पीएम नरेंद्र मोदी जितने बयान बहादुर हैं, उसके सापेक्ष प्रायोगिक धरातल पर कुछ खास नतीजे नजर नहीं आते, यही वजह है कि दुश्मन को लाल आंख दिखाने, 56 इंच जैसे जानदार डायलॉग अब जोश नहीं, हास्य पैदा करते है?
चीन के मुद्दे पर तो बीजेपी के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ही कई बार पीएम मोदी को कार्रवाई के लिए ललकार चुके हैं, तो अभी खबर है कि आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बांग्लादेश में हिन्दू मंदिर में कथित तोड़फोड़ की निंदा करते हुए मोदी सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि शेख हसीना सरकार वहां अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही है!
खबरों की मानें तो आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने सरकार से वहां हिन्दुओं पर हमलों को रोकने के लिये बांग्लादेश पर दबाव बनाने की मांग की, साथ ही उन्होंने आरोप भी लगाया कि पड़ोसी देश में हिन्दुओं को निशाना बनाया जाना जारी है?
इंद्रेश कुमार का कहना है कि- ढाका में वारी में 222 लाल मोहन साह मार्ग पर इस्कॉन मंदिर में 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने हमला किया और वहां तोड़फोड़ की, बांग्लादेश में हर त्योहार के मौके पर सुनियोजित साजिश के तहत हिन्दुओं को निशाना बनाया जाता है, इससे पहले दुर्गापूजा के अवसर पर भी ऐसी घटना घटी थी और प्रधानमंत्री शेख हसिना के नेतृत्व वाली सरकार बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही है, यह भयावह है!
खबर यह भी है कि विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन का कहना है कि हाल ही में बांग्लादेश के ढाका में राधाकांत मंदिर पर 200 से अधिक कट्टरपंथियों द्वारा हमला किये जाने और तोड़फोड़ करने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, यह पहला मौका नहीं है जब बांग्लादेश में त्योहार के मौके पर हिन्दुओं को ऐसे तत्वों के हमले का सामना करना पड़ा है.
उनका तो यह भी कहना है कि- ऐसी घटनाओं पर संयुक्त राष्ट्र को भी ध्यान देना चाहिए?
बड़ा सवाल यह है कि बांग्लादेश जैसी घटनाओं पर लाल आंख कब दिखाई जाएगी?