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कहानी : लाइक कमेंट

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      प्रखर अरोड़ा

गर्ल्स हॉस्टल के कमरे मे कक्षा दस की 2 छात्राएं.

रुममेट — ऊपर का एक और बटन खोल ना. पिक्स जबरदस्त आएगी और एकदम कूल भी लगेगी तू. रील पर बहुत सारे लाइक्स कमेंट्स आएंगे. रातो रात फेमस हो जाएगी तू.

ऋचा– ना बाबा ना, अगर घर पर पता चल गया तो ? और मुझे भी शर्म आएगी ऐसे पिक्स मे। प्लीज ऐसे ही ले ले ना पिक्स.

रुममेट — अरे तू भी ना बहुत झल्ली है, आजकल तो ज्यादातर लड़कियां रील्स पर है और देख कैसे कैसे कपड़े पहनती है. अदाएं दिखाकर नाचती है. चल कुछ नहीं होता यार, खोल बटन !

  ऋचा शर्माते हुवे बटन खोलकर रील्स बनवाने लगी. रील बनी और वायरल भी हुई. हज़ारों लाइक्स और कमेंट्स. 

अब वो बैठकर कमेंट्स पढ़ रही है.

Wow too hot baby…

You are looking very sexy and hot…

Will you be my gf baby ??

Awesome pic, 

i wanaa feel you baby..

Bla bla bla……

    कमेंट्स पढ़कर आज ऋचा सातवे आसमान पर है. उसे लग रहा है की दुनिया की सबसे सुंदर लड़की वही है और शायद उसीके लिए परी शब्द बना है।

    इधर कस्बे मे ऋचा के घर एक जागरूक युवा आकर उसके माँ पापा को ऋचा की रील और उसपर आये कमेंट्स दिखा रहा था। तीनो मे कुछ बातें हुईं.

  अगली सुबह तीनो ऋचा के हॉस्टल मे उसके साथ बैठे थे। युवा का परिचय किसी दूर के रिश्तेदार के भतीजे के रूप मे करवाया गया जो आज शहर आ रहा था जिसके साथ माँ पापा भी आ गए।

    कुछ बाते हुई और साथ मे लंच किया गया, पापा और वो युवा कुछ देर वार्डन  के पास भी गए और उनसे इधर उधर की बाते की।

    कुछ देर बाद तीनो ने ऋचा से विदा ली। शायद किसी ने नोटिस नहीं किया था लेकिन ज़ब युवा हॉस्टल के कमरे मे दाखिल हुवा था तब उसके पास एक मोटी किताब जैसा कुछ था जो वो शायद कमरे मे ही भूल आया था।

    शाम को ऋचा की नजर पड़ी तो उसने देखा की एक मोटी सी एल्बम उसके स्टडी टेबल पर रखी हुई थी. उत्सुकता से ऋचा ने उसे खोलकर देखना शुरू किया.

एल्बम मे हजारों ऐसी पेपर कटिंग्स लगी हुई थी जिनमे भोली भली लड़कियो को शिकार बनाये जाने की खबरें थी. किसी को कॉमन फ्रेंड के जरिये, किसी को कुछ खिला पीला कर, किसी को कैसे, किसी को कैसे फसाया गया. इसकी पूरी जानकारी मय तारीख के करीने से सजाई गयी थी।

अरे ये क्या ?

इस कटिंग मे तो लिखा है कि अपनी ही सहेली के उत्तेजक फोटो लेकर उसको बरगलाने वाली लड़की किसी संगठन की एजेंट है.

अरे बाप रे, यें मैं क्या कर रही थी।अच्छा हुवा समय रहते बच गयी.

     अगली सुबह पापा के पास वार्डन का काल आया, जिसमे ऋचा ने रूम बदलने और रुममेट की पूरी जानकारी चाहने की एप्लिकेशन दी जाने की बात कही। पापा ने तुरंत ही सहमति दे दी.

इस तरह एक बच्ची समय से पहले व्यस्क, बदचलन और बर्बाद होने से बच गयी।

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