कर्तव्य निभाते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय शांतिदूत नायक धनंजय कुमार को मरणोपरांत प्रतिष्ठित डैग हैमरस्कजॉल्ड पदक से सम्मानित किया। धनंजय कुमार ने कांगो गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन में काम किया था।
कांगो गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन में किया था काम
नायक धनंजय कुमार सिंह ने कांगो गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन में काम किया था। कांगो गणराज्य में शांति स्थापित करने के लिए इस मिशन की शुरुआत की गई थी। धनंजय कुमार सिंह को मरणोपरांत हैमरस्कजॉल्ड पदक से सम्मानित किया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से इस पदक को प्राप्त किया। बता दें कि भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र के अलग अलग अभियानों में लगातार योगदान दिया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के कई मिशनों में काम कर रहें हैं भारत के जवान
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में भारत के 6,000 से अधिक सैन्य और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। अब तक इन शांति अभियानों में अपना कर्तव्य निभाते हुए 180 भारतीयों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। खास बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में भारत से सबसे अधिक शांतिदूतों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दी श्रद्धांजलि
30 मई को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 1948 के बाद से अपनी जान गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र के शांतिदूतों के सम्मान में स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि की। समारोह के दौरान संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले 64 शांतिदूतों को मरणोपरांत डैग हैमरस्कजॉल्ड पदक प्रदान किए गए। इनमें पिछले साल मारे गए 61 लोग भी शामिल थे।