस्थापन कानून के अनुसार कानूनी कारवाई सरकार क्यों नहीं कर पाती है? क्या इस तरह के उपचार प्रक्रिया भारत शासन के कानून कंजूमर प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत दंडनीय नहीं है?
१२. आप व्हिडिओ मे यह कह कर लोगो को गुमराह करते हो, “जो डॉक्टर खुद को कोरोना से बचा नही पाते है वो आप को क्या खाक बचायेंगे?” ये ठीक ईसी प्रकार का कहना है, के अत्याधुनिक शस्त्रास्त्र मौजूद होने के बावजूद लडाई में सेना के जवान शहीद क्यूं होते है?आप ऐसी बचकानी बाते कहकर कोविड योद्धा डॉक्टर और उनके परिजनो का अपमान क्यूं कर रहे हो? आपने दावा किया है के वैक्सीन लेणे से १०,००० डॉक्टरों की मौत हो गई.वास्तविक रुपमें १२०० कोव्हीड योध्दा शहीद हुए, जीन मे से सिर्फ ४५०दुसरी लहर में.क्या आप इस बयान से वैक्सीन हेजीटन्सी उत्पन्न कर के राष्ट्रविघातक काम नहीं कर रहे?
१३. आपके मन में एलॉपथी के प्रति इतनी घृणा क्यूं है? आप स्वयं और आप के साथी एलॉपथी से उपचार लेते रहे है! क्या यह सारा प्रोपागंडा आपकी मार्केटिंग मात्र की रणनीति नहीं है ताकि आप और आपके उत्पाद एन केन प्रकारेण प्रकाश में बने रहें?
१४. पतंजली डेअरी के प्रमुख श्री. सुनील बन्सल जो कोरोना से हाल ही मे असामयिक और दुखद मृत्यु को प्राप्त हुए हैं, उनको बाबा रामदेवजी आपकी कथित करोनिल दवाई और अन्य पतंजलि उपचार पद्धती कैसे नहीं बचा पायी?
१५. आचार्य बालकृष्ण जी को विष बाधा (भंग सेवन) हुई तो आपने उनको AIIMS ऋषिकेश मे भरती क्यो करवाया? पतंजली योग चिकित्सालय मे उन पर उपचार और प्रयोग क्यो नही हो पाये?
१६. बाबा रामदेव जी आप और आपका पतंजलि स्टाफ क्या सिर्फ एक महिने के लिये किसी भी कोविड हॉस्पिटल में, समस्त कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, साँस लेने को जूझते, खांसते हुए और ज्वर से पीड़ित मरिजो की सेवा, देश सेवा करेंगे? 
१७. आप मात्र झूठे दावों के वीर हैं. ऐसा क्या हुआ था कि आप ने इंडियन मेडिकल असोसिएशन नागपुर शाखा के २०११ में दिए गए चैलेंज को स्वीकार करने से मना कर दिया?याद दिला दें के उस वक्त आपके कैंसर को जड़ से समाप्त किए जाने के झूठे दावों को पब्लिक प्लेटफॉर्म पर वाद विवाद हेतु आप को निमंत्रित किया गया था.
१८. क्या आप शपथ-पत्र दे सकते हैं, कि आपके द्वारा स्टेरॉयड श्रेणी की औषधि का प्रयोग पतंजलि की *किसी भी* औषध उत्पादों में नहीं है ? आप को बता दें की स्टेरॉयड जीवन रक्षक औषधि हैं !
१९. आखिर क्यों आपके कथित करोनिल-दवाई सम्बन्धी दावे को ICMR ने स्वीकृत नहीं किया और अपने कोरोना उपचार की गाइड लाइन्स में आपके कथित करोनिल दवाई को क्यों ऑफिशियली सम्मिलित नहीं किया?
२०. क्या आप सोची समझी रणनीति के अंतर्गत विवाद उत्पन्न करते हैं और यह सब आप अपने व्यवसाय को बढाने के लिये करते हैं. क्या आपको योग-बाबा के स्थान पर कमर्शियल-बाबा बुलाया जाना उचित नही होगा?
२१. आपने अपने इस कथित करोनिल दवाई का प्रयोग माननीय गृहमंत्री, माननीय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक, प्रसिद्ध खिलाड़ियों, राजनेताओं के उपचार में क्यूं नहीं किया?
२२. क्या आप बताने का कष्ट करेंगे कि देश के समस्त अति महत्वपूर्ण व्यक्ति जैसे ब्यूरोक्रेट्स, विधायक, सांसद, फ़िल्म स्टार, विद्वान लेखक इत्यादि आधुनिक विधा के एलोपैथी चिकित्सालयों में ही क्यों उपचारों के लिये उपस्थित हुए?
२३. क्या आप सहमत नहीं होंगे कि भारत में आज तक २,७०,००,००० कोविड से पीड़ित रोगियों में से २,४०,००,००० रोगी इन्ही एलोपैथी की औषधियों एवं आधुनिक विधा के चिकित्सकों से उपचार पाकर स्वास्थ्य लाभ कर चूके हैं ?
२४. क्या यह सही नहीं है कि योग शास्त्र के आधुनिक पितृपुरुष पद्मविभूषण बी. के. एस. आयंगर द्वारा कपालभाति के आपके द्वारा किए गए प्रचार के विरुद्ध आपत्ति ली गई थी ?
२५. क्या यह सही है कि रुचि सोया कंपनी, (जो पतंजलि द्वारा सन २०१९ में खरीदी गई थी,) उस कंपनी का २,१२३ करोड़ लोन रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा २०२० में क्यूं राइट ऑफ किया जा चुका है?
२६. क्या यह कहना उचित नाही है, के मात्र मार्केटिंग के द्वारा आपने देश के भोले भाले सामान्य, श्रद्धालु नागरिकों को भ्रम में डाला?क्या यह कहना उचित नाही है, के इस कथित करोनिल दवाई की बिक्री हेतू जगन्मान्य आधुनिक चिकित्सा पद्धती की निंदा कर आप देश की जनता के स्वास्थ्य एवं जी जान से खिलवाड कर रहे हो? 

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