अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

नवरात्रि : श्रद्धा के साथ स्वाद, सेहत और सौंदर्य भी साधे

Share

 दिव्या गुप्ता 

      नवरात्रि के दौरान कई लोग नौ दिनो का उपवास करते है। इस समय लोग भक्ति के साथ-साथ अपनी आंतरिक शांति प्राप्त करना चाहते हैं।  नवरात्रि के दिनों में व्रत से आपका शरीर भी खुश हो सकता है, क्योंकि इतने उपवास से आपके शरीर और आत्मा दोनों की शुद्धि होती है।

      चैत्र महीने के बाद गर्मियों के मौसम का आगमन पूरी तरह से हो जाता है। ऐसे में अगर आप उपवास करेंगे तो आपके शरीर को सर्दियों के बाद गर्मियों के लिए बदलने का मौका मिलेंगा। सर्दियों के मौसम में हम गर्म चीजें ज्यादा खाते है तो अगर एकदम से आप गर्मियों के आते ही ठंडी चीजें खाएंगे तो आपके शरीर को ये समझ नही आ पाएगा और आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाएगा जिससे आप बीमार पड़ सकते है।

      उपवास के समय आपके शरीर को एक ब्रेक मिल जाएगा जिसके बाद आप उसमें बदलाव कर सकते है जिसके लिए वो तैयार रहेगा।

*स्लिमनेश प्रोवाइडर फ़ास्ट :*

    वजन कम करने में मदद मदगार है व्रत। उपवास का हमारे स्वास्थ्य पर विधाई प्रभाव पड़ता है. कैलोरी की सेवन सीमित करके वजन घटाने के लिए उपवास काफी मदद करता है। अगर आप व्रत कर रहे है तो ज्यादा तला हुआ खाना न खाएं।

      रिसर्च गेट में छपे एक अध्यन के अनुसार कुल 830 प्रतिभागियों का विश्लेषण किया गया (531 प्रतिभागी पुरुष थे और 299 प्रतिभागी महिलाएं थीं)। परिणामों ने पुरुष प्रतिभागियों के वजन में कमी दिखाई। एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि उच्च रक्तचाप वाले मध्य आयु के वयस्कों में रमजान का उपवास शरीर के वजन को कम कर सकता है।

      अधिक वसा का सेवन और कम शारीरिक गतिविधि के कारण अधिक वजन होना शुरू हो जाता है। अधिक वजन होने के संदर्भ में रोकथाम और प्रबंधन आहार और शारीरिक गतिविधि के संतुलन को बनाए रखकर किया जा सकता है।

*डिटॉक्सिफिकेशन :*

       उपवास डिटॉक्सिफिकेशन में शामिल कुछ एंजाइमों के उत्पादन और गतिविधि को बढ़ाने में मदद कर सकता है.

     व्रत आपके लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है, जो डिटॉक्सिफिकेशन में शामिल मुख्य अंगों में से एक है।

*बल्ड शुगर लेवल :*

      उपवास बल्ड शुगर लेवल को निंयत्रित करता है जिससे डायबटिज और हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं में काफी मदद मिलती है।

      एक अध्ययन में कहा गया है कि रक्तचाप को सामान्य स्तर से अधिक कम न करके इसे कम करने के लिए उपवास करना सुरक्षित है।

*बॉडी स्वेलिंग एवं हार्ट प्रॉब्लम :*

    उपवास शरीर में सूजन को कम करने के लिए भी काम करता है, जो गठिया, अस्थमा और एलर्जी जैसी समस्या से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

        हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद

उपवास रक्त लिपिड प्रोफाइल में सुधार और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हृदय रोग के कम जोखिम को कम करता है। साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है।

      रिसर्च गेट में छपे एक अध्यन के अनुसार उपवास शरीर में एलडीएल स्तर को नियंत्रित करने के कई तरीकों में से एक है। मेटा-विश्लेषण के परिणामों में 740 स्वस्थ प्रतिभागियों (500 पुरुष और 240 महिलाएं) का प्रतिनिधित्व करने वाले 13 अध्ययन शामिल थे।

     इससे पता चला कि शरीर में एलडीएल के स्तर को कम करने के लिए उपवास एक प्रभावी तरीका साबित हुआ है।

*स्वाद के लिए व्रताहार कुट्टू का डोसा :*

        कुट्टू के आटे के के सेवन से अस्थ्मा की बीमारी से घिरे लोगों को आराम मिलता है. यह स्तन कैंसर में लाभदायक है. वजन कम करने के लिए भी लड़कियां इसका सेवन करती हैं. पित्त में पथरी होने पर लाभदायक है. यह दिल की बीमारियों में लाभकारी हैं।

 *ऐसे बनाएं कुट्टू के आटे का डोसा*

      इसके लिए आपको पहले पांच बड़े चम्मच भर कुट्टू का आटा का लेना होगा, अब इसमें आधा चम्मच सेंधा नमक, आधा चम्म अदरक, आधा चम्मच अरबी, आधा चम्मच अजवाइन, एक चम्मच हरी मिर्च लेना होगा।

     इसके बाद सभी को एक पैन में डालकर मिलाना होगा। जब पेस्ट तैयार हो जाए तो उसे दस मिनट के लिए रख दें। ध्यान देने योग्य बात है कि पेस्ट ज्यदा गाढ़ा और पतला न हो।

        इसके बाद इसमें मसाला फिलिंग के लिए आपको दो उबले लेने होगें, फिर आधा चम्मच सेंधा नमक लेना होगा, फिर तुकड़ों में कटी हुई अदरक और हरी मिर्च लें और आवश्यकता अनुसार घी लेकर अच्छे से तलें।

