अग्नि आलोक

वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) : सर्जरी अकेला समाधान नहीं

Share

डॉ. प्रिया मानवी

  _शारीरिक समस्याएं कई होती हैं और कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जिन्हें अक्सर अनदेखा किया जाता है. उन्हीं में से एक है वैरिकोज वेन्स। कभी आपने ध्यान दिया है कि आपके पैर या किसी अन्य अंग की नस अचानक से अकड़ जाती है। अगर ऐसा होता है, तो यह वैरिकोज वेन्स का आरंभ हो सकता है।_
   वैरिकोज वेन्स मुख्यत: हाथ, पैर, एड़ी, टखने और पंजे में दिखाई देती हैं. यह सूजी हुई और अधिक मुड़ी हुई वो नसें होती हैं, जो नीले या गहरे बैगनी रंग की होती हैं. ये देखने में उभरी हुई होती हैं. इन नसों के आसपास स्पाइडर वेन्स (Spider veins) होती हैं. ये नसें लाल और बैगनी रंग की होती हैं, जो दिखने में काफी पतली एवं बारीक होती हैं.
   जब स्पाइडर वेन्स, वैरिकोज वेन्स को चारों ओर से घेर लेती हैं, तो उनमें दर्द/ खुजली होने लगती है. वैरिकोज नसें ज्यादातर लोगों के लिए खतरनाक नहीं होती, लेकिन कुछ मामलों में इनसे कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.

वैरिकोज वेन्स क्या है?
वैरिकोज वेन्स सूजी व मुड़ी हुई नसें होती हैं, जिन्हें आप त्वचा के नीचे देख सकते हैं। वैस ये आमतौर पर पैरों में होती हैं, लेकिन शरीर के अन्य भागों में भी हो सकती हैं। हेमोरोइड (Hemorrhoids) यानि बवासीर वैरिकोज वेन्स ही होता है।
आपकी नसों में एक वाल्व होता है, जो आपके हृदय की ओर रक्त को बहने में मदद करता है। अगर वाल्व कमजोर या क्षतिग्रस्त हो जाए, तो रक्त आपकी नसों में वापस जा सकता है। इससे नसें सूज जाती हैं, जिससे वैरिकाज वेन्स की समस्या हो सकती है।
वैरिकोज वेन्स बहुत आम हैं। इसका जोखिम अधिक उम्र में, मोटापा होने पर, एक्सरसाइज न करने पर या परिवार में किसी को वैरिकोज वेन्स की समस्या रही हो तो हो सकता है।
यह गर्भावस्था के दौरान भी सामान्य है, और मोनोपाज के दौरान भी सामान्य और सेक्सरहितता के दौरान भी. लेकिन इससे मिलने वाली दिक्कतें और पीड़ा वेशुमार है.

वैरिकोज वेन्स के कारण :
वेरिकोज नसें तब दिखती हैं, जब किसी इंसान के नसों की दीवारें कमजोर हो जाती हैं. जब ब्लड प्रेशर बढ़ता है तो उसके कारण नसों में दबाव बढ़ जाता है और वे चौड़ी होने लगती हैं. इसके बाद जैसे-जैसे नसें खिंचने लगती हैं, वैसे-वैसे नसों में एक दिशा में खून का प्रवाह करने वाले वॉल्व अच्छे से काम करना बंद कर देते हैं.
इसके बाद खून नसों में जमा होने लगता है और नसों में सूजन आने लगती है, मुड़ने लगती हैं और फिर वे त्वचा पर उभरी हुई दिखाई देने लगती हैं. नसों की दीवार कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं.
पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में वैरिकोज वेन्स का खतरा ज्यादा रहता है।
गर्भावस्था, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन और रजोनिवृत्ति से हार्मोनल परिवर्तन महिलाओं में वैरिकोज वेन्स के कारण हो सकते हैं। सेक्सशून्यता अतिरिक्त कारण है.
जन्म के वक्त या बचपन से ही क्षतिग्रस्त वाल्व (Valve) होना। लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना. परिवार में किसी को वैरिकाज नसें होना भी इसके कारणों में शामिल हैं.

