रोशनी का त्योहार दिवाली देश भर में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। दीपों की झिलमिलाती रोशनी और पटाखों की चमक ने हर तरफ खुशी का माहौल बना दिया है। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद लोग पटाखें फोड़ रहे हैं। अंधियारे में उजाले के प्रतीक के रूप में यह त्योहार भारत के त्योहारों में से एक है जो लोगों में नई उत्साह और उमंग को दर्शाता है. आज दिवाली के मौके पर शहर, गांव, गली यानी सभी जगहों पर जगमगाता हुआ दिखाई दे रहा है, चाहे दिल्ली हो या अन्य बड़े शहर हर जगह दीपावली धूमधाम से मनाई जा रही है. नेता हो या व्यापारी या आम इंसान सभी के घरों में दीपावली की रौनक है. आज महालक्ष्मी और गणेश भगवान की जगह-जगह पूजा हो रही है.
- श्रीनगर के लाल चौक पर जलाए गए दीपकश्रीनगर के लाल चौक को दिवाली के मौके पर लोगों की खूब भीड़ देखने को मिली। वहां पर मौजूद लोगों ने दीप जलाकर दीपावली मनाई।
- चेन्नई में खूब जले अनारतमिलनाडु के चेन्नई में लोगों ने अपने परिवारों और दोस्तों के साथ दिवाली मनाई। लोग सड़क के किनारे परिवार के साथ फुलझड़ी और अनार जलाते दिख रहे हैं।
- पटाखे जलाकर जश्न मानते बच्चेदिवाली को रोशनी के साथ ही पटाखों का पर्व कहा जाता है। इस तस्वीर में बच्चे पटाखे जलाकर खुश होते दिख रहे हैं।
- अनाथालय में दिवाली मनाते बच्चेदिवाली के पर्व पर जम्मू कश्मीर के अनाथालय में बच्चों ने खूब पटाखे जलाए। पटाखों की चमक से पूरा अनाथालय जमगमा गया।
- दिल्ली के सिग्गेचर ब्रिज पर दिखा ऐसा नजारादिवाली के खास मौके पर दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज को भी रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।
- प्रयागराज में फुलझड़िया जलाती दिखीं लड़कियांउत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी दिवाली काफी धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर एक सोसाइटी में कुछ लड़कियां फुलझड़ियां जलाती हुईं दिखाई दीं।
दिवाली पर जगमग हुआ खुशियों का दीप, कई देशों से खास संदेश
प्रदूषण की समस्या के बीच आतिशबाजी भी देखने को मिल रहे हैं. हालांकि इस बार दिल्ली में प्रभाव कम है, लेकिन दूसरे राज्यों से खूब आतिशबाजी की खबरें भी आ रही है, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और दिवाली की बधाई दी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोलकाता में दिवाली के मौके पर पूजा-अर्चना की और देशवासियों को बधाई दी. वहीं पश्चिमाम्नाय शारदा पीठम द्वारा आयोजित उत्सव में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भागीदारी देखी जा रही है.
दुनियाभर से बधाइयों का तांता
दीपावली पर दुनियाभर से बधाइयों का संदेश आ रहे हैं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री लेकर दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम तक तमाम वैश्विक नेताओं ने दीपावली पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने लिखा है कि पूरे ब्रिटेन में दिवाली मना रहे सभी लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं, मैं आप सभी को खुशियों से भरे उत्सव की शुभकामनाएं देता हूं, यह एक साथ मिलने का समय है और अंधेरे पर रोशनी के विजय का प्रतीक भी है.
दुबई से शुभकामनाएं
वहीं दुबई के शासक शेख मोहम्मद ने दीपावली पर लिखा है कि यूएई और दुनियाभर में दीपावली मना रहे सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं, रोशनी का यह त्योहार आप सभी के लिए खुशियां और शांति लाए और हमेशा आपको सुरक्षित रखे.
रूस से खास संदेश
दीवाली के मौके पर रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने भी शुभकामनाएं दी, उन्होंने कहा कि मैं अपने भारतीय मित्रों को दीवाली के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं और दिल से सुख और समृद्धि की कामना करता हूं. दीवाली की शुभकामनाएं.
अयोध्या में जलाए गए 25 लाख दीये, बने एक साथ 2 वर्ल्ड रिकार्ड
लखनऊ: रामजन्म भूमि अयोध्या ने दिवाली से पहले ही 2 वर्ल्ड रिकार्ड बना लिए है. बता दें अयोध्या में 25 लाख दिये जलाए गए, जिसके बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अयोध्या का नाम शामिल हो गया है. इतना ही नहीं इसके अलावा एक और रिकॉर्ड भगवान श्रीराम की महाआरती को लेकर बनाया गया है. सरयू नदी की महाआरती में एक साथ 1100 साधु संत और वेदाचार्ये शामिल हुए, जिस कारण दूसरा विश्व रिकार्ड दर्ज किया गया.
200 से अधिक मंदिरों जलाए गए दीप
सरयू नदी की आरती के समन्वयक शशिकांत दास ने बताया कि भगवान श्रीराम के रामलला मंदिर में विराजमान होने के बाद इस तरह का पहला भव्य आयोजन किया गया है। वहीं पूरे अयोध्या को भगवान श्रीराम के स्वागत में सजाया गया है, जिसमें दीपों की रोशनी ने पूरे शहर को जगमगा दिया। दीपोत्सव के तहत सरयू के तटों पर ही नहीं बल्कि अयोध्या के 200 से अधिक मंदिरों और मठों में भी दीप जलाए गए। यह आयोजन अयोध्या के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ है, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कर लिया गया।
5100 ज्योतियों से की महाआरती
इसके साथ ही आरती के दौरान 5100 ज्योतियों से महाआरती की परंपरा जारी रही, लेकिन इस वर्ष पहली बार 1100 साधु-संतों ने एक साथ सामूहिक आरती में भाग लिया। शशिकांत दास के अनुसार, इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में साधु-संतों ने एकसाथ आरती में भाग नहीं लिया था, जिससे इस आयोजन एक और विश्व रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाया है। इतना ही नहीं इस भव्य आरती में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे
अयोध्या प्रशासन के अनुसार, दीपोत्सव 2024 की शुरुआत सुबह नौ बजे से हुई। सबसे पहले साकेत महाविद्यालय से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद दोपहर 2:40 बजे भगवान श्रीराम ने पार्क में पहुंचकर अपनी लीला का प्रदर्शन किया और इसके बाद उनका राज्याभिषेक किया गया. इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ उपस्थित रहे। शाम को सरयू तट पर महाआरती का आयोजन किया गया, जिसने इस भव्य आयोजन को और भी ख़ास बना दिया।
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