सोने-चांदी के बर्तनों में पहले राजा-महाराजा खाना खाते थे। आज भी कई घरों में चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। जानते हैं चांदी के बर्तनों में खाने के फायदे या नुकसान के बारे में-
चांदी का बर्तन वैसे तो काफी महंगा होता है, लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। चांदी के गिलास में पानी पीने से कई तरह का लाभ होता हैं। यही कारण है कि पुराने समय में भारत में राजा महाराजा चांदी के बर्तनों में ही खाना खाते थे। चांदी के बर्तन में खाना खाने से स्वास्थ्य पर इसका काफी सकारात्मक होता है।
चांदी के बर्तन का क्या है लाभ?
चांदी के गिलास में पानी पीने से कई तरह का फायदा होता है। इसमें रोजाना पानी पीने से शरीर की आंतरिक तौर पर सफाई होती है। इसके इस्तेमाल से शरीर में नए-नए सेल्स का निर्मण होता है और पाचन संबंधी परेशानियां दूर होती है। इसमें पानी पीने से शरीर डिटॉक्स होता है। चांदी के गिलास में पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है, जिससे बॉडी का तापमान कंट्रोल में रहता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करने में मिलती है मदद
चांदी के बर्तन में बैक्टीरिया पनपने का खतरा काफी कम होता है। अगर इसमें किसी भी तरह का लिक्विड या खाने पीने का सामान रखा जाता है तो वह लंबे समय तक खराब नहीं होता है और उसमें बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का भी खतरा काफी कम होता है। चांदी के बर्तन में खाना खाने और चांदी के ग्लास में रोजाना पानी पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
खाली पेट पानी पीने से होता है कई लाभ
चांदी के ग्लास में पानी पीने से सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है। इससे कई तरह के रोग को दूर करने की क्षमता होती है। सोने से पहले चांदी के ग्लास में पानी भरकर रखना चाहिए और सुबह खाली पेट इसको पीने से काफी लाभ होता है।
यह एक ठंडी धातु है, जो शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाकर शांत रखती है। इसको किटाणुनाशक भी माना जाता है। कई शोधों में पाया गया है कि अगर कोई सामान चांदी के बर्तनों में रखा जाता है तो जल्द खराब नहीं होता है। उसमें किटाणु नहीं लगते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं जिससे इम्युनिटी बढ़ती है। छोटे बच्चों को चांदी के गिलास में पानी पिलाने से उनकी इम्युनिटी बढ़ती है। हर तरह के संक्रामक रोगों से भी बचाव होता है।
फायदा : दिमाग तेज होता, आंखों की रोशनी बढ़ती है। पित्तदोष, कफ और वायुदोष को नियंत्रित रहता है। इसमें रखा भोजन-पानी ताजा रहता है। बैक्टीरिया कम पनपते हैं। चांदी के गिलास में पानी पीना चाहिए।
नुकसान : खट्टी चीजों को रखने से बचें। एसिडिटी की समस्या हो सकती।