रीता चौधरी
ध्यान, योग, तंत्र यानी आत्म-साधना से सब कुछ संभव है : अंतर्मैथुन, खुशी, तृप्ति, मुक्ति यानी ईश्वरत्व तक. तो ऋषि-महर्षि ही नहीं, आपके भगवान तक संभोग साधना में क्यों उतरे : क्या कभी सोचा आपने?
जी हाँ, संभोग से अधिक सहज़, स्थूल और सर्वसुलभ आनंद कोई भी अन्य माध्यम नहीं दे सकता है. स्त्री के लिए तो समग्र प्रेम आधारित संभोग से मिली परम-तृप्ति ही प्रथम और अंतिम मुक्ति है.
स्त्री को परमतत्व/पूर्णत्व/परमानंद/मोक्ष यानी सर्वस्व बेसुध कर देने वाले स्वस्थ आर्गेज्मिक संभोग से मिलता है. वह अन्य साधनाएं करने घर से बाहर निकली तो, जंगली जानवरों से पहले नर-भेड़िये ही उसे नोच खाएंगे.
यह मार्ग भी स्त्री के लिए बंद हो जाता है, ज़ब वह नामर्द पार्टनर के कारण मानसिक- दैहिक रोगी बनकर बुझ जाती है, उसे सेक्स से घिन आने लगती है. या फिर ल्यूकोरिया, बदचलनी, कुपोषण-जनित एनीमिया वेगैरह के कारण स्त्री का लिबिडो कम हो जाता है. ऐसी स्त्री को ठंडी/मुर्दा/जिंदा-लाश/राख कह दिया जाता है.
लिविडो बढ़ाने के लिए सबसे उम्दा और नैसर्गिक औषधि है : उसे वास्तविक प्रेम करने वाले पौरुषयुक्त ‘एक’ पुरुष से कम से कम 2- 3 रात स्वस्थ आर्गेज्मिक सेक्स मिले. स्त्री मूलत: पुरुष से 8 गुना अधिक यौनशक्ति रखती है. एक बार यूँ उसकी इस शक्ति का विस्फोट हो जाए, उसे भरपूर आर्गेज्म का स्वाद मिल जाए तो वह खुद को ज्वालामुखी के रूप में पाने लगती है. इंजेक्शन, हॉर्मोन्स-चिकित्सा आदि से भी लिबिडो बढाया जाता है. यहां हम पोषक तत्वों के आभाव से कम हुए लिविडो को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं.
बढ़ती उम्र के साथ लिबिडो की कमी महसूस होना सामान्य बात है, परंतु आजकल महिलाओं में उम्र से पहले ही सेक्स की इच्छा कम होने लगती है। इसका कारण हर बार नामर्द पार्टनर, रिलेशनशिप में मौजूद गैप या तनाव नहीं होता। समग्र स्वास्थ्य की ही तरह यौन स्वास्थ्य और यौनेच्छा भी आपके आहार और जीवनशैली से प्रभावित होती है। शारीरिक स्थिरता, स्मोकिंग से लेकर शरीर में पोषक तत्वों की कमी तक लिबिडो की कमी का कारण बन सकती हैं।
लोग लिबिडो को बढ़ाने के लिए तमाम तरीके आजमाते हैं परंतु आपको हर चीज से पहले अपने शरीर की पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करना जरूरी है। कुछ महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स हैं, जो आपके लिबिडो को बढ़ावा देते हैं। यह ब्लड फ्लो को बढ़ाते हुए आपके शरीर में महत्वपूर्ण हॉर्मोन्स के उत्पादन को बढ़ा देते हैं।
*1. विटामिन ए :*
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार विटामिन ए युक्त अंडा, दूध, मीट, नारंगी या पीले फल और सब्जियां टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद करता है। टेस्टोस्टेरोन एक आवश्यक सेक्स हार्मोन है।
पुरुष और महिला दोनों के सेक्स हार्मोन के उत्पादन के लिए विटामिन ए बेहद आवश्यक है। यहां तक कि महिलाओं में सामान्य प्रजनन चक्र के लिए भी इसका पर्याप्त रूप से होना जरूरी है। पुरुषों में विटामिन ए स्वस्थ शुक्राणु उत्पादन में मदद करता है।
*2. मैग्नीशियम :*
मैग्नीशियम एक विद्युत कंडक्टर का भी काम करता है जो मांसपेशियों को सिकोड़ता है।
