साल 2024 को खत्म होने में कुछ ही घंटे शेष बचे हैं और हम नए साल का स्वागत करने तैयार हैं, लेकिन बीतने वाले साल ने लोगों को कहीं हंसाया है तो कहीं रुलाया है, जिसका दर्द कभी भुलाया नहीं जा सकता। वहीं, दमोह जिले के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर धाम में भव्य कारिडोर की सौगात भी मिली है। आइए जानते हैं कैसा बीता साल 2024।
लोकसभा चुनाव के परिणाम चार जून को सामने आए, जिसमें दमोह लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी तरबर सिंह को 4 लाख 6 हजार 426 वोट से हराकर बड़ी जीत दर्ज की थी। दमोह संसदीय इतिहास में 35 साल में यह सबसे बड़ी जीत थी। इस जीत के साथ ही दमोह में दसवीं बार भी कमल भी खिला था।
24 जून बांसा में हुआ तिहरा हत्याकांड
24 जून की सुबह बांसा गांव में तिहरा हत्याकांड हुआ था। आरोपी राजा विश्वकर्मा, सजल विश्वकर्मा और उसके चाचा गोलू विश्वकर्मा ने परिवार के ही उमेश विश्वकर्मा, होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा और उसके भतीजे विकास विश्वकर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी राजा और गोलू विश्वकर्मा सहित राजेंद्र को तत्काल गिरफ्तार कर लिया था।
बांदकपुर कारीडोर के लिए स्वीकृति
जिले के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर में भगवान जागेश्वरनाथ विराजमान हैं, जिन्हें तेरहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में मान्यता है। यहां भी महाकाल लोक की तरह भव्य कारीडोर निर्माण की स्वीकृति सरकार के द्वारा दी गई और 100 करोड़ की लागत से कारिडोर बनना तय हुआ। 23 अगस्त कॉरिडोर निर्माण की चर्चा के लिए बांदकपुर में बैठक बुलाई गई थी, जिसमें तय हुआ कॉरिडोर में कई देवालय बनाए जाएंगे, ऋषि-मुनियों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। यहां परिक्रमा मार्ग बनेगा, परिसर में विशाल पार्किंग बनाई जाएगी और धर्मशाला भी बनेगी।
ट्रक की टक्कर से नौ लोगों की मौत
25 सितंबर को दमोह-कटनी मार्ग पर समन्ना गांव में ट्रक ने ऑटो सवार लोगों को कुचल दिया था। जिसमें सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और दो ने जबलपुर में दम तोड़ दिया था। मृतकों के निकालने कटर से ऑटो को काटना पड़ा था। मरने वालों में सात लोग एक ही परिवार के थे, जब एक साथ नौ लोगों की चिताएं जली तो शहर के हर शख्स की आंख में आंसू था। मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की थी।
तालाब में डूबने से चार बच्चियों की मौत
आठ सितंबर को नोहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत डूमर गांव में तालाब में डूबने से चार बच्चियों की मौत हो गई थी, जिसमें दो सगी बहने थीं। गांव में एक मंदिर में आयोजित भंडारे में शामिल होने गांव के बच्चे गए थे। वहां से लौटते समय गांव के ही तालाब में तीन बच्चियां नहाने पहुंच गईं, जिनकी डूबने से मौत हो गई थी। वहीं, एक बालिका अपनी बहन को बचाने तालाब में कूदी थी, जिसकी लाश देर रात मिली थी।
जिले के इतिहास में पहली बार हुई कैबिनेट बैठक
पांच अक्तूबर का दिन जिले के इतिहास में लिख गया। क्योंकि दमोह जिले के सिंग्रामपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की 520 जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक हुई, जो जिले के इतिहास में पहली बार यह बैठक आयोजित हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। दमोह जिले में हवाई पट्टी बनाने का फैसला सबसे महत्वपूर्ण था।
झलकियां बता रही कैसे बीता साल
झलकियां बता रही कैसे बीता साल
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