         अब आपका पेस्ट और फिलिंग के लिए मसाला तैयार हो चुका है। जो अब फाइनल डोसा बनने के लिए तैयार है। तो चलिए शुरूआत करते हैं। गैस में पैन को रखते हैं इसमें आवश्कता अनुसार लिया गया घी को गर्म कर लेते हैं।

      अब डोसा पैन को गैस में चढ़ाएं। गर्म होने तक इंतजार करें, गर्म हो जाने के बाद घी को पैन में डालें, फिर पैन में पेस्ट को डाल दें। आधा मिनट रूकने पर आलू मैश कर के तैयार किया हुआ मसाला डोसे पर लगा लें। अब दो मिनट का इंतजार करें और प्लेट में लेकर इसका आनंद लें।

     इसका सेवन अन्न की श्रेणी में नहीं किया जाता है। इसका सेवन व्रत रखने वाली महिलाएं आराम से कर सकती हैं।

*फास्टिंग में वेट लॉस के सूत्र :*

          सात्विक आहार वेट लॉस और सेहतमंद रहने के लिए फायदेमंद है। तो अगर आपको नवरात्रि पर वेट लॉस की योजना बनाना है, तो इन 5 बिंदुओं का ध्यान रखें :

    *1. हाइड्रेटेड रहें (Stay hydrated) :*

       ज्यादातर लोग डिहाइड्रेशन का शिकार होते है। ऐसे में पानी का ज्यादा से ज्यादा पीना होगा। जिससे शरीर में पानी की कमी न रह जाए। इसके लिए व्रत रखने वाले लोग नारियल पानी, नींबू पानी, फलों का जूस, सब्जियों का जूस आदि पेय पदार्थ ले सकते हैं।

       इससे पानी की कमी नहीं हो पाएगी। बता दें होंठों का सूखना, आंखों में कालापन छाना, आंखों के आसपास काला होना, चेहरे की चमक कम होना शरीर में पानी कम होने के संकेत हैं।

       इसके लिए व्रत रखने वाले लोग गर्म पानी को ठंडा कर के भी पी सकते हैं। इससे शरीर का फैट भी कम होगा और कमजोरी भी नहीं आएगी। आमूमन लोग सादा पानी पीना पसंद नहीं करते तो गुड खाने के साथ सादा पानी पी सकते हैं।

*2. फैट कम करता है मखाना (Fat burning Makhana) :*

       मखाने में मौजूद प्रोटीन, फाइबर आपकी भूख पर लगाम कस देता है। इसके साथ शरीर को जितनी प्रोटीन की जरूरत होती है, वह मखाने के माध्यम से प्राप्त हो जाती हैं।

      मखाने व्रत में लोग दूध में खीर बना कर, घी से तल कर लोगा खाना ज्यादा पसंद करते हैं। मखाना वजन कम करने का भी बेहतरी त्रोत माना गया है। इसके सेवन से शरीर में कैल्सियम की कमी भी पूरी होती है। यह पुरूषों के साथ महिलाओं के लिए भी बेहतर है। इसके निरंतर सेवन से शरीर में किसी भी प्रकार का तनाव नहीं रहता है।

*3. पैकेज्ड फूड नहीं, घर का बना खाना (Homemade foods) :*

      आधुनिक दौर में लोग व्रत के दौरान पैकेज्ड फूड का सेवन करना ज्यादा पसंद करते हैं। इससे उन्हें काम कर के इनर्जी नहीं वेस्ट करनी पड़ती, जो कि गलत है।

     व्रत में पैकेज्ड फूड खाना सेहत के लिए नुकसान देह है साथ ही वजन कम करने में घरेलू चीजों की अपेक्षा कम असरदार है। घरों में बनी हुई व्रत की सामग्री पूरी तरह फ्रेश और पवित्र होती है। जो शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती है।

     इसके लिए कई जानकारों का भी मानना है घरों में बने हुए लडडू, मूंगफली, चने खा कर शरीर के चुस्त और फैट फ्री रख सकते हैं।

*4. आलू की बजाए शकरकंद  (Replace potato with Sweet potato) :*

        व्रत में ज्यादातर लाेग आलू का सेवन करते हैं। हालांकि आलू भी पौष्टिक हैं, पर इनका ज्यादा मात्रा में सेवन वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। इसलिए इस बार फास्टिंग में आलू की बजाए शकरकंद का सेवन करें।

      शरीर में मौजूद फैट को कम करने के लिए पनीर और शकरकंद का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है। दोनों में ही संतुलित मात्रा में आहार मौजूद रहता है। जिससे शरीर को कमजोरी का एहसास भी नहीं होता और वजन भी कम होता है।

       व्रत के दौरान पनीर और शकरकंद वेट लॉस के अहम खाने के आइटम में अहम है। क्योंकि शकरकंद में फाइबर होता है। वहीं पनीर में प्रोटीन के साथ फाइबर दोनों बेहतरीन मात्रा में पाया जाता है।

*5. फलों का सेवन (Add more fruits) :*

        चैत्र के नवरात्रो में गर्मी का एहसास होने लगता है। गर्मी में पानी के साथ प्रोटीन की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए फलों का सेवन करना चाहिए।

      जैसे संतरा, सेब, केला, खीरा, ककड़ी, तरबूज़, पपीता, अनार आदि फलों का सेवन कर सकते हैं।

          (चेतना विकास मिशन)

Recent posts

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें