डॉ. श्रेया पाण्डेय
कामुकता लड़का हो या लड़की सभी के अन्दर आज कूट-कूट के भर दी है संचार साधनों ने. हर जेब में मोबाइल पोर्न इंडस्ट्री है. आज के समय 13-14 वर्ष की लड़कियाँ भी प्रेग्नेंट हो रही हैं पर उन्हें ये नहीं पता होता है कि वो किससे प्रेग्नेंट होती है. बहुत सारे गर्भरोधी साधन हैं. उनको यूज करने वालियां क्यों प्रेग्नेंट होंगी? मतलब बेतहासा जारी है सेक्स का नंगा नाच. किसी से भी, कहीं भी, कितनों से भी.
मैं सीनियर गायनकोलॉजिस्ट हूं.
पिछले हप्ते मेरे पास एक लड़की आती है जिसे पेट में हल्के दर्द की प्रॉब्लम रहने लगी थी. वो अभी क्लास 06 में पढ़ती थी, और महज 11-12 साल की थी.
मैने शुरुवाती जांच की तो मुझे शक हुआ कि हो सकता है ये प्रेग्नेंट है, लेकिन जब रिपोर्ट आई तो वो सच में प्रेग्नेंट थी. मुझे लगा कि उसके साथ किसी ने कुछ गलत तो नहीं किया इस लिए मैने कम से कम 1 से 2 घंटा उसका समय लिया और काउंसलिंग की जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि किसी ने गलत नहीं किया है. वह खुद सेक्स प्रैक्टिसनर है, कईयों के साथ.
मैने कुछ दावा देके उसका भरोसा जीता और बोला 2 दिन बाद फिर आने को बोला. आज दूसरा दिन था
वो आई. मैने पूछा, और कैसी हो दर्द कैसा है? उसने बताया, मैम दर्द ठीक है लेकिन पेट में भारीपन लगता है.
फिर मै बिना समय गवाए बोल दी
” देखो तुम 02- 03 वीक की प्रेग्नेंट हो. तुम्हारा बच्चा स्वस्थ्य है. अब तुम बताओ इस बच्चे को जन्म देना चाहती हो या आवोर्शन करना चाहती हो? “
उसने बिना कुछ सोचे बोला, डॉक्टर मेरी उम्र नहीं की मै बच्चे को पैदा करूं इसलिए आप इसे साफ कर दीजिए.
मैने कहा, अच्छा ठीक है. उसे बुलाओ जिसका ये बच्चा है. बिना ये जाने मै आगे नहीं बढ़ सकती. उसने कहा कईयों से जुड़ी हूँ. मुझे नहीं पता कि किसका है ये. मेरे 07 से ज्यादा के साथ संबंध है, जिनमें 03 अंकल लोग भी हैं.
मैं हैरान थी मैने उससे पूछा उसने ऐसा क्यों किया?
उसने जवाब दिया पहली बार तो बस ये जानने के लिए किया था कि कैसा लगता है. सहेलियों के मज़ेदार अनुभव सुनी, पोर्न देखी तो लती बन गई. उसके बाद अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए करवाने लगी, फिर ऐश आराम की लाइफ के लिए.
मैने पूछा तुम्हारी ऐसी कौनसी जरूरत थी, जो पेरेंट्स नहीं पूरा करते थे?
वो बोली, I phone, उसका रिचार्ज, महंगे रेस्टुरेंट, पार्टी करना, ट्रिप पर जाना, बैंक बेलेंस बढ़ाना.
खैर मेरे पास जवाब में कुछ नहीं था. मैने उसे सलाह दी कि सुरक्षा के साधन अपनाओ. बार बार साफ करना जानलेवा सावित होता है.
ना जाने कितनी ऐसी लड़कियाँ हम डॉक्टर्स के पास आती-जाती हैं जो सिर्फ ये चाहती थी कि उनके बारे में किसी को पता ना चले और ये उनकी प्रेग्नेंसी भी खत्म हो जाए.
इसलिए लडके लड़कियां जब मैरिड लाइफ में आते है तो कुछ संभव नहीं होता. पहले ही खाली, रोगी, बर्बाद हो चुके होते हैं. वैसा ही चाहते हैं, जो अब नहीं हो पाता.
मेरा सवाल बच्चों से नहीं उनके मां बाप से है. क्या आप पैसे कमाने में इतने बिजी है कि बच्चे क्या कर रहे कहां जा रहे आप को नहीं पता ?
मेरा सवाल मा से भी है : आजकल की माताएं भी मोबाइल में इतनी बिजी है कि उन्हें होश नहीं की उनकी बेटियां और बेटे कहां जा रहे हैं क्या कर रहे हैं.
क्या कभी अपने जानने की कोशिश की आप की बेटी जो मोबाइल वेगैरह इस्तेमाल कर रही है उनकी कीमत क्या है? रेप, गेंगरेप, मर्डर, शादी के बाद पति तक की हत्या : समाज में फैल रहे इस नासूर का जिम्मेदार कौन है? (चेतना विकास मिशन).
Add comment