इंदौर. लगातार हो रही बारिश से मालवा के किसानों की नाक में दम हो गया है. सोयाबीन की फसल खेत में रखी है, लेकिन बारिश ने सारी फसल बर्बाद कर दी है. बर्बाद हुई फसलों से किसान पूरी तरह हताश नजर आ रहे हैं. वहीं किसान मुआवजे की उम्मीद भी कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के देपालपुर के किसानों ने बताया की उनके पूरे खेत में सोयाबीन की फसल पक गई थी लेकिन लगातार बारिश ने अच्छी भली फसल को खराब कर दिया है.
किसानों ने 8-10 हजार रुपए क्विंटल का बीज लगाया था। महंगे खरपतवार नाशक और कीटनाशक का छिड़काव किया था. फसल पिछले साल के मुकाबले बेहतर और उम्दा दिख रही थी, लेकिन बारिश ने सब खराब कर दी. अब किसानों के ख़र्च निकालने तक के लाले पड़ रहे हैं.
बह गई लाखों की फसल
कई किसानों के फसल कट गई थी, लेकिन खेतों में रखी फसल में बारिश के कारण पानी लग गया और फसल अब सड़ने लगी है. वहीं जिन किसानों की फसलें नहीं कटी है वे ना तो फ़सल को काट पा रहे हैं ना ही खेतों से जल निकासी संभव हो पा रही है. देपालपुर, हातोद के साथ सांवेर के इलाकों में बारिश के कारण खेतों में सोयाबीन डूब रही है और तालाब जैसा नजारा दिखाई दे रहा है. दरअसल भूमिगत जल स्तर प्राप्त हो जाने के कारण अब जितनी भी बारिश हो रही है उसका पानी खेतो में भरा हुआ है
.किसान बोले, मुआवजा दिलाए सरकार
देपालपुर तहसील के गाँव तलावली के किसान राजेश बताते हैं कि इस समय हुई बारिश ने हमारी पूरी फसल को बर्बाद कर दिया. 10 हज़ार रुपये क्विंटल के बीज और लाखों की महंगी दवाइयां छिड़की गई थी. पिछले सालों के मुक़ाबले इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद थी लेकिन हमारा ख़र्च तक निकलना मुश्किल हो रहा है. प्रशासन और सरकार को हमारे खेतों के सर्वे कर हमें मुआवजा दिलवाए.