शरीर में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा अच्छी नींद प्राप्त करने में मदद करता है। पब मेड सेंट्रल की मानें तो यह सेक्स ड्राइव के लिए बेहद जरूरी है। ड्राई फ्रूट्स, बीज, अंडे, साबुत अनाज, ब्राउन राइस और गहरे हरे पत्ते वाली सब्जियां मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।
*3. विटामिन सी :*
विटामिन सी इम्यूनिटी बूस्ट करते हुए आपके शरीर को संक्रमण से बचाता है।
साथ ही यह आपके लिबिडो को भी बढ़ावा दे सकता है। खट्टे फल और सब्जियां विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत हैं।
*4. सेलेनियम :*
ब्राजील नट्स सेलेनियम का एक अच्छा स्रोत हैं। रोजाना एक टुकड़ा ब्राजील नट्स का सेवन आपके लिबिडो को बढ़ावा दे सकता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार यह ब्रोकोली, गोभी, मशरूम, प्याज, साबुत अनाज और समुद्री भोजन में भी पाया जाता है।
*5. जिंक :*
दाल, साबुत अनाज, अंडा, सी फ़ूड, रेड मीट और पनीर में मौजूद जिंक आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी एक आवश्यक मिनरल है। “जिंक की कमी इनफर्टिलिटी का कारण बन सकती है।
हालांकि, ज़िंक की कमी से लिबिडो पर खास प्रभाव नहीं पड़ता, परंतु इनफर्टिलिटी आपके लिबिडो की कमी का कारण बन सकती है। इसलिए जिंक युक्त खाद्य पदार्थों की पर्याप्त मात्रा को डाइट में शामिल करें।
*6. विटामिन ई :*
शरीर में विटामिन ई की उचित मात्रा स्टेमिना और एनर्जी के लिए बेहद जरूरी है साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देती है। मछली, अंडा और डेयरी उत्पाद विटामिन ई का एक बेहतरीन हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार विटामिन ई को ‘सेक्स विटामिन’ भी कहा जाता है। यह इंटिमेट एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देते हैं, जिससे कि इन पार्ट्स तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है और इस प्रकार यह लिबिडो को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
*7. कैल्शियम :*
कैल्शियम हड्डियों के लिए अच्छा होता है, लेकिन यह आपके यौन स्वास्थ्य के लिए भी बेहतरीन साबित हो सकता है।
दूध, दही, संतरा और पनीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार कैल्शियम की कमी सुसंगतता में बाधा डाल सकती है। वहीं इसकी कमी से व्यक्ति अधिक चिड़चिड़ा हो जाता है। कैल्शियम की कमी के कारण होने वाली शारीरिक तथा मानसिक समस्याएं स्वचालित रूप से सेक्स ड्राइव की इच्छा को कम कर सकती हैं।
*8. आयरन :*
आपकी यौन उत्तेजना के स्तर को बनाए रखने के लिए आयरन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह रेड मीट, अंडे की जर्दी, हरी सब्जियों और सूखे मेवों में पाया जाता है। पब मेड सेंट्रल के अनुसार आयरन की कमी इरेक्टाइल डिसफंक्शन में भी योगदान दे सकती है।
*याद रखें :*
जरूरी पोषण समग्र स्वास्थ्य का आधार है। पर इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि आप अपने आप को तनावमुक्त रखें और संबंधों में मधुरता रखें।
कोई भी विटामिन या खनिज तब तक आपके लिए फायदेमंद नहीं होगा, जब तक आप अपनी दिनचर्या और संबंधों में सुधार नहीं कर लेती।
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