“!न्यूज़ चैनल तो आपको किसान महापंचायत में ‘अल्लाह हू अकबर और हर हर महादेव के नारे लगे’ इसके अलावा कुछ बताएंगे नहीं इसलिए राकेश टिकैत ने क्या कहा वो आपको यही पढ़ना होगा …..
.**राकेश टिकैत ने लाखो किसान साथियो की इस महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि……’इस सरकार ने पूरे देश को बेच दिया। अब लड़ाई ‘मिशन यूपी’ और ‘मिशन उत्तराखंड’ की नहीं, बल्कि देश को बचाने की है। यह आंदोलन देश के किसानों के बूते लड़ा* *जाएगा। ……..
.हम वो नहीं हैं, जो झोला उठाकर चल देंगे। मैं किसान हूं और किसान ही रहूंगा। आखिरी दम तक किसानों के साथ रहूंगा। किसानों के हक की लड़ाई के लिए हम हमेशा किसानों के साथ रहे हैं, और मरते दम तक किसानों की लड़ाई लड़ेंगे।**देश में सेल फॉर इंडिया का बोर्ड लगा है और इसे खरीदने वाले अंबानी-अडाणी हैं. ……FCI के गोदाम भी कंपनी को दे दिए. बंदरगाह भी बिक गए, मछली पालन और नमक के किसान पर असर होगा. ये पानी भी बेचेंगे. ………
.रेल, बिजली, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान, सड़कें, FCI के गोदाम, बंदरगाह प्राइवेट कंपनियों को बेच दिए गए हैं। अब खेती-बाड़ी भी इन कंपनियों को बेचने की तैयारी है। एक तरह से पूरा भारत बिकाऊ हो गया है। ये भारत सरकार की पॉलिसी है. अंबेडकर का संविधान भी खतरे में है. ‘देश की सरकार ने किसानों के साथ सभी को धोखा दिया है पूरे देश का निजीकरण हो रहा है। ऐसे में रोजगार के साधन खत्म हो रहे हैं। यह लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं, बल्कि नौकरीपेशा, मजदूर, मेहनतकश समेत सभी वर्गों की है।’*
*टिकैत ने अंत में हुंकार भरते हुए स्पष्ट कह दिया। ……
कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे, वह दिल्ली के बॉर्डर से नहीं हटेंगे। चाहें हमारी कब्रगाह ही बॉर्डर पर क्यों न बनानी पड़े। इसके लिए सरकार को वोट की चोट देनी होगी। लड़ाई किसानों समेत सभी वर्गों के दम पर लड़ी जाएगी।*
*किसान एकता जिंदाबाद*
*गिरिश मालवीय