लोकसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी 15 सीटों को अपने कब्जे में लाने का दावा कर रही है। जिसको लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय एक्टिव नजर आ रहे हैं। वे पार्टी को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।
राजगढ़ को दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उनके गढ़ में किसी ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारना चाह रही है जिसकी जीत पक्की हो। इसी को लेकर रविवार को दिग्विजय सिंह राजगढ़ पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने बंद कमरे में कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में जिलाध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व विधायक सहित राजगढ़, ब्यावरा, नरसिंहगढ़, सारंगपुर, खिलचीपुर सहित सुसनेर के कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।
राजगढ़ में मजबूत प्रत्याशी की तलाश
कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर राजगढ़ लोकसभा सीट पर एक मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारना चाहती है। इसको लेकर दिग्विजय सिंह राजगढ़ पहुंचे और कांग्रेस कार्यालय के बंद कमरे में बैठकर उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के नाम को लेकर रायशुमारी की। 3 घंटे से अधिक की मीटिंग के बाद दिग्विजय सिंह कांग्रेस कार्यालय के कमरे में चले गए। इस दौरान उन्होंने कमरे के अंदर एक-एक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अंदर बुलाया और लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी को लेकर रायशुमारी की। कार्यकर्ताओं ने भी दिग्विजय सिंह को अपने पसंद के प्रत्याशी का नाम बताया। दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं द्वारा बताए गए नाम की लिस्ट बनाई और अपने साथ ले गए।
रायशुमारी में इन नामों को लेकर चर्चा
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस राजगढ़ लोकसभा सीट पर पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियवत सिंह खिंची, पूर्व ब्यावरा विधायक रामचंद्र दांगी, राजेंद्र सिंह किलखेड़ा को लेकर विचार कर रही हैं।