वैरिकोज वेन्स के लक्षण :
मोटे पैर: अगर किसी के पैरों में सूजन है, अधिक फिजिकल एक्टिविटी कर रहा है, तो उसे पैरों में पीछे की ओर जो नीले रंग की नसें दिखेंगी, वे वैरिकोज वेन्स हो सकती हैं.
दर्द: अगर किसी के पैरो में दर्द है, खासकर घुटनों के पीछे की ओर. तो यह वैरिकोज वेन्स का लक्षण हो सकता है.
दर्द, भारीपन और कभी-कभी पैरों में दर्द। सूजी हुई नसें। छोटी नसें, जिन्हें आप त्वचा की सतह पर देख सकते हैं।इन्हें स्पाइडर वेन्स कहा जाता है।
रात में जांघ, काफ या पैर की अन्य भागों में ऐंठन,अकड़ या दर्द
पैरों या टखनों में हल्की सूजन।
अगर नसों के माध्यम से रक्त का प्रवाह सही प्रकार से नहीं होता है, तो ये लक्षण हो सकते हैं-
पैरों में सूजन. लंबे समय तक बैठने या खड़े होने के बाद पैर में दर्द। पैरों या टखनों की त्वचा का रंग बदलना।
त्वचा के घाव (अल्सर), जो आसानी से ठीक नहीं होते हैं। सूखी व पपड़ीदार त्वचा, जो आसानी से फट सकती है। पैरों और टखनों की त्वचा का मोटा और सख्त होना (यह समय के साथ हो सकता है)

गृह चिकित्सा (Home Remedies for Varicose Veins):
यहाँ हम कुछ घरेलू सामग्रियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके वैरिकोज वेन्स के सह-उपचार के रूप में लाभकारी साबित हो सकते हैं।

 *सेब का सिरका*

एक शोध में वैरिकोज वेन्स के कुछ मरीजों पर सेब के सिरके का उपयोग किया गया, जिसमें वैरिकोज वेन्स के लक्षण जैसे – दर्द और ऐंठन में काफी हद तक कमी देखी गई। एक महीने तक वैरिकोज वेन्स के मरीजों को दिन में दो बार प्रभावित जगह पर सेब के सिरके को लगाकर आधे घंटे के लिए उसे कपड़े से ढककर रखने को कहा गया।
इससे मरीजों को काफी हद तक राहत मिली। अगर आप भी वैरिकोज वेन्स की समस्या से पीड़ित हैं, तो आप भी इसका उपयोग कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसके साथ आप वैरिकोज वेन्स का मेडिकल उपचार भी कराएं।

अजवायन
आप वैरिकोज वेन्स से छुटकारा पाने या बचाव के लिए पार्सले (Parsley) यानी अजवायन के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।
फिलहाल, इसका अभी कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि अजवायन या अजमोद का सेवन वैरिकोज वेन्स से छुटकारा पाने में कैसे सहायक है।

जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल
जैतून का तेल बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद होता है, साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। वैरिकोज वेन्स के उपचार की बात करें, तो ऑलिव ऑयल की मालिश से भी इसमें काफी लाभ मिल सकता है।
इससे रक्त बहाव में सुधार होगा, जिससे वैरिकोज वेन्स की समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है।

विच हेजल
अगर आपको वैरिकोज वेन्स से राहत चाहिए, तो आप विच हेजल का ऑइन्टमेंट भी लगा सकते हैं। कम से कम दो हफ्तों तक दो से तीन बार इस लोशन को लगाने से वैरिकोज वेन्स से काफी हद तक राहत मिल सकती है।
हालांकि, कुछ लोगों को इससे त्वचा पर थोड़ी एलर्जी हो सकती है। इसलिए, बेहतर होगा कि इस बारे में एक बार डॉक्टर से भी सलाह ले लें।

लहसुन
सर्दी-जुकाम हो, ब्लड प्रेशर हो या अन्य कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या, लहसुन एक कारगर घरेलू उपचार हो सकता है। वैरिकोज वेन्स के लिए भी लहसुन लाभकारी हो सकता है।
लहसुन में कई रासायनिक घटक जैसे – एलिसिन, एलिन, ऐजीन, ग्लाइकोसाइड, अमीनो एसिड, विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं। यह रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होता है।
इसके अलावा, इसमें प्रोटीन तोड़ने की क्षमता भी है, जो शरीर में प्रोटीन को समान रूप से बांटता है और निचले अंगों में प्रोटीन की आपूर्ति को बढ़ा सकता है। इससे वैरिकोज वेन्स की समस्या में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

वैरिकोज वेन्स के जोखिम (Risk Factors of Varicose Veins)
वैरिकोज नसें अधिकतर लोगों के लिए खतरनाक नही होती. उन लोगों में इनसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. अगर इनका इलाज न कराया जाए तो यह कुछ लोगों में अल्सर, ब्लीडिंग का भी कारण बन सकती है. वहीं, कुछ लोगों में वैरिकाज वेन्स उस स्थिति का भी कारण बन सकती हैं, जिस स्थिति में ह्रदय की खून को पंप करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है.
इसके अलावा जिन लोगों में वैरिकोज वेन्स की समस्या होती है, उनके खून में थक्के जमने की संभावना काफी अधिक हो जाती है. जो कि शरीर के लिए काफी खतरनाक हो सकता है और यह तो आप जानते ही हैं, कि खून में रुकावट से हार्ट संबंधित समस्याएं हो सकती हैं और कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर बाधित होने से मौत तक हो सकती है.
अल्सर वैरिकोज नसों के पास की त्वचा पर विशेष रूप से टखनों के पास दर्दनाक अल्सर का कारण बन सकते हैं. इससे त्वचा पर घाव हो सकते हैं. इसलिए कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

   वैरिकोज वेन्स के जोखिम कारक और इसके कारण में कुछ खास अंतर नहीं है।  कुछ जोखिम कारक हैं : बढ़ती उम्र  एक से ज्यादा गर्भावस्था. कुछ भारी चीजें उठाना. उच्च रक्तचाप

मोटापा. शारीरिक क्रिया कम करना और वंशानुगत (Heredity)

वैरिकोज वेन्स का इलाज :
लेजर थेरेपी या सर्जरी से वैरिकोज वेन्स का इलाज हो सकता है. लेकिन यह ही अकेला विकल्प नहीं है.
वैरिकोज नसें ब्लड प्रेशर बढ़ने से पैदा होती हैं, इसलिए अगर कोई अपना ब्लड प्रेशर कम कर लेता है, तो ये समस्या होने की संभावना काफी कम हो जाएगी.
इसलिए ब्लड प्रेशर कम करने के लिए और इस समस्या से बचे रहने के लिए निम्न तरीके अपना सकते हैं.
स्क्लेरोथेरेपी (Sclerotherapy) :
इसमें नमक के पानी या एक रासायनिक घोल को नस में इंजेक्ट किया जाता है। इससे नस कठोर होकर गायब हो जाती हैं।
फ्लीबेक्टॉमी (Phlebectomy) :
क्षतिग्रस्त नस के पास पैर में एक छोटा-सा सर्जिकल कट लगाया जाता है। इस कट के माध्यम से नस को हटा दिया जाता है। इसके अलावा, लेजर या रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग किया जा सकता है।
सूजन को कम करने के लिए कंप्रेशन मोजा (Compression Stockings) पहना जा सकता है। ये मोजे आपके पैरों को धीरे से दबाते हैं, ताकि खून आपके हृदय की तरफ जाए।
ज्यादा देर तक खड़े या बैठे न रहें, बल्कि अपने पैरों को थोड़ी-थोड़ी देर में हिलाते रहें, ताकि रक्त संचार सही तरीके से होता रहे।
अगर आपका वजन जरूरत से ज्यादा है, तो वजन कम करें। अगर आपको चोट या घाव है, तो उसकी देखभाल करें, ताकि वो जल्दी ठीक हो जाए. नित्य और पर्याप्त व्यायाम या योग करें।

वैरिकोज वेन्स से बचने के उपाय :
वजन को संतुलित रखें।
अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें.
लगातार ज्यादा देर तक बैठे या खड़े रहने से बचें।
कुछ देर बैठने के बाद थोड़ा-थोड़ा चलते-फिरते रहें.
(चेतना विकास मिशन)

Exit mobile version